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Vikram Birthday Special: तमिल सिनेमा के सुपरस्टार है विक्रम, जानलेवा एक्सीडेंट के बाद मौत को मात देकर वापस आए थे विक्रम!
एक्टर विक्रम (Vikram) का नाम जब भी दिमाग में आता है तो कभी वो ‘लिंगेसन’ तो कभी ‘अपरिचित‘ के रेमो और अमी याद आते हैं। उस फिल्म में विक्रम (Vikram) ने एक ऐसा किरदार निभाया था जो मल्टीपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर का शिकार है। इस किरदार में विक्रम ने सभी को चौंका दिया था । वैसे भी विक्रम (Vikram) हर किरदार में इस कदर घुस जाते हैं कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। विक्रम (Vikram) तीन दशक से अधिक समय से फिल्मों में काम कर रहे हैं।
आज विक्रम (Vikram) तमिल सिनेमा के बहुत बड़े सुपरस्टार माने जाते हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी आया था उनकी जिंदगी मे जब उन्होंने लगभग एक दशक तक लगातार फ्लॉप फिल्में करी थी और एक घातक दुर्घटना उनके उपर घटी थी, जिसने उनका जीवन बर्बाद कर दिया था। लेकिन विक्रम ने कभी भी हार ननही मानी थी । 17 अप्रैल को विक्रम अपना 58वां जन्मदिन मना रहे है ।सबसे पहले जानिए कि कैनेडी जॉन विक्टर कैसे बने विक्रम और कैसे फिल्मों में आए?
‘कैनेडी जॉन विक्टर’ आखिर ऐसे बने थे विक्रम (Vikram):
विक्रम (Vikram) का जन्म 17 अप्रैल 1966 को हुआ था। उनका असली नाम कैनेडी जॉन विक्टर है। विक्रम के पिता का नाम जॉन विक्टर था और वह फिल्मों में सहायक भूमिकाएँ निभाते थे। विक्रम के पिता फिल्मों में हीरो बनने के लिए घर से भाग गए थे।
चूँकि उन्होंने अभिनय में कोई विशेष प्रशिक्षण नहीं लिया था और उन्होंने कभी थिएटर भी नहीं किया था, इसलिए विक्रम के पिता जॉन विक्टर कभी भी फिल्मों में सफल नहीं हो सके। उनसे सीख लेकर कैनेडी जॉन विक्टर ने थिएटर किया और अभिनय के गुर सीखने के बाद ही फिल्मों में जाने का फैसला किया। विक्रम ने क्लासिकल के साथ-साथ सिनेमा के अलग-अलग डांस फॉर्म की भी ट्रेनिंग ली।
विक्रम (Vikram) का इसलिए नाम बदल गया:
इसके बाद विक्रम ने नाम बदलने का फैसला किया. विक्रम ने एक बार बताया था कि उन्हें अपना नाम कैनेडी जॉन विक्टर काफी विदेशी लगता है। उन्हें पता था कि इस नाम से वह फिल्मों में करियर नही बना पाएंगे ।इस प्रकार वह कैनेडी जॉन विक्टर से विक्रम बन गये। बाद में विक्रम फिल्मों में आये। लेकिन फिल्मों में आने से पहले ही विक्रम के साथ एक बड़ी त्रासदी घटी, जिससे उनका हीरो बनने का सपना टूट चुका था ।
विक्रम (Vikram) हुए थे घातक दुर्घटना के शिकार , 3 साल बिस्तर पर बिताए :
विक्रम (Vikram) एक घातक दुर्घटना का शिकार हो गये, जिससे उनका जीवन बर्बाद हो गया। यह तब था जब विक्रम ने आईआईटी मद्रास में एक इंटर कॉलेज फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का खिताब जीता था। विक्रम को बचपन से ही अभिनय का शौक था। महज 12 साल की उम्र में विक्रम ने तय कर लिया था कि उन्हें एक्टर बनना है ।जब वह स्कूल में थी तो उसने संगीतमय ‘स्टीम बोट’ में कपास चुनने वाली एक गुलाम लड़की की भूमिका निभाई थी। इस रोल में विक्रम का कोई डायलॉग नहीं था ।
खूब प्रशंसा हुई और इस प्रशंसा से विक्रम का मनोबल बढ़ गया। जब विक्रम कॉलेज पहुंचे तो वे प्रसिद्ध हो गए। पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने एक्टिंग से भी दिल जीता। विक्रम को कॉलेज में प्रस्तुत एक नाटक के लिए लोगों से स्टैंडिंग ओवेशन और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी मिला। लेकिन जब वह अवॉर्ड लेने के बाद अपनी बाइक से घर लौट रहे थे तो उनका खतरनाक एक्सीडेंट हो गया। उसका एक पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था. इलाज के बाद डॉक्टरों ने जवाब दे दिया था कि अगर उसकी जान बचानी है तो उसका पैर काटना होगा ।लेकिन विक्रम और उसकी माँ ने मना कर दिया।
23 सर्जरी के बाद ठीक हुआ था विक्रम (Vikram) का पैर :
विक्रम (Vikram) का कठिन दौर शुरू हो चुका था, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। पैर बचाने की बमुश्किल 2 फीसदी संभावना थी ।हड्डियाँ टूट गयीं । पैर की हालत बहुत खराब थी। ऐसा लग ही नहीं रहा था कि वह ठीक हो पाएंगी. मांस से लेकर खाल तक सब खराब हो चुका था ।
जब विक्रम (Vikram) ने अपना पैर कटवाने से इनकार कर दिया तो डॉक्टरों ने उनकी करीब 23 सर्जरी कीं। विक्रम का तीन साल तक एक के बाद एक ऑपरेशन होता रहा। विक्रम तीन वर्ष तक बिस्तर पर पड़े रहे। आख़िरकार मेहनत रंग लाई और विक्रम का पैर ठीक हो गया। इसके बाद विक्रम करीब एक साल तक क्रेच के सहारे चलते रहे। लेकिन इसके बाद भी परेशानियां खत्म नहीं हुईं ।कभी विक्रम को पैर में संक्रमण होता तो कभी कोई अन्य समस्या। इस तरह विक्रम अस्पताल जाता रहा।
विक्रम (Vikram) 1990 में हीरो बने, 9 साल तक फ्लॉप रहीं फिल्में:
विक्रम (Vikram) को फिल्मों में अभिनय करने का पहला मौका साल 1990 में मिला था । तब निर्देशक सीवी श्रीधर ने उनसे अपनी एक फिल्म में मुख्य भूमिका के लिए संपर्क किया था। विक्रम (Vikram) ने साल 1990 में छोटे बजट की फिल्म एन कधल कनमनी से अभिनय की शुरुआत करी थी।
इसके बाद उन्होंने कई फिल्में कीं, लेकिन सफलता नहीं मिली थी। पहले 9 सालों तक विक्रम की फिल्में फ्लॉप होती रहीं थी। हर फ्लॉप से निराशा होती थी, लेकिन विक्रम ने खुद को टूटने नहीं दिया था। आज हालात ऐसे हैं कि साउथ ही नहीं बल्कि बॉलीवुड में भी हर कोई विक्रम के साथ काम करने के लिए बेताब रहता है। आज चियान विक्रम तमिल सिनेमा के सबसे ज्यादा फीस लेने वाले सितारों में से एक हैं।YOU MAY ALSO READ :- Siddharth birthday special : अभिनेत्री अदिति राव हैदरी के साथ एंगेजमेंट को लेकर काफी सुर्खियां बटोरते नजर आए थे सिद्धार्थ, और कुछ ऐसी रही साउथ एक्टर की लव लाइफ !