Saturday, September 21, 2024

कानपुर: शहीद शैलेंद्र कुमार को विदाई देने के लिए कानपुर में उमड़ी लोगो की भीड़,छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले हुए थे शहीद;जय हिंद के नारे के साथ लोगो ने दी अंतिम विदाई।

DIGITAL NEWS GURU KANPUR DESK:

कानपुर: शहीद शैलेंद्र कुमार को विदाई देने के लिए कानपुर में उमड़ी लोगो की भीड़,छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले हुए थे शहीद;जय हिंद के नारे के साथ लोगो ने दी अंतिम विदाई।

कानपुर नगर में शहीद शैलेंद्र कुमार की अंतिम विदाई में लोगो का जनसैलाब उमड़ पड़ा । जिसमे लोगो ने जय हिंद के नारो के साथ शहीद शैलेंद्र कुमार को अलविदा कहा । आपको बता दे कि कानपुर नगर के महाराजपुर थाना क्षेत्र के नौगवां गौतम गांव निवासी शैलेंद्र कुमार सीआरपीएफ 2017 में सिपाही पद के रूप में भर्ती हुए थे ।

जिसके बाद रविवार को सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में शैलेंद्र कुमार शहीद हो गए । मंगलवार को जब शहीद का पार्थिव शरीर कानपुर उनके गांव पहुंचा तब उनको अंतिम विदाई देने के लिए लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी । आपको बता दे कि शहीद शैलेंद्र कुमार को विदाई देने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचे थे ।

जिसके बाद लोगो ने भारत माता की जय के नारे लगाकर उनको अंतिम विदाई दी । जिसमे राज्य मंत्री अजीत पाल, सतपाल रावत (आईजी सीआरपीएफ), एसपी सिंह (डीआईजी सीआरपीएफ) व सेना के अधिकारी ने शहीद को कंधा दिया।

3 महीने पहले मार्च में हुई थी शादी 

छत्तीसगढ़ के नक्सली हमले में शहीद हुए शैलेंद्र कुमार की शादी बीते 3 महीने पहले 7 मार्च को हुई थी । अब उनके शहादत की खबर से पूरे परिवार में शोक छाया हुआ है । शहीद शैलेंद्र अपने तीन भाइयों में सबसे छोटे थे । वही उनके पिता की मौत एक सड़क हादसे में 28 साल पहले हो गई थी । उनके बड़े भाई सुशील की भी चार साल पहले सांप काटने से मौत हो गई थी ।

शहीद शैलेंद्र ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सिकटिया गांव के दौलत सिंह इंटर कॉलेज से की और इंटरमीडिएट प्रेमपुर जन शिक्षण इंटर कॉलेज से करने के बाद स्नातक की पढ़ाई महाराणा प्रताप डिग्री कॉलेज करचलपुर फतेहपुर से की थी । शैलंद्र का जीवन बचपन से ही संघर्ष भरा हुआ रहा था ।

उनके परिजनों ने बताया कि वह आखिरी बार विवाह के समय ही घर आए थे । आज उनकी पत्नी शैलेंद्र का पार्थिव शरीर देखकर बिलख पड़ी और शव से लिपटकर बोली – मुझे आप पर गर्व है । वही शैलेंद्र की मां ने अपने बेटे की विदाई पर रोते हुए कहा – मेरा बेटा ही नही, बल्कि सब कुछ चला गया है । जिसे सुनकर वहां सभी उपस्थित लोगों की आंखे नम हो गई।

हमारा बेटा नहीं, परिवार का पालनहार चला गया 

रविवार की शाम जैसे ही शैलेंद्र की शहीद होने की खबर मां बिजला को हुई वह फफक कर रोने लगी, बेटे को हमेशा खो देने वाली बूढ़ी मां की चीखें हर किसी के कलेजे को चीर दें रही थीं, वह रोते हुए कह रही थीं,… जिगर का टुकड़ा नहीं परिवार का पालनहार चला गया । वहीं पड़ोसी व रिश्तेदार ने दुखी परिजनों को साहस बंधाया । वही शहीद के परिजनों से मिले सपा प्रतिनिधि मंडल साहस देते हुए बोले- शहीद ने शहादत देकर देश का मान बढ़ाया है।

छत्तीसगढ़ में रविवार को हुआ था नक्सली हमला 

छत्तीसगढ़ में रविवार को सुकमा और बीजापुर बॉर्डर पर नक्सली हमला हुआ था । जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के स्थित सुकमा के तिम्मापुर के पास नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर जवानों के लिए राशन ले जा रहे ट्रक को उड़ा दिया । जिसमे सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए ।

बता दें कि रविवार को दोपहर 3 बजे जैसे ही ट्रक सिलगेर पार करते हुए करीब ढाई किलोमीटर आगे बढ़ा तभी नक्सलियों ने बम ब्लास्ट कर दिया । जिसकी चपेट में आने से सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के दो जवान शहीद हो हुए । जिसमे ट्रक चालक विष्णु राय व सह चालक शैलेंद्र कुमार दोनों मौके पर ही शहीद हो गए । आपको बता दे कि विस्फोट इतना भयानक था कि ट्रक के परखच्चे तक उड़ गए और उसमे लदा राशन चारो तरफ बिखर गया । अनुमान यह लगाया जा रहा है कि नक्सलियों ने कच्ची सड़क में काफी पहले से ही करीब 50 किलो की IED बारूद दबा रखा था।

सोशल मीडिया यूट्यूब पर एक्टिव थे शैलेंद्र; युवाओं को देश सेवा की देते थे प्रेरणा 

कानपुर के नौगवां गौतम गांव निवासी शहीद शैलेंद्र कुमार सोशल मीडिया (यूट्यूब) पर एक्टिव थे । वह यूट्यूब में वीडियो डालकर युवाओं को देश सेवा की प्रेरणा देते थे । इसके आलावा सोशल मीडिया के माध्यम से शैलेंद्र सेना और सीआरपीएफ आदि के जवानों के जज्बे को हमेशा सलाम करते रहे । आपको बता दे कि शहीद शैलेंद्र कुमार ने 2018 में अपना यूट्यूब अकाउंट एसके तूफानी नाम से बनाया था। जिसमे करीब 95 वीडियो पोस्ट हुए है।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ शहीद शैलेंद्र का अंतिम संस्कार 

कानपुर में शहीद शैलेंद्र के अंतिम यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए । वहीं शहीद जवान को गांव में ही राजकीय सम्मान के साथ सलामी देते हुए अंतिम विदाई दी गई । वहीं जनप्रतिनिधियों समेत डीएम, एडीएम एफआर, एसडीएम व पुलिस के अधिकारियों द्वारा भी पुष्पांजलि अर्पित की गई । इसके बाद शहीद के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।

कैबिनेट मंत्री व डीएम ने शहीद के परिजनों को सौंपी 50 लाख की चेक 

मंगलवार की सुबह उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने शहीद शैलेंद्र कुमार के पैतृक गांव नौगवां गौतम पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की । उन्होंने शहीद के पत्नी को 35 लाख व मां को 15 लाख रुपए की चेक सौपते हुआ हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया।

गार्ड ऑफ आनर के साथ हुआ अंतिम संस्कार 

मंगलवार को शहीद जवान का पार्थिव शरीर जब उसके पैतृक गांव नौगवां गौतम पहुंचा तो बटालियन के पदाधिकारी सतपाल रावत (आईजी सीआरपीएफ), एसपी सिंह (डीआईजी सीआरपीएफ), राकेश कुमार सिंह (जिलाधिकारी), श्रवण कुमार सिंह (डीसीपी पूर्वी), राजेश कुमार (एडीएम एफआर), ऋषभ वर्मा (एसडीएम नरवल), पुलिस प्रशासनिक सहित अमिताभ बाजपेई (विधायक), मो. हसन रूमी (विधायक), मुनीन्द्र शुक्ला (पूर्व विधायक), राकेश तिवारी (प्रतिनिधि विधानसभा अध्यक्ष) ने उन्हें राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ आनर दिया गया ।।


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