राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की उड़ाई गई धज्जियां!
Digital News Guru Delhi Desk: हर वर्ष की तरह इस बार भी दिल्लीवासियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेशो का जमकर उलंघन किया, बता दे कि पिछले 3-4 वर्षो से राजधानी दिल्ली मे प्रदूषण कि समस्याओं को मद्देनजर रखते हुए पटाखे बेचने और पटाखे जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है, लेकिन दिल्लीवासी है कि बात कि गंभीरता को न समझते हुए हर साल लाखो के पटाखों को जला देते है। साथ ही दिल्ली कि हवा को उस हद्द तक पहुंचा देते है कि यहा घर से बाहर निकलना भारी पड़ जाता है।
दिल्ली के ज्यादातर इलाको में दिवाली की शाम से ही पटाखों का शोर हुआ और रात 11 बजे तक बेलगाम तरीके से जारी रहा।
बता दे कि विजयादशमी के बाद से दिल्ली की हवा बहुत खतरनाक हो गई थी और यहां का Air Quality Index (AQI) 600 के करीब पहुंच गया था लेकिन शुक्रवार रात हल्की बारिश से प्रदूषण की धुंध मे बहुत राहत मिली थी और AQI 200 के करीब पहुंच गया था लेकिन दिवाली के बाद से AQI खतरनाक लेवल पर पहुंच गया है। तरफ जहां दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में आ गई।
वहीं एनसीआर के प्रमुख शहरों में हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ में शामिल हो गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 450 पर आ गया है। आनंद विहार में एक्यूआई 360, आरके पुरम में 422, पंजाबी बाग में 415 और आईटीओ में 432 रहा। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी कुछ दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के साथ साथ कोहरा भी छाने लगेगा।
स्विस ग्रुप ने दिल्ली की हवा को बताया खतरनाक
वायु गुणवत्ता मापने वाले स्विस ग्रुप ने IQAir के डाटा के मुताबिक कल यानी सोमवार को दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर के तौर पर उभर कर आया हैं। सोमवार सुबह 5 बजे दिल्ली का AQI 500 के पार था जो बेहद खतरनाक रूप में चिन्हित हैं। इस ग्रुप के मुताबिक AQI 320 को खतरनाक के तौर पर चिह्नित किया गया है, जिसमें हैल्थ के लिए बेहद घातक चेतावनियां दी गई हैं। इस ग्रुप के मुताबित सोमवार को दिल्ली की हवा इस खतरनाक स्तर से भी खराब लेवल पर पहुंच गई थी।

दिल्ली में पटोखों से कम हुई विजिबिलिटी
दिवाली पर पटाखे जलाने के बाद DELHI-NCR के विभिन्न हिस्सों के दृश्यों में सड़कों पर घनी धुंध छाई हुई दिखाई दे रही है, जिससे विजिबिलिटी काफी कम हो गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने आतिशबाजी पर लगाई थी रोक
सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली के पहले ही प्रदूषण से बिगड़ते हालात को देखते हुए दिल्ली में पटाखों और अतिशबाजी की बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल पर रोक लगाई थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए DELHI-NCR के लोगों ने जमकर आतिशबाजी की।

AQI और उसका प्रभाव
- 0-50 गुड न्यूनतम प्रभाव।
- 51-100 सेटिसफेक्टरी संवेदनशील लोगों को सांस लेने में मामूली तकलीफ।
- 101-200 मॉडरेट फेफड़े, दमा और हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सांस लेने में तकलीफ।
- 201-300 पुअर ज्यादातर लोगों को लंबे समय तक सांस लेने में तकलीफ।
- 301-400 वेरी-पुअर लंबे समय तक संपर्क में रहने से सांस की बीमारी।
- 401-500 सीवियर स्वस्थ लोगों पर प्रभाव और बीमार वाले लोगों पर गंभीर रूप से प्रभाव।







