Sunday, November 24, 2024

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 (National Doctor’s Day 2024): भारत हर साल 1 जुलाई को मानता है राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस , जानिए इतिहास, महत्व और इस साल की थीम !

DIGITAL NEWS GURU NATIONAL DESK :- 

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 (National Doctor’s Day 2024): भारत हर साल 1 जुलाई को मानता है राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस ; जानिए इतिहास, महत्व और इस साल की थीम !

हर साल 1 जुलाई को पूरा भारत राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) मनाने के लिए एकजुट होता है। और आज 1 जुलाई को हम सभी ने ये शुभ अवसर मिलकर मनाया है यह दिन डॉक्टरों की अमूल्य सेवा और अथक समर्पण को पहचानने के लिए समर्पित है जो हमारे स्वास्थ्य और कल्याण की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

डॉक्टर के बिना कोई भी दुनिया की कल्पना तक नहीं कर सकता, जो इस दुनिया के रक्षक हैं। भारत हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर दिवस मनाता है, ताकि लोगों के जीवन और समुदायों में डॉक्टरों द्वारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान का सम्मान और सराहना की जा सके।

यह दिन चिकित्सा द्वारा किए जाने वाले निस्वार्थ कार्य और प्रयास को मान्यता देने का एक बड़ा अवसर प्रदान करता है, खासतौर पर कोविड-19 प्रकोप जैसी आपदा के समय में जो अथक प्रयास किए।डॉक्टरों ने बीमारी से लड़ाई लड़ी और इस कठिन समय में अपनी पूरी ताकत लगाकर कर पर अनगिनत लोगों की जान बचाई। •आइए हम आज इस आर्टिकल में बताते हैं राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस 2024 की तिथि, इतिहास, थीम और उनसे जुड़े हुए कुछ रोचक तथ्य……….

 राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की तिथि (date of national doctor day):

सन् 1991से भारत में प्रसिद्ध चिकित्सकों के जन्म और मृत्यु की याद में 1 जुलाई को राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) मनाया जाता है। डॉ. बिधान चंद्र रॉय पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री रहे डॉ. रॉय को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान और जन कल्याण के प्रति समर्पण के लिए जाना जाता है।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस की  थीम (Theme of National Doctor’s Day):

2024 के राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) कार्यक्रम का विषय है हीलिंग हैंड्स, केयरिंग हार्ट्स। यह थीम चिकित्सकों द्वारा अपने काम के प्रति दिखाई जाने वाली प्रतिबद्धता, संवेदनशीलता और करुणा पर जोर देती है, तथा जीवन को बचाने और बेहतर बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालती है।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस का इतिहास (History of National Doctor’s Day) :

इस दिन की शुरुआत सन् 1991 में हुई थी, जब भारत सरकार ने इस असाधारण व्यक्ति के जन्मदिन को चिकित्सा के क्षेत्र में डॉ. रॉय के अमूल्य योगदान के सम्मान में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस घोषित किया था। डॉ. रॉय को एक सम्मानित चिकित्सक, एक सफल राजनेता और भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित होने का गौरव प्राप्त है।

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day ) का  महत्व :

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) पर, हम अपने समाज में चिकित्सकों की महत्वपूर्ण भूमिका को पहचानते हैं। डॉक्टर स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की नींव हैं, जो आपातकालीन प्रतिक्रिया से लेकर आम तौर और अनेक प्रकार की चिकित्सा देखभाल तक सब कुछ संभालते हैं। कोविड-19 महामारी ने उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर और भी अधिक ध्यान आकर्षित किया है, जो असाधारण कठिनाइयों का सामना करने में उनकी बहादुरी और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जैसा की आप सभी जानते ही हैं कि, यह हमारे डॉक्टरों के समर्पण का सम्मान करने के लिए निर्धारित दिन है। इस महत्वपूर्ण और रोचक दिन पर आइए हम सभी चिकित्सकों को दिखाएँ कि हम उनकी कितनी आदर और सम्मान करते हैं, उन्हें दिल से सलाम और उनकी ईमानदारी व लगन को देखते हुए हम सभी डॉक्टर्स को सॉल्यूट करते है।

क्यू मानते है राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day ):

राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस (National Doctor’s Day) को  एक प्रसिद्ध भारतीय  डॉक्टर और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बिधान चंद्र रॉय और सभी डॉक्टर के सम्मान के रूप मे  मनाया जाता है। आपको बता दें कि डॉ. बिधान चंद्र रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 हुआ था। डॉ. बिधान चंद्र रॉय का निधन 80 वर्ष की आयु में 1 जुलाई को ही 1962 में हो गया था।  डॉ. बिधान को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

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