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Amit Sadh birthday special: गार्ड की नौकरी की, एक्टिंग के लिए घर बेचा दिया,एक समय बॉलीवुड इंडस्ट्री ने अमित साध को कर दिया था बैन
Amit Sadh birthday: काई पो छे’, ‘सुल्तान’ और ‘गोल्ड’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुके अमित साध (Amit Sadh) आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 5 जून 1983 को जन्मे अमित 41 साल के हो चुके हैं। अभिनेता अमित साध (Amit Sadh) का चेहरा आज हर प्लेटफॉर्म पर काफी पॉपुलर है। अमित (Amit Sadh) ऑनस्क्रीन पर जितने कूल सभी को नजर आते हैं,
वास्तव में अमित (Amit Sadh) का स्ट्रगल उतना ही परेशान करने वाला है। अमित (Amit Sadh) कम उम्र में घर छोड़ कर भागे। 4 बार सुसाइड अटेम्प्ट किया क्योंकि जिंदगी में प्यार की कमी हमेशा खटकती रही। चौथी बार जब मै आत्महत्या करने के लिए पहुंचा तो अपनी मौत को सामने आता देख कर अमित (Amit Sadh) को एहसास हुआ कि जिंदगी में उन्हे कुछ करना चाहिए।
16 साल में घर से भाग गए थे अमित साध (Amit Sadh)
घर से भागने के बाद कभी किसी के घर में नौकर की तरह काम किया, कभी सिक्योरिटी गॉर्ड बने। कभी कपड़े की दुकान पर काम किया तो कभी जूते के शो-रूम पर। दोस्तों को देख एक्टिंग का चस्का लगा। टीवी पर पहला ब्रेक भी जल्दी मिल गया, लेकिन फिल्मों में जगह बनाने के लिए बहुत संघर्ष किया। ओटीटी ने अमित के करियर को एक नई दिशा दी है।
घरवालों का नही मिला था प्यार तो भाग गए थे अमित साध (Amit Sadh) घर से
अमित (Amit Sadh) कहते हैं, सांवले रंग की वजह से मैं बचपन में किसी से भी बात नहीं करता था। छोटा ही था, तभी पिता जी की मौत हो गई। हमेशा से गुस्सैल स्वभाव का था क्योंकि कभी पेरेंट्स ने मुझ पर ध्यान ही नहीं दिया। यही वजह थी कि 16 साल की उम्र में घर से भाग गया।
चार बार सुसाइड की कोशिश की अमित साध (Amit Sadh) ने
मैंने 4 बार सुसाइड करने की कोशिश भी की थी। वजह ये थी कि मुझे कभी भी अपनों का प्यार नहीं मिला। इन्हीं सब बातों से परेशान होकर मैंने ये कदम उठाया था। सबसे पहले गोमती नदी (लखनऊ) में कूदने का प्रयास किया, क्योंकि वहां पढ़ रहा था। फिर वहां से बुआ के यहां अल्मोड़ा गया।
तीसरी बार सुसाइड करने से पहले मैं अल्मोड़ा से दिल्ली चला गया। दिल्ली में जोरबाग स्थित एक कोठी में झाड़ू-पोंछा करने का काम मिल गया, लेकिन मेरे पास सोने की जगह नहीं थी। वहां के हेड पूरन सिंह ने मुझे सोने के लिए जो जगह दी, वहां पर एक दिन पुलिस वालों ने आकर पिटाई कर दी। इससे मेरी तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान पूरन सिंह ने मेरा बहुत ख्याल रखा। एक-दो बार उन्होंने मुझे खाने के लिए पैसे भी दिए। झाड़ू-पोंछा करने के साथ वहां के वॉचमैन के बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता था, जिसके बदले मुझे 50 रुपए मिलते थे।
पूरन सिंह ने एक बार मुझे इंग्लिश गाना गाते सुना तो काम से निकाल दिया, उन्हें लगा कि इंग्लिश गाना गा रहा हूं तो कुछ गड़बड़ होगा। चौथी बार कोशिश तब की, जब मैं किदवई नगर, दिल्ली में रहता था। एक दिन रेलवे ट्रैक पर गया और लेट गया। सामने से ट्रेन आ रही थी, तभी दिमाग में ख्याल आया कि मरना नहीं है बल्कि कुछ करना है। वहां से चला आया।
टेलीविजन इंडस्ट्री में अमित साध (Amit Sadh) को झेलना पड़ा था बैन
अमित ने टी वी से बॉलीवुड फिल्मों तक का सफर खुद से तय किया था। अमित ने सीरियल ‘क्यों होता है प्यार’ से अपने करियर की शुरूआत की थी ।तब उनकी उम्र सिर्फ 20 साल के आसपास थी। तब शो की सक्सेस के बाद अमित गैंगबाजी के शिकार हो गए थे और उन्हें टीवी इंडस्ट्री में काम मिलना बंद हो गया था।
अमित ने इंटरव्यू में कहा था, ‘मैंने फिल्मों में जगह बनाने के लिए टेलीविजन नहीं छोड़ा था। टेलीविजन इंडस्ट्री ने मुझे बैन कर दिया था। यहां काम करने वाले लोगों ने एक-दूसरे को कॉल करके कहा, ‘इसको काम मत दो। तो फिर मैंने कहा, अच्छा? काम नहीं दे रहे हो? तो मैं फिर पिक्चर में जाऊंगा।’ ‘तब मुझे एक बहुत बड़े टेलीविजन प्रोड्यूसर का कॉल आया जिनकी इंडस्ट्री में काफी पूछ-परख थी तो मैंने उनको भी बोल दिया, ‘सर गलत करोगे, तो मैं भी लडूंगा’।
2010 में अमित साध (Amit Sadh) ने किया था बॉलीवुड डेब्यू
अमित ने टेलीविजन को अलविदा कहने के बाद राम गोपाल वर्मा की ‘फूंक 2’ से 2010 में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्होंने ‘काय पो छे’, ‘गुड्डू रंगीला’, ‘सुल्तान’, ‘सरकार 3’ और ‘गोल्ड’ जैसी फिल्मों में काम किया।