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जोधपुर मोगड़ा खुर्द गांव में 12 मई रविवार को पकड़ी गई 107 करोड़ की एमडी ड्रग , 40 करोड़ से कम का नहीं होता था ऑर्डर !
राजस्थान के जोधपुर शहर से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर मोगड़ा खुर्द गांव में 12 मई रविवार को 107 करोड़ की एमडी ड्रग पकड़ी गई जिसने राजस्थान पुलिस पर सवाल उठा दिए हैं। पुलिस की नाक के नीचे इस प्रकार के करोड़ों की ड्रग सप्लाई का कारोबार चल रहा था। इसकी किसी को भनक तक नहीं लगी। इस पूरे मामले में मुंबई पुलिस ने कार्रवाई की है।
मुंबई के साकीनाका पुलिस थाने के एसआई महित्रानंद खंडारे ने बताया कि ,यह पूरी कार्रवाई जॉइंट कमिश्नर सत्यनारायण चौधरी के नेतृत्व में हुई। पुलिस को पुणे के एक ड्रग पैडलर से जोधपुर में ड्रग फैक्ट्री का पता चला था। यहां शनिवार रात को दबिश दी गई।
मौके से हुक्माराम जाट (40) नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया। उससे डेढ़ किलो एमडी ड्रग के साथ इसे बनाने के केमिकल बरामद किए। इनकी मार्केट वैल्यू करीब 200 करोड़ हो सकती है।इसके साथ ही रोहट (पाली) से मुंबई पुलिस विकास चौहान की तलाश में है, वह फरार है।
विकास हुक्माराम के सहयोग से रोहट में मेहंदी प्लांट के नाम पर ड्रग बना रहा था।जोधपुर से 5 राज्यों में सप्लाई हो रहे नशे के इस कारोबार के भांडाफोड़ की कहानी 15 दिन पहले से मुंबई पुलिस ने बुन ली थी। एक क्लू पर मुंबई पुलिस 1000 किलोमीटर दूर जोधपुर पहुंच गई।
पुणे के ड्रग पैडलर ने लिया था जोधपुर का नाम:
15 दिन पहले मुंबई पुलिस ने ड्रग पैडलर पुणे निवासी प्रशांत पाटील को गिरफ्तार किया था। उसने देश में संचालित हो रहे ड्रग नेटवर्क के बारे में मुंबई पुलिस को कई अहम सुराग दिए थे। साथ ही यह भी बताया था कि सारा ड्रग राजस्थान से ही सप्लाई हो रहा है। वह जोधपुर के पास मोगड़ा गांव से ड्रग खरीदता है। वहां ड्रग बनाने का पूरा प्लांट लगा हुआ है।
40 करोड़ से कम नहीं होता था ऑर्डर:
मोगड़ा में चल रहे इस ड्रग प्रोडक्शन प्लांट में कम मात्रा में ड्रग के ऑर्डर नहीं लिए जाते थे। यह लोग अलग-अलग प्रदेशों के बड़े ड्रग पैडलर से डील करते थे। मुंबई पुलिस के सामने यह भी आया है कि मोगड़ा में चल रहे इस प्लांट में एक बार का ऑर्डर 40 करोड़ रुपए का लिया जाता था। इससे कम यह लोग सप्लाई नहीं करते थे।
सर्विस सेंटर वाला करोड़ों का पैडलर:
पुलिस के मुताबिक जोधपुर के विवेक विहार थाना इलाके के मोगड़ा से पकड़ा गया हुक्माराम जाट 5 साल पहले तक कार को डेकोरेशन करने का काम करता था। हुक्माराम ने अपने घर को किराए पर देना बता रखा था और उस घर में उसने एमडी बनाने की मशीन लगा रखी थी। इस मशीन के अलावा इस मकान में कुछ भी नहीं था।
विवेक विहार थाना इलाके के झालामंड में हनुमान दड़ी स्थित कार सर्विस सेंटर में ड्रग कैमिकल छुपा रखे थे। यहीं से 200 करोड़ का माल छुपा रखा था। इस सर्विस सेंटर में किसी भी गाड़ी का काम नहीं होता था।
लेकिन हुक्माराम अपने आप को सर्विस वाला ही बताता था। यहां से मुंबई पुलिस ने 60 किलो से ज्यादा ब्रोमिन क्लोरोफोम व 67 किलो एमडी लिक्विड और डेढ़ किलोग्राम एमडी ड्रग बरामद किया है। इन सभी की कीमत करीब 200 करोड़ रुपए आकी गई है।
पांच राज्यों में था सप्लाई का नेटवर्क:
पुलिस ने बताया कि जोधपुर से हुक्माराम का ड्रग नेटवर्क महाराष्ट्र, गुजरात, एमपी, पंजाब व बिहार तक फैला हुआ है। मुंबई पुलिस ने पास अभी भी जालौर, जोधपुर, बाड़मेर व सिरोही में 25 से ज्यादा इस तरह के ड्रग फैक्ट्री के इनपुट हैं।
10वीं पास पास हुक्माराम पर है बड़ा हाथ:
मुंबई पुलिस को हुक्माराम ने पूछताछ में यूट्यूब से देखकर एमडी ड्रग प्लांट लगाने और ड्रग सप्लाई करने की बात कही। इस पर मुंबई पुलिस को यकीन नहीं हो रहा। लो प्रोफाइल वाला हुक्माराम यूट्यूब से ड्रग तो बना सकता है लेकिन करोड़ों रुपए के केमिकल को खरीदना और पांच राज्यों में ड्रग नेटवर्क को बिछाना उसके बस की बात नहीं है। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि हुक्माराम के जरिए कोई बड़ा हाथ इस पूरे कारोबार को ऑपरेट कर रहा है। हालाकि आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
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