Saturday, September 21, 2024

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्या मामला : 4 दिन तक एक जगह से दूसरी जगह ठिकाना बदलकर पुलिस को कैसे चकमा देते रहे शूटर्स?

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्या मामला : चार दिन तक एक जगह से दूसरी जगह ठिकाना बदलकर पुलिस को कैसे चकमा देते रहे शूटर्स?

Digital News Guru Crime Desk: पिछले हफ्ते जयपुर में हिंदू दक्षिणपंथी समूह श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में कथित तौर पर शामिल दो शूटरों को शनिवार देर रात चंडीगढ़ में गिरफ्तार किया गया। वहीं पुलिस से बचने में उनकी मदद करने वाले तीसरे व्यक्ति 23 वर्षीय उधम सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।

राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi Murder) की बीते मंगलवार उनके जयपुर आवास पर अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या दी गई।

इस मामले में अब तक दो शूटर्स और एक सहायता प्रदान करने वाले व्यक्ति को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। यह सभी देश से भागने के लिए चंडीगढ़ में पासपोर्ट का इंतजार कर रहे थे।

इस मामले में शामिल तीनों आरोपी में से नितिन फौजी और रोहित राठौड़ शूटर्स थे जबकि तीसरा, उधम सिंह इन दोनों को सहायता प्रदान कर रहा था। उधम सिंह ही वह व्यक्ति है जो सभी को भागने में मदद कर रहा था। यह सभी आरोपी हत्या के बाद से ही एक राज्य से दूसरे राज्य में छिप रहे थे। आरोपी नितिन फौजी महेंद्रगढ़ का निवासी हैं तो वही उधम सिंह, हिसार के रहने वाला हैं और रोहित राठौड़, मकराना, राजस्थान का रहने वाला है ।

चंडीगढ़ से पकड़े गए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के दोनों हत्यारे
मकराना के 24 वर्षीय आरोपी रोहित राठौड़ और हरियाणा के महेंद्रगढ़ के 26 वर्षीय नितिन फौजी को दिल्ली पुलिस अपराध शाखा और राजस्थान पुलिस की विशेष जांच टीम (एसआईटी) द्वारा किए गए संयुक्त अभियान के दौरान चंडीगढ़ के सेक्टर 22(sector 22) में एक शराब की दुकान से पकड़ा गया।

दिल्ली पुलिस की टीम ने शूटर्स पर लगातार रख रही थी नज़र
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त (Crime) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि टीम उनके सोशल मीडिया और मोबाइल फोन के उपयोग के माध्यम से उन पर नजर रख रही थी। उन्होंने आगे कहा कि फौजी और राठौड़ शूटर थे जिन्होंने सेना प्रमुख पर कम से कम 27 बार गोलियां चलाईं। जबकि उधम सिंह, फौजी के पुराने दोस्तों में से एक था जिसने हिसार में उनके लिए वाहन की व्यवस्था की और उन्हें भागने में मदद की।

पुलिस की गिरफ्त मे आए तीनों आरोपी

फौजी और राठौड़ गोगामेड़ी से मिलने के बहाने उसके घर में घुसे थे और कुछ मिनट बात करने के बाद उन्होंने गोगामेड़ी पर गोलियां चला दीं। यहां तक कि उन्होंने अपने साथी नवीन शेखावत की भी गोली मारकर हत्या कर दी, जिसके जरिये से उन्होंने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के आवास तक पहुंच हासिल की थी।

पुलिस की सख्ती के बाद वीरेंद्र चारण दुबई फरार हो गया
पुलिस का मानना है कि करीब आठ महीने पहले वह कोलकाता होते हुए नेपाल और फिर दुबई फरार हो गया। फिलहाल उसके दुबई में होने की जानकारी है। चारण ने ही नितिन फौजी और रोहित राठौड़ को गोगामेड़ी की हत्या करने के लिए तैयार किया। उन्हे पैसों व विदेश भेजने का लालच दिया था। चारण ने ही पिछले साल दिसंबर में गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश रची थी, फिर इस साल अप्रैल में जालौर के एक जवाहरात व्यापारी को फिरौती के लिए धमकी दी थी। पुलिस ने सख्ती की तो वह दुबई फरार हो गया।

गोदारा के कहने पर रची थी सुखदेव सिंह की हत्या की साजिश
पुलिस का मानना है कि गोदारा के कहने पर ही उसने गोगामेड़ी की हत्या की साजिश की थी। चारण अपने पास पहचान की कोई चीज नहीं रखता है। वह न तो मोबाइल का उपयोग करता है और न ही बैंक खाता रखता है। अपनी गैंग के लोगों के मोबाइल फोन का ही उपयोग करता है। पैसों का प्रबंध भी उनके माध्यम से ही करता है। गैंग के लोगों को खुद ही अत्याधुनिक हथियार पहुंचाता है। नितिन और रोहित को उसने ही अपने विश्वस्तों के माध्यम से हथियार पहुंचाए थे।

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