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विनोद कांबली जन्मदिन विशेष (Vinod Kambli Birthday special) :
विनोद कांबली का आज 52वां जन्मदिन मना रहे हैं। 18 जनवरी 1972 को मुंबई में जन्में कांबली को उनकी उपलब्धियों से ज्यादा विवादों के कारण याद किया जाता है। क्रिकेट का एक ऐसा सितारा, जिसकी शुरुआत दमदार थी, लेकिन उनकी गिनती असफल क्रिकेटर्स में होती है। अद्भुत प्रतिभा होने के बाद वह ऊंचाइयों को न छू सके। यहां बात हो रही है पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली की।
एक दौर था जब स्कूल मैच में कांबली ने सचिन से ज्यादा शानदार प्रदर्शन किया।उनके गुरु रमाकांत आचरेकर ने भी कांबली को सचिन से ज्यादा टैलेंटेड मान लिया था। हालांकि कांबली के भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया। बहरहाल विनोद कांबली का क्रिकेट करियर भले ही छोटा रहा, लेकिन दमदार और रिकॉर्ड से भरा रहा। सचिन के साथ डेब्यू कांबली ने डेब्यू किया था लेकिन सचिन क्रिकेट के भगवान बन गए और असीम प्रतिभा के धनी विनोद कांबली अर्श से फर्श पर आ गए।
क्या आप जानते हैं कि इन दिनों विनोद कांबली क्या कर रहे हैं? उनकी कमाई कैसे होती है?:
विनोद कांबली का जन्म 18 जनवरी 1972 को मुंबई के कंजुरमार्ग स्थित इंदिरा नगर में हुआ था इनके पिता गणपत कांबली एक मैकेनिक हुआ करते थे। विनोद के पिता बहुत मुश्किल से 7 लोगों के परिवार का पालन-पोषण करते थे। विनोद कांबली का क्रिकेट करियर छोटा, लेकिन दमदार और रिकॉर्ड्स से भरा रहा। सचिन के बचपन के दोस्त कांबली ने मुंबई की मशहूर कांगा लीग में उनके साथ ही डेब्यू किया था।
विनोद कांबली की कमाई :
कांबली की कमाई की बात करें तो वह हर महीने 32 हजार कमाते हैं। वैसे को कांबली की कमाई का प्रमुख जरिए क्रिकेट है लेकि उन्होंने फिल्मों में एक्टिंग, कमेंटेटर के तौर पर भी काम किया है। ।
सचिन के साथ शुरू किया था विनोद कांबली ने अपना क्रिकेट करियर:
सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने भले ही एक साथ क्रिकेट की दुनिया में कदम रखा था। लेकिन, कांबली को शुरुआत नहीं मिली थी। जहां सचिन ने 1988 में रणजी में गुजरात के खिलाफ मुंबई की ओर से डेब्यू किया था।
वहीं, कांबली को रणजी में डेब्यू करने के लिए एक साल तक का लंबा इंतजार करना पड़ा था। 1989 में जब तेंदुलकर पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच खेल रहे थे, तब विनोद कांबली अंडर-19 यूथ कप में ही खेल रहे थे।
हालांकि, कांबली (Vinod Kambli) ने इस मौके को हाथ से नहीं जाने दिया। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया में अपनी जगह बनाई। उन्होंने इंटरनेशनल करियर का आगाज भी बड़े ही विस्फोटक अंदाज में किया। अपने शुरुआती 7 टेस्ट मैचों में उन्होंने चार शतक जड़ दिए थे।
यही नहीं वह टेस्ट मैचों में सबसे तेज एक हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। 1994 में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने यह कीर्तिमान स्थापित किया था। 14 पारियों में 1000 टेस्ट रन पूरा करने वाले वह पहले भारतीय बने थे।
जी हाँ, वह सबसे जल्दी हजार रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उनसे तेज केवल हर्बर्ट सटक्लफ, डॉन ब्रेडमैन और नील हर्वे थे।मगर फिर उनके सितारे उलटे चलने गए और एक उगता सूरज चमक बिखेरने से पहले ही डूब गया।
हैरानी की बात यह है कि, विनोद कांबली की टेस्ट में औसत सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज बल्लेबाजों से भी कहीं अधिक है। वहीं जिन बल्लेबाजों ने 20 टेस्ट पारियों या उससे अधिक में बल्लेबाजी की है, कांबली का औसत उनमें सबसे अधिक (54.20) है।
वहीं, कांबली (Vinod Kambli) के बारे में यह भी कहा जाता है कि अचानक मिली सफलता से उन्हें जो स्टारडम मिला था, वे उसे वह संभाल नहीं पाए। फिर उनकी कुछ खराब आदतों और बुरे व्यवहार के कारण उन्होंने खुद अपना करियर ख़राब कर दिया। यह सच है कि उन्होंने टीम से बाहर होने के बाद करीब 9 बार वापसी की थी, लेकिन वह कभी भी टीम मे अपनी जगह नहीं बना पाए।
विनोद कांबली के नाम कुछ रिकॉर्ड:
–विनोद कांबली ने 21 साल की उम्र में ही अपने पहले 7 टेस्ट में 2 दोहरे शतक ठोके थे।
-रणजी ट्रॉफी की पहली ही गेंद पर कांबली ने छक्का जड़ दिया था।
-विनोद कांबली ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज एक हजार रन बनाए थे, जिस रिकॉर्ड को आज तक कोई भी तोड़ नहीं पाया है
विनोद कांबली के विवाद:
-सचिन और कांबली को एक समय पर जिगरी दोस्त कहा जाता था लेकिन साल 2009 में कांबली ने एक टीवी शो मे इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जब उन्हें सचिन की सबसे ज्यादा जरूरत थी, तो उन्होंने मेरी जरा सा भी मदद नहीं करी थी । इसके बाद ही सचिन और कांबली के बीच दूरियां बढ़ गईं और सचिन ने साल 2013 में हुई अपनी फेरवल पार्टी में विनोद कांबली को न तो बुलाया और न उनके बारे में जिक्र किया।
-कांबली ने 1996 में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारत की हार को फिक्सिंग बताया थ
था और उसके साथ ही उस समय के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन सहित टीम के अन्य बल्लेबाजों और मैनेजर पर आरोप लगाए थे।
-2015 में कांबली ने नवजोत सिंह सिद्धू को खुलेआम गालियां दे दी थीं, जिसके बाद वह विवादों मे फंस गए थे।
-2015 में कांबली और उनकी पत्नी के खिलाफ घरेलू नौकरानी ने एफआईआर करवाई थी। आरोप था कि सैलरी मांगने पर विनोद कांबली और उनकी पत्नी ने नौकरानी को पीटा और तीन दिन तक एक कमरे में बंद रखा था।
-सिंगर अर्जित सिंह के पिता को मारने के मामले में भी कांबली और उनकी पत्नी काफी विवादों में आ गए थे।
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