साल 2024 में अंतरिक्ष में स्थापित होगा पहला फिल्म स्टूडियो, नासा का नया अभियान खोजेगा यूरोपा पर जीवन
Digital News Guru Delhi Desk: साल 2024 की शुरुआत के साथ ही इस साल समूचे विश्व के कई बड़े बदलाव होने जा रहे हैं, जो लंबे समय के लिए वैश्विक पटल पर अपनी छाप छोड़ेंगे।
इसी के साथ ही कई ऐसे बदलाव भी होने जा रहे हैं, जो कुछ समय पहले तक महज एक स्वप्न सरीखे मालूम देते थे। इसी के साथ आइए नजर डालते हैं ऐसी अनोखी वैश्विक सफलताओं पर, जो 2024 अपने साथ लेकर आ रहा है।
अंतरिक्ष में फिल्म स्टूडियो
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की वाणिज्यिक ईकाई एक्जियोम अंतरिक्ष पर दुनिया के पहले फिल्म प्रोडक्शन स्टूडियो का निर्माण करेगा। इस स्टूडियो का नाम एसईई-1 रखा जाएगा, जो कि धरती से 250 मील ऊपर स्थापित होगा। यह स्टूडियो संभवतः साल 2024 के अंतिम माह तक पूर्ण हो जाएगा। यहां से लोग अपना कंटेंट रिकॉर्ड, ब्रॉडकास्ट व लाइवस्ट्रीम कर सकेंगे। एक रिपोर्ट के मुताबिक निर्देशक डॉउग लीमन अभिनेता टॉम क्रूज के साथ अपनी फिल्म को इस स्टूडियो में शूट करेंगे।
चर्च में महिलाएं बनेंगी प्रीस्ट
साल 2021 में पोप फ्रांसिस की अध्यक्षता में एक पहल शुरु की गई, जिसका मुख्य उद्देश्य कैथोलिक नियमों में सुधार करने को लेकर रहा। बता दें कि, इस पहल की आखिरी बैठक अक्टूबर 2024 में आयोजित की जाएगी। इसी बदलाव के तहत चर्च में महिलाओं को प्रीस्ट बनाने का मुद्दा भी बेहद अहम है।
महिलाओं को प्रीस्ट नियुक्त करने सहित मंत्रालय में महिलाओं के लिए पद, समलैंगिक विवाह आदि पर पोप फ्रांसिस ही अंतिम फैसला लेंगे। इसी के साथ ‘केनन कानून’ में भी बदलाव हो सकते हैं, जिसके तहत कैथोलिक चर्च खुद को संचालित करता है। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक यह बदलाव आसान नहीं है, क्योंकि इसको लेकर अधिकतर लोग अभी भी खिलाफ में हैं।
नासा का नया अभियान खोजेगा यूरोपा पर जीवन
बृहस्पति गृह के चांद यूरोपा पर जीवन की खोज के लिए नासा ने क्लिपर मिशन शुरु करने की योजना बनाई है। ऐसे में योजना के तहत यूरोपा की बर्फीली चट्टानों के नीचे जीवन के लिए आवश्यक पानी व अन्य के स्रोत मिल सकते हैं, जो कि करीब 400 करोड़ सालों तक खत्म नहीं होंगे। नासा अपने इस अभियान की शुरुआत आगामी अक्टूबर माह में करेगा। बता दें कि, क्लिपर मिशन के लिए बनाया जा रहा स्पेसक्राफ्ट अब तक का सबसे बड़ा स्पेसक्राफ्ट होगा, जो कि 30 मीटर लंबा और बगैर ईंधन के करीब 3240 किलोग्राम वजनी होगा।
सुपर कंप्यूटर से होगा एआई आधारित इलाज
2024 में यूरोप का पहला एक्सा-स्केल सुपर कंप्यूटक जर्मनी के जुलिच शहर के नेशनल रिसर्च इंस्टिट्यूट में स्थापित किया जाएगा। बता दें कि, यह एआई यानी कृत्रिम बुद्धिमता आधारित एप के लिए आसानी से काम करने वाला अब तक का सबसे तेज सुपर कंप्यूटर होगा। इसकी मदद से इंसान के दिल और दिमाग को डिजिटल रूप से कॉपी किया जा सकेगा, जिसके आधार पर इंसान की बीमारियों का एआई आधारित इलाज करने में मदद मिलेगी।
52 साल बाद चांद पर जाएगा इंसान- 1972 में अपोलो 17 मिशन के 52 साल बाद अब 2024 में नासा के अर्टेमिस द्वितीय मिशन के जरिए चार अंतरिक्ष यात्रियों को चांद पर भेजा जाएगा। बता दें कि, इस मिशन के मुताबिक वह चांद के चारों ओर चक्कर लगाकर वापस पृथ्वी पर आएंगे। इस मिशन का संचालन रीड वाइसमैन करेंगे। बता दें कि, विक्टर ग्लोवर चांद पर जाने वाले पहले अश्वेत व्यक्ति होंगे तथा क्रिस्टियाना कोच चांद पर जाने वाली पहली महिला होंगी।
कुपोषण खत्म करने की दवा
बिल गेट्स फाउंडेशन वर्तमान में कुपोषण को खत्म करने की दवा के तीसरे चरण का परीक्षण कर रहा है। बताया जा रहा है कि परीक्षण के बाद साल 2024 में ही इस दवा को विश्व स्वास्थ्य संगठन का अनुमोदन मिल जाएगा, जिससे विकासशील या कम विकसित देशों को अधिक फायदा होगा।
बता दें कि, एक आंकड़े के तहत दुनिया में 05 साल से कम उम्र के करीब 19 करोड़ बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं। वहीं, भारत में ऐसे बच्चों की संख्या करीब 43 लाख है। ऐसे में निर्मित हो रही यह दवाई 05 साल से कम आयु के बच्चों में मां का दूध पचाने में मदद करेगी ताकि बच्चों में पोषण की कमी से होने वाली समस्या से निजात मिल सके।