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लोगों को क्यों नहीं मिल पा रही हेल्दी नींद, नींद की कमी बन रही बीमारी का कारण !
दिन भर की थकान के बाद हम सभी को रात मे एक अयाची नींद का इंतजार रहता है । अगर यह हमसे पूछा जाए, कि इस दुनिया की सबसे अनमोल प्रकृति का क्या हुआ, तो हर किसी का अलग-अलग जवाब और चाहत सामने आ सकती है। कोई बोलेगा एक तो अच्छा खाना, तो कोई अच्छा पेय पदार्थ, कोई सेक्स, तो कोई नींद कहेगा। सभी नीड़ पर गौर किया जाए तो असल में हमारी दुनिया में अच्छी नींद से आनंददायक कुछ नहीं हो सकता। बड़ी बात ये है कि नींद सिर्फ आनंद तक सीमित नहीं है। अच्छी नींद, अच्छी सेहत का भी राज है।
लोगों को क्यों नहीं मिल पा रहीहेल्दी नींद? और क्यू ज़रूरी है कंप्लीट नींद ?:
तुम लोगों ने कहा होगा कि जब हम लोग होते हैं तो दूसरी दुनिया में होते हैं। असल में असल में हम अचेतन राज्य में चले जाते हैं। अपने आसपास की दुनिया से बिल्कुल बेखबर, कई बार तो सपनों की दुनिया में खोए।
इस बार हमारे शरीर और दिमाग के काम करने का तरीका बिल्कुल बदल जाता है। पूरा शरीर फटाफट अपनी सामी की सूची तैयार करता है और उनकी सूची देना शुरू कर देता है। इस दौरान जो कुछ भी हुआ है, उसमें सुधार किया गया है, एक ख़तरनाक दस्तावेज कर हमारी लड़ाई की तैयारी है। एक अच्छी नींद के बाद हमारे ग्राहकों की ताकत कई गुना बढ़ जाती है।
यहाँ की इस भागदौड़ वाली लाइफ में हमने सबसे ज्यादा एग्रीमेंट अपनी नींद के साथ किया है। नींद का कोई तय समय नहीं, पूरी तरह से दिखाई ही देती है। पहले नींद न आना बड़ी उम्र के लोगों की परेशानी थी, अब टीन-एज में ही यह समस्या शुरू हो गई है।
नींद की कमी बन रही महामारी:
यूनिवर्सिटी कैलिफ़ोर्निया के एक न्यूरोसाइंटिस्ट ने स्लीप पर ‘व्हा वी स्लीप’ नाम की एक किताब भी शेयर की है। इस किताब में वो दिखावा कर रहे हैं कि हम सभी लोग नींद की कमी के कारण साइंटिस्ट महामारी से सीख रहे हैं। उन्होंने इसे एसएसआइ की सबसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बताया जा रहा है। उन्होंने लिखा है कि जलवायु परिवर्तन, मोटापा और स्वच्छ पानी तक बड़े पैमाने पर पहुंच तीन सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरा हैं। इस सूची में चौथे नंबर पर नींद शामिल हो सकती है, जो व्यक्तिगत रूप से गंभीर खतरे की श्रेणी में आ सकती है।
लेकिन ज्यादातर लोग बातचीत में अपनी नींद से समझौते कर लेते हैं। इससे उन लोगों को काम के लिए थोड़ा सा समय मिल जाता है। इसके बदले में उन लोगों के शरीर में बछड़ों के लिए कॉलवे के लिए लिस्ट भी बन रही है। “अगर लंबे समय तक नींद पूरी नहीं होती है तो खून की मात्रा बढ़ जाती है। इससे दिल भी बढ़ जाता है, जिससे ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाता है। ज्यादा दिन तक ऐसा ही रहता है तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स की भी वजह होती है।” हो सकता है।
नींद को आरामदायक बनाने के बजाय इसे शरीर की जरूरत है। शरीर के लिए नींद बहुत जरूरी है, खाना और पानी। दिमाग को भी ख़राब बना रही है नींद कम नींद नहीं लेने से मानसिक तनाव बढ़ जाता है। यह लोगों के अंदर गुस्सा और चिड़चिड़ापन भर देता है। ऐसे लोग स्वभाव से काफी आक्रामक होते चले जाते हैं। और यह धीरे-धीरे दिमाग को भी नुकसान पहुंचाता है और अल्जाइमर जैसी जानलेवा बीमारी का कारण बन जाता है।
नेशनल स्लीप फाउंडेशन ने हर उम्र के लोगों के लिए नींद के जरूरी घंटे तय किए हैं। अच्छी नींद के लिए क्या करें?
अच्छी नींद के लिए हमें अपनी विशिष्टता में बदलाव करना जरूरी है। हमें अपने सोने-जागने का ठीक से समय तय करना होगा। इसके अलावा और भी कई जरूरी बातें हैं, आइए कुछ बिंदुओं में निहितार्थ हैं-
- •इलेक्ट्रिक सामान के साथ कम से कम समय।
- सुबह और शाम को कुछ देर खुली हवा में रहना चाहिए।
- • अपने मनपसंद दोस्तों से बातचीत करें, मन की बातें अपनी साझा करें।
- • झूला-फुल्की यानी मॉडरेट स्टूडियो करिए।
- • शराब-सिगरेट या किसी भी नशे की दूरी तय करें।
•बेड पर जाने से पहले मोबाइल और दूसरे गैजेट्स की दूरी बना लें। -
•सोने से एक घंटे पहले बारिश लेना आपके लिए मज़ेदार हो सकता
है। - •चाय या फुटबॉल ज्यादा न पिएं।
- •रात के खाने को सोने से 2 घंटे पहले खाना चाहिए । YOU MAY ALSO READ :- होली स्पेशल : जानिए वृंदावन ,मथुरा ,बरसाना में अलग-अलग दिन मनाये जाने वाले होली कार्यक्रम , कितने प्रकार की होती हैं होली ?