Saturday, November 23, 2024

दिल वालो की सिटी दिल्ली गए और अक्षरधाम मंदिर की विशाल सुंदरता का नजारा नहीं देखा तो क्या देखा , अक्षरधाम का म्यूजिकल फाउंटेन छू लेता हैं दिल !

DIGITAL NEWS GURU NEW DELHI DESK :- 

दिल वालो की सिटी दिल्ली गए और अक्षरधाम मंदिर की विशाल सुंदरता का नजारा नहीं देखा तो क्या देखा , अक्षरधाम का म्यूजिकल फाउंटेन छू लेता हैं दिल !

दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर की सुंदरता तो इतनी सुंदर है कि देश और दुनिया के अधिकतर लोग इसे निहारने के लिए आते हैं. लेकिन क्या आप इस मन्दिर से जुड़ा इतिहास और कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानते हैं.दिल्ली में बहुत सारी ऐतिहासिक धरोहर बनी हुई हैं.

इनमें से एक है दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर भी है. जहां आप लोग दिल्ली मेट्रो के जरिए आराम से पहुंच सकते हैं. इसके अलावा अगर आप लोग दिल्ली की ब्लू लाइन मेट्रो से सैर कर रहे हैं तो भी आप इस खूबसूरत मंदिर को देख पाएंगे . दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मन्दिर परिसर होने के नाते इस मन्दिर को गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स में शामिल किया जा चुका है. लेकिन आज हम आप सभी को बता रहे हैं इस मंदिर से जुड़े कुछ खास रोचक तथ्यों के बारे में..

“अक्षरधाम” का आखिर अर्थ क्या होता है:

‘अक्षरधाम’ का अर्थ होता है ईश्वर का दिव्य पावन और दिव्य निवास. ये मन्दिर भक्ति और पवित्रता और शांति के स्थान रूप में भी जाना जाता है. नई दिल्ली में स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर भक्ति सीखने और सद्भाव के लिए पूरी तरह से समर्पित है.

इस मन्दिर को काफी ट्रेडिशनल तरीके से बनाया गया था इस मन्दिर मे आप भारत की पौराणिक सभ्यता को गुंजते हुए देख सकेंगे. ये मंदिर भगवान स्वामीनारायण (1781- 1830) हिंदू धर्म के अवतार, देवता और महान संतों के लिए एक विनम्र श्रद्धांजलि के रूप मे बनाया गया है.

Delhi Akshardham: अक्षरधाम मंदिर का इतिहास:

अक्षरधाम मंदिर का निर्माण बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था की ओर से करवाया गया था । इस मंदिर के निर्माण में भगवान स्वामीनारायण की अध्यात्म परम्परा के पांचवें उत्तराधिकारी “प्रमुखस्वामी महाराज” की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका रही है. दिल्ली के इस अक्षरधाम मंदिर का उद्घाटन 6 नवंबर साल 2005 में करवाया गया था उसके बाद 8 नवंबर साल 2005 में इस मन्दिर को आम जनता के लिए भी खोल दिया गया था.

Delhi Akshardham: अक्षरधाम की मूर्तियां:

अक्षरधाम मन्दिर में हर एक चीज़ पूरी तरह से आध्यात्म से जुड़ी हुई है. चाहे फिर वो मंदिर हो, एग्जीबिशन हो और या फिर वहाँ का गार्डन हो. अक्षरधाम में लगभग 200 मूर्तियां बनी हुई हैं. ये सभी मूर्तियां सहस्राब्दियों से आध्यात्मिकता का परिचय दे रही हैं. अक्षरधाम की यात्रा एक आध्यात्मिक रूप से समृद्ध अनुभव है. चाहें फिर प्रार्थना की शक्ति को महसूस करने में हो, अहिंसा की ताकत को महसूस करने में हो, हिंदू धर्म के प्राचीन सिद्धांतों के बारे में हो, या धरती पर भगवान के निवास की सुंदरता को निहारने में हो. हर एक चीज़ का आध्यात्मिक महत्व होता है.

Delhi Akshardham: म्यूजिकल फाउंटेन:

 

यहां का म्यूजिकल फाउटेंन भी काफी प्रसिद्ध है. जहां सुंदर कथा का वर्णन भी किया जाता है. जिसमें कुछ लोग भी शामिल होते हैं. तरह- तरह प्रकाश और पानी के भाव लोगों का मन हमेशा जीत लेते हैं. ये शो शाम के समय लगभग 25 मिनट के लिए ही होता है जिसकी टिकट 80 रुपये होती है.

अडल्ट के लिए और 4 से 11 साल के बच्चों के लिए इसकी फीस 50 रुपये है वहीं 4 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ये बिल्कुल फ्री है. इस शो को हिन्दी भाषा में ही आयोजित किया जाता है. अक्षरधाम मंदिर हर सोमवार को बंद रहता है. और बाकी के दिनों में सुबह 10 से शाम 7 बजे तक आप मन्दिर मे एंट्री कर सकते हैं

Delhi Akshardham: 6 नवंबर 2005 को खोला गया-

बोचासनवासी श्री अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (BAPS) की ओर से बनवाया गया है.इसके निर्माण में 300,000,000 वालंटियर लगे थेवहीं दुनियाभर से इसके निर्माण में लगभग 8000 से अधिक वालंटियर लगे.

इस मंदिर को नक्काशीदार बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनवाया गया है.यहां एग्जिबीशन होते हैं जो की भगवान स्वामीनारायण के जीवन और प्रार्थना, करुणा और अहिंसा से जुड़ी चीज़ें सीखाई जाती हैं.
यहां खुले बगीचे, वॉटर बॉडीज और स्टाइल्ड कोर्टयार्ड है.

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