Sunday, February 2, 2025

Rattanbai jinnah birthday special: कैसे शुरू हुई थी पाकिस्तान के मोहम्मद अली जिन्ना और रतनबाई जिन्ना की लव स्टोरी !

DIGITAL NEWS GURU POLITICAL DESK :- 

रतनबाई जिन्ना जन्मदिन विशेष (Rattanbai jinnah birthday special):

रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना  की पत्नी है । मोहम्मद अली जिन्ना  को  भारत में बेहद विवादित शख्सियत के रूप में जाना जाता है। कहा जाता है कि जिन्ना ने भारत के विभाजन में अहम भूमिका निभाई थी। इसके अलावा पाकिस्तान बनने के बाद मोहम्मद अली जिन्ना वहां के नामी नेता बनकर सामने आए।

आज भी पाकिस्तान के नोटों पर जिन्ना की फोटो देखने को मिलती हैं, उन्हें पाकिस्तान मुल्क का कायदे आजम कहकर बुलाया जाता है। जिन्ना की राजनीतिक जिंदगी जितनी चर्चित रही, उससे कई ज्यादा चर्चा उनकी लव लाइफ को लेकर भी होती रही। यह उस दौर की बात है जब मोहम्मद अली जिन्ना का दिल अपने से 24 साल छोटी रतनबाई पेतित पर आ गया था।हम आपको रतन बाई जिन्ना  के जन्मदिन पर इनकी की प्रेम कहानी के बारे में बताएंगे, जिसकी चर्चा अभी भी लोग करते है।

एमिबाई से हुआ था पहला निकाह:

रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) से मिलने से पहले ही जिन्ना की शादी हो चुकी थी। बता दें, कि जिन्ना का निकाह 16 साल की उम्र में 14 वर्ष की एमिबाई से हुआ था। हालांकि शादी के बाद जिन्ना अपनी पढ़ाई करने के लिए लंदन चले गए। जब जिन्ना लंदन में अपनी पढ़ाई पूरी कर रहे थे, उसी दौरान उन्हें अपनी पत्नी के निधन की जानकारी मिली। माना जाता है कि जिन्ना की पहली पत्नी एमिबाई का देहांत बीमारी के चलते हुआ था, जिस कारण जिन्ना को अपनी पहली पत्नी का साथ ज्यादा समय तक नहीं मिला था।

अपने दोस्त की बेटी पर आया था जिन्ना का दिल:

साल 1916 मे जिन्ना के एक दोस्त रहे दिनशॉ पेतित ने उन्हें दार्जिलिंग आने की दावत दी थी। दिनशॉ के बुलाने पर जिन्ना उनसे मिलने के लिए दार्जिलिंग पहुंचे थे, जहां उनकी मुलाकात दिनशॉ की 16 साल की बेटी रतनबाई उर्फ रूटी से हुई थी। बता दें कि उस दौर में रतनबाई का नाम सबसे खूबसूरत लड़कियों में हुआ करता था।

कौन थीं रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) उर्फ रूटी:

रतनबाई पेतित को कई जगह रूटी नाम से पुकारा जाता था । रतनबाई के पिता दिनशॉ भारत के अमीर पार्सियों में गिने जाते थे, यही कारण था कि उस दौर में रतन बाई बेहद पढ़ी लिखी महिलाओं में गिनी जाती थीं। इतिहासकार बताते हैं कि रूटी की रुचि रोमानी कविताओं और राजनीति में थी, वहीं जिन्ना उस वक्त भारतीय राजनीति के उभरते हुए नेता के रूप में सामने आ रहे थे। यही कारण था कि उम्र के इतने अंतर के बाद भी जिन्ना और रूटी एक-दूसरे से प्यार कर बैठे।

पिता को नहीं मंजूर था दोनों का प्यार:

समय के साथ जिन्ना और रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) के बीच मेलजोल बढ़ा और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे। एक दिन जिन्ना ने हिम्मत करके दिनशॉ से रूटि का हाथ मांग लिया था जिन्ना की इस बात को सुनते ही दिनशॉ ने उन्हें घर से बाहर निकल जाने को कहा था।

घरवालों की मर्जी के खिलाफ हुआ जिन्ना और रूटी का निकाह:

दिनशॉ उस दौर के नामी बैरिस्टर में से एक थे। यही कारण था कि वो आसानी से कोई भी केस नहीं हारते थे, मगर इस प्रेमी जोड़े की जिद्द के आगे दिनशॉ को भी हार माननी पड़ गयी थी । बता दें कि दोनों ने ही शादी के लिए रतन बाई के 18 साल पूरे होने का इंतजार किया था। जब रूटी 18 साल की पूरी हो गयी थी तो उन्होंने एक जोड़ी कपड़े के साथ अपने पिता के घर को छोड़ दिया और जिन्ना के पास चली आयी थी।

 

रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) ने इस्लाम धर्म को किया कबूल:

घर छोड़ने के बाद जिन्ना रूटी को जामिया मस्जिद लेकर गए और वहां रूटी ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था। जिसके बाद 19 अप्रैल साल 1918 में जिन्ना और रूटी का निकाह हो गया था।

निकाह के कुछ सालों बाद आ गई थी दोनों के रिश्ते में दरार:

निकाह के एक साल बाद ही जिन्ना और रूटी माता-पिता बन गए थे। रूटी ने डीना नाम की एक खूबसूरत बच्ची को जन्म दिया था हालांकि शादी के कुछ समय बाद ही दोनों के रिश्तों में दरार आना शुरू हो गयी थी। घर में चल रहे विवादों के चलते रूटी नशे के दल-दल में डूबती चली गईं थी अकेलेपन के कारण रूटी ड्रग्स लेने गईं और धीरे-धीरे बिमारियों की शिकार होती रहीं। जिन्ना एक तरफ जहां भारत के प्रसिद्ध मुस्लिम नेता के रूप में उभर रहे थे, वही रूटी ड्रग्स के दलदल में घुसती जा रही थी।

अपने जन्मदिन पर रतनबाई जिन्ना (Rattanbai jinnah) ने दुनिया को कहा अलविदा :

ड्रग्स के कारण रूटी की तबियत दिन-ब-दिन खराब होती गई। जिस वजह से उन्हें इलाज कराने के लिए लंदन ले जाया गया। लंबे समय के इलाज के बाद रूटी भारत वापस लौटीं, अपने 30वें जन्मदिन के रोज रूटी ने दुनिया को अलविदा कह दिया। मौत के बाद ईश्रा असरी कब्रिस्तान में रूटी के शव को दफना दिया गया और रूटी की मौत के साथ ही इस प्रेम कहानी का दुखद अंत हो गया। रूटी मौत का जिन्ना के मन पर गहरा प्रभाव पड़ा, लंबे समय तक जिन्ना रूटी की याद से उभर नहीं पाए।

YOU MAY ALSO READ :- Jiah Khan Birth anniversary:अपनी पहली फिल्म मे बिग बी के साथ बोल्ड सीन देकर मशहूर हो गयी थी जिया खान, 25 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा!

आपका वोट

Sorry, there are no polls available at the moment.
Advertisements
Latest news
- Advertisement -

You cannot copy content of this page