Saturday, September 21, 2024

Sri Sri Ravi Shankar birthday special : गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर एक मानवतावादी नेता, आध्यात्मिक शिक्षक और शांति के है राजदूत !

DIGITAL NEWS GURU NATIONAL DESK :-

Sri Sri Ravi Shankar birthday special : गुरुदेव श्री श्री रवि शंकर एक मानवतावादी नेता, आध्यात्मिक शिक्षक और शांति के है राजदूत !

श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri Ravi Shankar) का जन्म भारत के तमिलनाडु राज्य में 13 मई 1956 को हुआ। उनके पिता का नाम व वेंकट रत्नम् था जो भाषाकोविद् थे। उनकी माता श्रीमती विशालाक्षी एक सुशील महिला थीं। श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri Ravi Shankar) का नाम रवि इसलिए रखा गया था क्योंकि इनका जन्म रविवार के दिन ही हुआ था। और उसी दिन आदि गुरु शंकराचार्य की भी जन्मदिन होता था इसलिए उनके नाम के आगे शंकर भी लग गया था | इस तरह उनका बचपन में पूरा नाम रविशंकर हो गया था ।

रविशंकर बचपन से ही आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हो गये थे। सिर्फ चार साल की उम्र में ही रविशंकर श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का पाठ कर कर लिया करते थे। बचपन में ही उन्होंने ध्यान करना भी शुरू कर दिया था। उनके शिष्य बताते हैं कि फीजिक्स में अग्रिम डिग्री उन्होंने 17 साल मे ही ले ली थी।

श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri Ravi Shankar) पहले महर्षि महेश योगी के शिष्य थे। उनके पिता ने उन्हें महेश योगी को सौंप दिया था। अपनी विद्वता के कारण रविशंकर महेश योगी के प्रिय शिष्य भी बन गये थे।

 

श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri Ravi Shankar) की सुदर्शन क्रिया:

सुदर्शन- क्रिया ‘आर्ट ऑफ लिविंग कोर्स का आधार है। जो लोग सुदर्शन क्रिया सीखने की इच्छा जताते हैं उन्हें एक समझौते पर हस्ताक्षर करना पड़ता है कि वे सुदर्शन क्रिया को किसी अन्य व्यक्ति को नहीं बताएंगे। सुदर्शन क्रिया के बारे में ये भी कहा जाता है कि यह शरीर, मन और भावनाओं को पूरी तरह से ऊर्जा से भर देती है तथा उन्हें प्राकृतिक अपने स्वरूप में भी ले आती है।

इसे सिखाने के कोर्स की फीस हर देशों में अलग-अलग है। अमेरिका में हर एक व्यक्ति से 375 डालर लिये जाते हैं इस क्रिया के लिए। कालेज के विद्यार्थियों को कुछ छूट भी दे दी जाती है। इसके अलावा कुछ और संस्थाएं हैं जो श्री श्री रवि शंकर की देख-रेख में भी काम करती हैं

श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri Ravi Shankar) का मार्गदर्शक सिध्दान्त :

जब तक हमारा तनाव रहित मन और हिंसा रहित समाज नहीं होगा तो हम विश्व शांति को प्राप्त नहीं कर सकते। द आर्ट ऑफ लिविंग कई तनाव निष्कासन और स्वयं के विकास के लिए कार्यक्रम प्रस्तुत करता है जो अधिकांश स्वास तकनीक, ध्यान और योग पर आधारित है। इन कार्यक्रमों ने हजारों लोगों को विश्वभर में निराशा, हिंसा और आत्महत्या करने प्रवृत्ति से निकलने में मदद की है।

शान्ति के दूत:

श्री श्री रवि शंकर (Sri Sri ravishankar) महाराज ने शान्ति के दूत के द्वंद्व समाधान में अपनी एक अहम् भूमिका अदा करते हैं, और अपने तनाव एवं हिंसा मुक्त समाज का सन्देश जनसभाओं और विश्व सम्मेलनों में भी प्रचारित करते रहते हैं| निष्पक्ष और केवल शान्ति की कार्यावली रखने वाले समझे जाने वाले, आप द्वंद्व में फंसे लोगों के लिए आशा के प्रतीक हैं|

श्री श्री रविशंकर महाराज के काम ने विश्व भर में करोड़ो लोगों के जीवन को अन्दर से छुआ हुआ है, जाति, राष्ट्रीयता, और धर्म से परे, एक “वसुधैव कुटुम्बकम” के सन्देश के साथ, कि भीतरी और बाहरी दोनों जगह की शान्ति पूरी तरह से संभव हैं।

श्री श्री रविशंकर की सेवाओं को देखते हुए उन्हें कई पुरस्कार भी प्राप्त हुए हैं। उनमें कुछ निम्नवत हैं:

  1. 1. नेशनल वेटरैन्स फाउंडेशन अवार्ड,अमेरिका, 2007
  2. 2. वर्षद कन्नडिगा, ईटीवी, 2007
  3. 3. आर्डर पोल स्टार साल 2006, ये मंगोलिया का सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार माना जाता है

YOU MAY ALSO READ :- Divyendu Sharma birthday special : आसान नहीं था ‘मिर्जापुर’ के ‘मुन्ना भैया’ का बॉलीवुड सफर, 3 साल तक नहीं मिला था कोई काम !

आपका वोट

Sorry, there are no polls available at the moment.
Advertisements
Latest news
- Advertisement -

You cannot copy content of this page