Sunday, May 12, 2024

तापमान के गिरावट के साथ ही क्यों छाने लगती है प्रदूषण की परत, क्या है इसका मुख्य कारण?

तापमान के गिरावट के साथ ही क्यों छाने लगती है प्रदूषण की परत, क्या है इसका मुख्य कारण?

Digital News Guru Delhi Desk:- सर्दी का मौसम आते ही हर जगह से वायु प्रदूषण की खबरे आने लगती हैं। मौसम बदलने के साथ साथ दिल्ली की हवा दूषित नज़र आने लगती है। यहां सुबह होते ही अजीबोगरीब धुंध दिखाई देने लगती है, जिससे धूप नही निकल पाती है बल्कि आसमान से लेकर जमीन तक एक मोटी धुंध छाई रहती है जिसमे सास तक लेना मुश्किल हो जाता है।

CREA (सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर) ने अपने एक शोध मे पराली के धुएं को दिल्ली मे होने वाले प्रदूषण में अहम हिस्सेदारी बताई हैं। अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली का AQI ( Air Quality Index) तय मानको से काफी अधिक होता है और यहां की हवा सास तक लेने लायक नही रहती है।

दिवाली से पहले बारिश से मिली राहत अब खत्म हो गई है। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। 10 नवंबर को हुई एक दिन की बरसात से जहां लोगों को राहत मिली थी, वहीं एक दिन की दिवाली के प्रदूषण ने लोगों की सांस पर वायु प्रदूषण का पहरा लगा दिया है। दिल्ली के साथ साथ एनसीआर के भी कई इलामें हवा की गुणवत्ता ‘ बेहद खराब’ श्रेणी में शामिल होती जा रही है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 500 के पार चला गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 480, आरके पुरम में 418, पंजाबी बाग में 430 और आईटीओ में 408 रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनो मे दिल्ली मे घना कोहरा भी छाएगा।

ये इलाके रहे सबसे ज्यादा प्रदूषित

नेहरू नगर, जहांगीरपुरी, पंजाबी बाग, बवाना व आरके पुरम सबसे अधिक प्रदूषित जगह रहे। नेहरू नगर में एयर इंडेक्स खतरनाक श्रेणी के नजदीक 450 पहुंच गया। फरीदाबाद का एयर इंडेक्स 390, गाजियाबाद 378, ग्रेटर नोएडा 338 व नोएडा का एयर इंडेक्स 360 दर्ज किया गया। इस वजह से एनसीआर के इन शहरों में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। गुरुग्राम में एयर इंडेक्स खराब श्रेणी में 297 रहा। लिहाजा, एनसीआर में गुरुग्राम में प्रदूषण सबसे कम रहा।

वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक

सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. संजय कंसल ने बताया कि वायु प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। यह शरीर के कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है। इससे कई गंभीर बीमारियां होने की आशंका रहती है।

हो सकती हैं ये बीमारियां

  • दिल की बीमारी की आशंका वायु प्रदूषण से काफी अधिक बढ़ जाती है। इससे दिल के दौरे पड़ने, कोरोनरी धमनी रोग और दिल के वॉल्ब ब्लॉकेज हो सकते हैं।
  • फेफड़ों की बीमारी की भी एक बड़ी वजह से वायु प्रदूषण ही है। जब व्यक्ति सांस लेता है तो उसके शरीर में खराब हवा जाती है। जिसके कारण फेफड़े खराब हो जाते हैं।
  • वायु प्रदूषण से कैंसर भी हो सकता है। इसके कारण फेफड़ों का कैंसर हो सकता है।
  • वायु प्रदूषण किडनी की बीमारियां के लिए भी होता है घातक।

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