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Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 : 6वें चरण में कुल 58 सीटों पर लगभग 60 प्रतिशत मतदान हुआ:
Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Elections 2024) के छठे चरण में हरियाणा, यूपी और पश्चिम बंगाल समेत 7 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल 58 सीटों पर मतदान हुआ. लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के छठे चरण के तहत शनिवार को वोटिंग हुई. शाम 5 बजे तक 57.7% मतदान हुआ. इस बार पश्चिम बंगाल में सबसे ज्यादा ही लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया हुआ है. इसके साथ ही राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ ही केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी,और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इसके साथ ही सांसद गौतम गंभीर और नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज समेत कई बड़े दिग्गजों ने सुबह-सुबह ही मतदान कर दिया था.
चुनाव के इस चरण में सात राज्यों के साथ ही एक केंद्र शासित प्रदेश की कुल मिलाकर 58 सीटों पर मतदान हुए थे इसके साथ ही रॉबर्ट वाड्रा के साथ प्रियंका गांधी और उनके बच्चे बेटी मिराया वाड्रा और बेटे रेहान वाड्रा ने भी मतदान किया हुआ था इस छठे फेज में कुल मिलाकर 889 उम्मीदवारों की साख दांव पर लगी हुई है, जिनमें से मनोज तिवारी, और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ ही महबूबा मुफ्ती और मनोहर लाल खट्टर, कन्हैया कुमार और बांसुरी स्वराज शामिल आदि लोग शामिल है.
इस चुनाव के चरण में दिल्ली की सभी सात सीटों पर वह बिहार की आठ सीटों पर इसके साथ ही झारखंड की चार सीटों पर और ओडिशा की छह सीटों पर हरियाणा की सभी 10 सीटों पर और उत्तर प्रदेश की 14 सीटों और पश्चिम बंगाल की 8 कुल मिलाकर सीटों पर वोटिंग हो गयी है. जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी सीट पर 3 चरण का चुनाव स्थगित कर दिया गया था, उस सीट पर भी आज छठवें चरण में मतदान हुआ. दिल्ली में कांग्रेस व आम आदमी पार्टी शामिल होकर चुनाव लड़ रही है, जहां पर सबकी नजरे टिकी हुई हैं.
•भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने डाला वोट:
नई दिल्ली सीट से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज ने अपना वोट डाला ।
•राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया मतदान :
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी लोकतंत्र को और ज्यादा मजबूत करने के लिए मतदान का इस्तेमाल किया. वोटिंग करने के बाद वह अपनी अंगुली में लगी नीली स्याही दिखाती हुईं नजर आईं.
•राहुल गांधी मां सोनिया गांधी के साथ किया मतदान
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपनी माता और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के संग जाकर वोट दिया . उसके पश्चात राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर मां सोनिया के साथ एक फोटो भी शेयर की , जिसमें वह अपनी अंगली पर लगी नीली स्याही दिखाते हुए दिख रहे हैं.
•प्रियंका ने डाला वोट, राहुल भी आए साथ
प्रियंका गांधी वाड्रा वोट दिया ,राहुल गांधी भी उनके साथ में वोट डालने आए।
•रॉबर्ट वाड्रा और प्रियंका गांधी ने भी दिया वोट :
रॉबर्ट वाड्रा तथा प्रियंका गांधी के बच्चों मिराया वाड्रा और बेटे रेहान वाड्रा ने भी आज मतदान किया.
•CM केजरीवाल ने डाला वोट:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने परिवार के सदस्यों के साथ मतदान करने पहुंचे ।
¶ अब आपको यूपी में हुए मतदान के बारे एम बताते हैं …….उत्तर प्रदेश में छठवें फेज की 14 सीटों पर कल यानि कि शनिवार को 54.02% वोटिंग हुई। वोटिंग 2019 की अपेक्षा 2.19% कम हुई। उस टाइम 56.21% वोट पड़े थे।
एक्सपर्ट कहना है कि- वोटिंग परसेंटेज 2014 जैसा है, भाजपा को लाभ होता दिख रहा है। 2019 के इलेक्शन में 14 सीटों में से 9 सीट भाजपा को प्राप्त हुई थीं। इस बार 2-3 सीटें और बढ़ती दिख रही हैं।
2009 में इन 14 सीटों पर 45.58% वोटिंग हुई थी। 2014 में वोटिंग 8.82% बढ़कर 54.40% हो गई। तब मोदी लहर थी। 2019 के चुनाव में 1.81% की बढ़त हुई और वोटिंग 56.21% तक पहुंच गई।
यूपी में कितना मतदान :
2009 में भाजपा को सिर्फ 1 सीट पर जीत मिली थी। सपा को 2, बसपा को 7 और कांग्रेस को 4 सीटें मिली थीं। 2014 में वोटिंग 2009 की तुलना में 8.82% बढ़ गई। तब भाजपा ने 14 में से 13 सीटों पर जीत दर्ज की। सपा आजमगढ़ जीतने में कामयाब रही। जबकि 1 सीट प्रतापगढ़ पर अपना दल के कैंडिडेट जीते, जोकि भाजपा गठबंधन में थे। इससे एक बात निकलकर सामने आई कि वोटिंग परसेंटेज बढ़ने से भाजपा को बड़ा फायदा हुआ। 2019 के चुनाव में स्थिति पलट गई। तब वोटिंग में 1.81% की बढ़त हुई। मगर चुनाव में भाजपा को 4 सीट का नुकसान हुआ। सपा गठबंधन में बसपा ने जौनपुर, लालगंज, श्रावस्ती और अंबेडकरनगर में जीत दर्ज की। जबकि सपा को 1 ही सीट आजमगढ़ मिली। 2019 में भाजपा ने 9 सीटों पर कब्जा किया।
2014 के चुनाव जितनी ही वोटिंग हुई. उत्तर प्रदेश में पहले फेज की 8 सीटों पर 61.11% मतदान हुआ, ये 2019 की तुलना में 8% तक कम थी। 2 चरण में 8 सीटों पर 9% कम यानी 55.19% वोटिंग हुई। तीसरे फेज में 57.34% वोटिंग हुई, जो करीब 3.92% कम थी। चौथे फेज की वोटिंग 58.09% रही। पांचवें फेज में 0.89% कम वोटिंग हुई। कुल वोट 57.79% पड़े। छठवें फेज में 54.02% वोटिंग हुई। एक्सपर्ट इसको I.N.D.I. गठबंधन के लिए फायदेमंद बता रहे हैं। सुल्तानपुर में 2019 से 2.55% कम वोटिंग, फाइट टफ रहेगी।
2014 में जब 56.66% वोटिंग हुई, तब भाजपा के वरुण गांधी सांसद बने। इसके बाद 2019 में 58.07% वोटिंग होने पर मेनका गांधी सांसद बनीं। 2009 में 49.47% वोटिंग होने पर कांग्रेस के डॉ. संजय सिंह सांसद बने थे। इससे समझ में आता है कि वोटिंग बढ़ने के साथ सत्ता भाजपा की तरफ शिफ्ट हो गई।
प्रतापगढ़ में लोग घरों से निकले, मगर 3 चुनाव में सबसे कम वोटिंग
राजा भैया के प्रभाव वाली सीट प्रतापगढ़ में लोग बूथ तक पहुंचे। दोपहर 11 बजे तक 26% वोटिंग हुई। जबकि 3 बजे तक करीब 42% मत पड़े। शाम 6 बजे तक 51.60% वोटिंग हुई। प्रतापगढ़ में भी गर्मी के इफेक्ट से 2019 की तुलना में 2% कम वोटिंग हो सकी।
2019 में 53.56% वोटिंग होने पर भाजपा के पाले में सीट गई। 2014 में 52.12% वोटिंग होने पर अपना दल के कुंवर हरिवंश सिंह जीते थे। 2009 में 44% वोटिंग हुई, तब कांग्रेस की राजकुमारी रत्ना सिंह प्रतापगढ़ में सांसद बनी थीं। फूलपुर में छठवें फेज में सबसे कम वोटिंग, लोग बूथ तक नहीं पहुंचे
तेज धूप की वजह से सुबह से वोटिंग प्रतिशत डाउन रहा। सुबह 9 बजे तक सबसे कम 7% वोटिंग हुई। 11 बजे तक भी बूथ पर लोग कम दिखे, सिर्फ 22% वोटिंग हुई। मगर दोपहर 3 बजे तक करीब 40% वोट पड़ गए। 6 बजे तक 48.94% वोटिंग हो सकी। जोकि छठवें चरण में सबसे कम रही।
फूलपुर में 2009 में 38.7% वोटिंग होने पर बसपा के कपिल मुनि करवरिया सांसद बने। इसके बाद 11% वोटिंग बढ़ी, 2014 में 50.20% मत पड़े और भाजपा के पाले में सीट आ गई। 2019 में भी फूलपुर में कमल खिला। भाजपा कैंडिडेट को 5.44 लाख वोट मिले थे।
इलाहाबाद में 3 चुनाव की सबसे कम वोटिंग, एक्सपर्ट बोले- भाजपा को डेंट नहीं
सुबह 9 बजे तक सिर्फ 9.37% वोटिंग हुई। मगर 11 बजे के बाद लोग घरों से बूथ तक पहुंचे। इसका असर 3 बजे तक दिखा, करीब 41% वोटिंग हो गई। शाम 6 बजे तक 51.75% वोटिंग हो सकी। एक्सपर्ट के मुताबिक, इलाहाबाद सीट पर भाजपा को नुकसान का सीन नहीं दिख रहा है।
2014 में इलाहाबाद में 53.5% वोटिंग हुई, जबकि 2019 में 53.38% मत पड़े। दोनों चुनाव में भाजपा के सांसद बने। 2009 में 43.4% वोटिंग होने पर सपा के कुंवर रेवती रमण सिंह सांसद बने। अंबेडकरनगर में सबसे ज्यादा वोटिंग, भाजपा के फेवर में
गर्मी के बावजूद लोग घरों से बूथ तक पहुंचे। दोपहर 3 बजे तक अंबेडकरनगर में 50% वोटिंग हो गई। शाम छह बजे तक 61.54% वोटिंग हुई। जोकि 2019 से 1.61% कम रही। यह छठवें चरण में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड वोटिंग है। एक्सपर्ट के मुताबिक, यह भाजपा के फेवर में है।
इस बार अंबेडकरनगर के लोगों ने बसपा को चुना
वोटिंग ट्रेंड पिछले 3 चुनाव में बढ़ता हुआ दिखा है, 2009 में 54% वोटिंग होने पर बसपा के पाले में सीट पहुंच गई। 2014 में वोटिंग प्रतिशत बढ़कर 60.2% तक पहुंचा। सीट भाजपा ने जीत ली, ये बढ़त का ट्रेंड 2019 में जारी रहा। 63.15% वोटिंग हुई, इस बार अंबेडकरनगर के लोगों ने बसपा को चुना।