Saturday, September 21, 2024

जानिए भोलेनाथ का प्रिय माह सावन कब से हो रहा है शुरू और इस सावन माह का क्या महत्व है!

DIGITAL NEWS GURU RELIGIOUS DESK:

जानिए भोलेनाथ का प्रिय माह सावन कब से हो रहा है शुरू और इस सावन माह का क्या महत्व है!

देवों के देव महादेव, शिव शंकर , भगवान शिव का साल का सबसे प्रिय महीना सावन को माना जाता है। इस सावन के दोनों में भक्तगढ़ पूरी श्रद्धा भक्ति से महादेव की पूजा पाठ करते हैं भोलेनाथ शिव जी का यह नाम उनके सरल स्वभाव के कारण पड़ा आपको भी पता होगा और शास्त्रों में कहा गया कि भोलेनाथ को सिर्फ और सिर्फ सच्चे मन से एक लोटा जल ही अर्पित कर दे तो भोलेनाथ अति प्रसन्न हो जाते हैं, और आपकी इच्छा रखने से पहले ही वह आपके बिन मांगे ही सब कुछ प्रदान कर देते हैं। आईए हम आपको सावन माह से जुड़ी सारी जानकारी बताते हैं….

कब से कब तक चलेगा सावन माह 2024?

हिंदू पंचांग के मुताबिक़ श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि 21 जुलाई रविवार को दोपहर 3 बजकर 47 मिनट से आरंभ हो जाएंगी, जो कि 22 जुलाई सोमवार को दोपहर के 1 बजकर 11 मिनट पर इसका समापन होगा । ऐसे में 22 जुलाई से श्रावण मास आरंभ होकर 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा।

इस साल सावन में बन रहे दुर्लभ योग 

सावन माह में इस साल लगभग 72 साल बाद दुर्लभ संयोग बन बन रहे हैं आपको बता दें कि इस साल श्रावण मास सावन सोमवार के साथ प्रारंभ हो रहा है और इसी दिन के साथ समाप्त हो रहा है। शिव शंकर के इस बार 5 सावन सोमवार पड़ रहे है। इसके साथ ही सावन माह के दौरान सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, रवि योग बन रहा है। इसके साथ ही ग्रहों की स्थिति के कारण कुबेर योग, मंगल-गुरु युति, शुक्रादित्य योग, बुधादित्य, लक्ष्मी नारायण योग, गजकेसरी योग , शश राजयोगों जैसे योग बन रहे हैं।

किस-किस तारीख में पड़ रहा सावन का सोमवार 

•प्रथम सावन सोमवार व्रत- 22 जुलाई 
•दूसरा सावन सोमवार व्रत- 29 जुलाई
•तीसरा सावन सोमवार व्रत- 5 अगस्त
•चौथा सावन सोमवार व्रत- 12 अगस्त
•पांचवां सावन सोमवार व्रत- 19 अगस्त।

जानिए क्या है भोलेनाथ के सावन के दिनों का महत्व 

शिव शंकर के पावन महीने सावन माह का हिंदू धर्म में एक अलग ही विशेष महत्व है। सावन के महीने में पड़ने वाले सोमवार से लेकर हर एक दिन का अपना अलग ही महत्व है और सावन के अवसर पर शिव जी की पूरे विधि विधान से पूजा की जाती है ।इस माह पड़ने वाले सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने के साथ व्रत रखने का विधान है।

इसके साथ ही श्रावण मास हे हर एक मंगलवार को मंगला गौरी व्रत रखा जाता है जिसमें मां पार्वती की पूजा करने का विधान है। श्रावण महीने में पूरे मन और श्रद्धा भक्ति से पूजा पाठ करने से भक्तों के सभी दुख ,दर्द ,कष्ट ,पीड़ा दूर हो जाती है। साथ ही उन्हें सुख संपत्ति एवं कुमारी कन्याओं को इस व्रत को करने से मनचाहा वर प्राप्त होता है।

 हर साल की भांति इस साल भी सावन में कब से शुरू हो रही कावड़ यात्रा?

श्रावण मास में हर वर्ष कांवड़ यात्रा भी निकली जाती है और इस साल सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है ।इसलिए इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से ही आरंभ हो रही है। कांवड़ यात्रा के दौरान शिव भक्त गंगाजल लेकर सैकड़ों किलोमीटर पैदल यात्रा करके भगवान शिव को प्रसन्न भाव से अर्पित करते हैं।


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