क्या हो अगर नहीं हो हर 4 साल में 1 दिन लीप डे; जानिए 2024 लीप ईयर पर GK फैक्ट्स
Digital News Guru Delhi Desk: हमारी पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर 365 दिन 6 घंटे और 9 मिनट में एक चक्कर पूरा करती है। इस एक चक्कर में लगने वाले 6 घंटे को हर साल मे नहीं गिना जाता है और हर चौथे साल मे इसे जोड़कर 24 घंटे या 1 दिन को पुरे साल के केलेंडर में जोड़ दिया जाता है। इसी वजह से ही जब लीप ईयर होता है तो उस फरवरी में 29 दिन हो जाते हैं।
- आमतौर पर हर साल 28 दिनों का फरवरी माह चौथे वर्ष 29 दिनों का हो जाता है।
- इस 1 अधिक दिन को ही लीप-डे कहा जाता है।
- जिस साल के कैलेंडर में फरवरी माह में 29 दिन होते हैं, उसे लीप ईयर कहते हैं।
29 फरवरी वह एक ऐसी तारीख है, जो कि हर साल नहीं आती है। हमेशा देखा जाता है कि फरवरी पर हर साल 28 दिनों का वा फरवरी माह चौथे वर्ष 29 दिनों का हो जाता है। इस 1 बढे हुए दिन को ही लीप डे कहा जाता है। जिस साल के कैलेंडर में फरवरी माह में 29 दिन होते हैं, उसे ही लीप ईयर कहा जाता हैं। ऐसे में लीप ईयर की स्थिति में साल के 366 दिन ही होते हैं, न कि 365 दिन।
हम सभी जानते हैं कि पृथ्वी अपनी धुरी पर प्ररिक्रमण के साथ-साथ सूर्य के चारों तरफ परिभ्रमण भी करती है। जहां परिक्रम्रण से दिन और रात होते हैं तो वहीं परिभ्रमण के चलते पृथ्वी पर मौसमों का परिवर्तन होता रहता है। हमारी पृथ्वी सूर्य का एक चक्कर 365 दिन 6 घंटे और 9 मिनट में पूरा कर पाती है। इस एक चक्कर में लगने वाले 6 घंटे को हर साल मे हम लोग नहीं गिनते है ।
क्या हो अगर नही हो हर 4 साल में 1 दिन लीप डे?
ऐसे में लीप दिवस (Leap Day) दरअसल पृथ्वी के सूर्य के चारों तरफ चक्कर और मौसम परिवर्तन से जुड़ा है। ऐसे में इस दिन का महत्व कैलेंडर और हमारी पृथ्वी के वास्तविक परिक्रमण के बीच संतुलन को स्थापित करता है। यदि हम कैंलेंडर से लीप दिवस को हटा दें तो हम जिस कैंलेंडर से तारीख जान पाते हैं उसकी दिनों की गणना धीरे-धीरे अलग होती जाएगी।
उदाहरण के तौर पर हमारें देश में नवंबर से फरवरी तक सर्दी, मार्च से जून तक गर्मी और जुलाई से अक्टूबर तक बारिश का मौसम देखने को मिलता है। यदि हम लीप वर्ष को कैलेंडर से हटा देंगे तो इस पैटर्न में आगे चलकर हमको काफी बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे और कैलेंडर तथा मौसम की गणना के बीच सामंजस्य धीरे-धीरे समाप्त होता चला जायेगा।
लीप ईयर 2024 पर GK फैक्ट्स
29 फरवरी को जन्में व्यक्तियों को आमतौर पर लीपिंग कहा जाता है। इन बर्थडे हर चौथे वर्ष मनाया जाता है। अंग्रेजी कानूनों में 29 फरवरी को जन्म लेने वाले व्यक्तियों के जन्मदिन को कानूनी तौर पर 1 मार्च के रूप में मान्यता दी जाती है। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि लीप दिवस पर जन्म लेने वालों के लिए प्रशासनिक मामलों में स्थिरता सुनिश्चित हो सके।
लीप दिवस से कई सांस्कृतिक मान्यताएं भी जुड़ी हैं। मिस्र में इस दिन को अपशकुन माना जाता है और इस दिन विवाह नहीं होते हैं। दूसरी तरफ, अमेरिका में एंथोनी (टेक्सास) ने लीप दिवस और इसके बढ़ते निवासियों के सम्मान में अपने जीवंत समारोहों के लिए ‘विश्व की लीप वर्ष राजधानी’ का खिताब अर्जित किया है।
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