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श्री कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर लगाएं आटे से बनी पंजीरी का भोग ; जानिए इस लेख में पंजीरी बनाने की आसान विधि!
इस श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान श्री कृष्ण को आटे से बनी पंजीरी का भोग ज़रूर लगाएं, जो कि सेहतमंद होने के साथ-साथ प्रसाद के रूप में चढ़ाने के लिए बेहद खास होती है, तो आईए जानते हैं इस लेख के माध्यम से जानते है प्रसाद के रूप में बनने वाली पंजीरी बनाने की आसान विधि के बारे में…
जन्माष्टमी का उत्सव भगवान श्री कृष्ण के जन्म का उत्सव है, जो कि हमारे हिंदू धर्म में बहुत ही धूमधाम से विशेष भक्ति और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, इस दिन भक्त भगवान कृष्ण यानि कि उनके बाल स्वरूप लड्डू गोपाल की पूजा करते हैं और उनके लिए विशेष भोग अर्पित करते हैं, आटे से बनने वाली इस पंजीरी का प्रसाद के तौर पर भगवान को अर्पित करना एक पारंपरिक मान्यता और पुरानी प्रथा है। पंजीरी का अपना ही खास महत्व है क्योंकि यह सरल सामग्री और सरल तरीके से तैयार होती है और पोषण से पूरी तरह से भरपूर होती है।
क्या होता है प्रसाद में बनने वाली पंजीरी का महत्व?
पंजीरी को खासतौर पर विशेष अवसरों और त्योहारों या पूजा पाठ पर बनाया जाता है, इसको बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले सामग्री कुछ इस प्रकार से हैं जैसे कि आटा, घी, मेवे और चीनी । जो कि भगवान को फप्रिय होने के साथ-साथ और प्रसाद के रूप में ग्रहण करने से हमारे शरीर में ताकत और ऊर्जा प्रदान करती हैं, लड्डू गोपाल को उनके जन्म के उत्सव पर पंजीरी का भोग अर्पित करना उनकी पसंदीदा मिठाइयों में से एक माना जाता है, यह भोग हमारे बाल गोपाल श्री कृष्णा के प्रति श्रद्धा और भक्ति को दर्शाता है।
उपयोग होने वाली पंजीरी सामग्री
•गेहूं का आटा: 1 कप
•घी: 2 बड़े चम्मच
•चीनी: 1/2 कप (स्वादानुसार)
•सूखे मेवे (काजू, बादाम,किशमिश): 1/4 कप (बारीक कटे हुए)
•ताजे नारियल का कद्दूकस किया हुआ: 1/4 कप
•हरी इलायची पाउडर: 1/2 चम्मच
पंजीरी बनाने की आसान विधि
सबसे पहले एक कढ़ाई में देशी घी को डालकर आंच पर अच्छी तरह से गरम करें, घी गरम होने के पश्चात उसमें गेहूं का आटा डालें और धीमी आंच पर भूनें, आटे को अच्छे से प्रकार से भूने जब तक कि, इसका रंग हल्का सुनहरा न हो जाए और उसमें से अच्छी खुशबू न आने लगे।
स्वाद बढ़ाने के लिए डाले ये चीजें
जब आटा भुन जाए, तो उसमें कटे हुए ड्राई फ्रूट्स और कद्दूकस किया हुआ नारियल मिलाए और पूरे मिश्रण को अच्छी तरह से मिला लें और कुछ मिनट तक भूनें, इससे मेवे और नारियल का स्वाद आटे में अच्छे से आ जाएगा।
चीनी व इलायची पाउडर मिलाएं
अब, इसमें चीनी डालें और अच्छे तरीके से मिलाएं, चीनी पूरी तरह से घुलने तक पंजीरी को भूनते रहे और अंत में, हरी इलायची पाउडर डालकर उसे और अच्छे से मिला लें।
पंजीरी के पूरे मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाने के पश्चात इसे ठंडा होने के लिए रख दें, ठंडा होने पर यह काफी अच्छी नजर आने लगेगी।
भगवान को लगे भोग
पंजीरी को लड्डू गोपाल के सामने प्लेट या कटोरी में रखकर उन्हें भोग के रूप में अर्पित करें, भोग लगाने के पश्चात इस प्रसाद को अपने परिवार और दोस्तों को भी दें जिससे पंजीरी के रूप में बना यह प्रसाद आपके जीवन में सुख समृद्धि लेकर पधारे ।
पंजीरी खाने के लाभ
पंजीरी बहुत से पोषण से भरपूर होती हैतथा इसमें उपस्थित मेवे, घी और नारियल ऊर्जा का अच्छा स्रोत हैं, यह विशेष रूप से ताकतवर और पौष्टिक होता है, जो आपके शरीर को विटामिन और बहुत से मिनरल्स देती हैं ।