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यूपी में इन तीन महीने में कितने पेपर लीक हुए, और किस राज्य में पेपर लेकर कौन सी सजा है आईए जानते हैं!
यूपी मे बीते तीन महीने मे कई प्रतियोगी परीक्षाओ के पेपर लीक हो चुके है ,भविष्य की राह देख रहे लाखों युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां किसी सपने से कम नहीं होती । महीनों की मेहनत के बाद मिलने वाला एक अवसर उनकी जिंदगी बदल सकता है । पेपर लीक की घटनाएं आने वाली जनरेशन के भविष्य के लिए खतरनाक हैं। समय पर ऐसी घटनाओं को नहीं रोका गया तो यह सरकार के समक्ष चुनौती होगी।
UP Paper Leak 2024:
साल 2024 की शुरूआत यूपी के युवाओं के लिए बहुत ज्यादा अच्छी नहीं रही। साल के शुरूआती महीनों में आयोजित हुई दो बड़ी भर्तियों के पेपर लीक की घटना ने हजारों-लाखों छात्रों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। पिछले एक महीने में उत्तर प्रदेश में तीन बड़े पेपर लीक हुए हैं। पिछले एक महीने में अकेले यूपी से ही 3 बड़े पेपरों के लीक होने की खबर सामने आई है। ऐसे में आइए जानते हैं पिछले एक महीने में उत्तर प्रदेश में कौन-सी बड़ी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं :-
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2024 पेपर लीक:
17 और 18 फरवरी 2024 को राज्य भर में आयोजित लिखित परीक्षा के लिए पेपर लीक की खबरें सामने आई, जिसके बाद सरकार ने इस भर्ती को रद्द करने का फैसला लिया। उत्तर प्रदेश सरकार ने 24 फरवरी, 2024 को यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा-2023 को रद्द करने का फैसला किया। सरकार ने कहा है कि अगले छह महीने के अंदर दोबारा परीक्षा कराई जाएगी।
RO, ARO भर्ती पेपर लीक 2024:
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से जो समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी भर्ती के एग्जाम करवाया गया था। वायरल हुई पीडीएफ फाइल और परीक्षा में दिए गए प्रश्न पत्र का मिलान करने पर पता चला कि जीएस के पूछे गए 140 सवाल हुबहू एक जैसे थे | दूसरी पाली में हिंदी के पूछे गए 60 सवाल भी वही थे बस उनकी नंबरिंग अलग थी |
इनका कहना था कि जिस पीडीएफ फाइल में पेपर लीक हुआ है उसको कैमस्कैनर से फोटो खींचने के बाद पीडीएफ बनाया गया है | कैमस्कैनर में तारीख और वक्त नीचे लिखा आता है | पेपर की पीडीएफ में तारीख 10 फरवरी 2024 साफ दिखाई दे रही थी और टाइम भी दोपहर के 1:00 बजे का लिखा हुआ था | पवन और राहुल के दावों के अनुसार तो आरओ का पेपर लीक 11 फरवरी की परीक्षा से पहले 10 फरवरी को ही दिन में 1 बजे लीक हो गया था |
यूपी बोर्ड कक्षा 12 जीव विज्ञान, गणित पेपर लीक :
राज्य में बोर्ड परीक्षाओं की शुरूआत 22 फरवरी से हुई। 29 फरवरी को आगरा में यूपी बोर्ड की 12वीं क्लास के जीव विज्ञान और गणित की परीक्षा का पेपर व्हाट्सएप पर लीक हुआ। परीक्षा को शुरू हुए 01 घंटा 10 मिनट हुए ही थे कि आगरा में “आल प्रिंसिपल्स आगरा” नामक व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर लीक हो गए। पर 29 फरवरी को 3 बजकर 11 मिनट पर “आल प्रिंसिपल्स आगरा” नाम के व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर लीक हुआ था। इस मामले में दो लोगों की भी गिरफ्तारी हुई।
सीटीईटी पेपर लीक:
उत्तर प्रदेश में रविवार 21 जनवरी को केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (CTET) हुई थी। जिसका पेपर व्हाट्सएप के जरिए वायरल हो गया था और बहुत से छात्रों के मोबाइल में पहुंच गया था। लेकिन इस पेपर लीक के मामले में सरकार ने छुट्टी सब ली और यह कहा गया की यूपी में कोई पेपर लीक नहीं हुआ है और ना ही सीटेट की परीक्षा दोबारा होगी।
अखिलेश यादव ने पेपर लीक का निशाना योगी सरकार पर साधा :
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि प्रदेश में जानबूझकर पेपर लीक किए जा रहे हैं। ये पेपर लीक नहीं बल्कि बीजेपी का वोट लीक हो रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी पूरे दमखम से लड़ेगी। बीजेपी पर निशाना साधते हुए अखिलेश ने कहा कि इस बार के चुनाव में बीजेपी को जबरदस्त हार मिलेगी ।
पेपर लीक करने वाले अपराधियों के लिए किस राज्य में कौन सी सजा है:
पेपर लीक और नकल का दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ राज्य सरकारों ने सख्त कानून बनाए हैं जो किस प्रकार है:
राजस्थान में कम से कम 10 साल और अधिकतम उम्रकैद की सजा का प्रावधान है | साथ ही कम से कम 10 लाख से 10 करोड़ रुपये तक जुर्माना भी लगाया जा सकता है | अगर दोषी जुर्माना नहीं देता है तो दो साल ज्यादा जेल की सजा काटनी पड़ती है |
उत्तराखंड में भी पेपर लीक और नकल के खिलाफ उम्रकैद का प्रावधान है | कम से कम 10 साल जेल और 10 लाख से 10 करोड़ तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है | साथ ही ये कानून गैर जमानती है |
गुजरात में पेपर लीक के दोषियों के खिलाफ 3 से 10 साल की सजा का प्रावधान है | 1 लाख से 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माने का लगाया जाता है | वहीं पेपर खरीदने वाले छात्रों को भी 2 से 10 साल की सजा हो सकती है | पेपर लीक के आरोपियों को जमानत नहीं मिलती है |
हरियाणा में दोषियों को सात से दस साल जेल और 10 लाख रुपये तक जुर्माना लग सकता है | इतना ही नहीं उनकी प्रॉपर्टी नीलाम कर नुकसान की भरपाई भी करने का प्रावधान है | नकल करते पकड़े जाने वाले छात्रों पर भी पांच हजार का जुर्माना और 2 साल की सजा हो सकती है |
उत्तरप्रदेश में पेपरलीक को संगठित अपराध की श्रेणी में रखा गया है। पेपर लीक होने पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की धारा में मुकदमा किया जाता है, साथ ही दोषी की संपत्ति जब्त कर ली जाती है। बुलडोजर से संपत्ति गिरा भी दी जाती है। इसके साथ ही दोषी के परीक्षा देने पर पाबंदी भी लगाई जाती है।
बिहार में पेपरलीक के खिलाफ सिस्टमिक चेंज हैं। पेपर लीक से बचने के लिए एग्जाम के दौरान ही छात्र के सामने पेपर खुलते हैं। छात्र के सामने कॉपी सील की जाए। पेपर को सुरक्षित रखने और लाने ले जाने के लिए स्मार्ट लॉक और ट्रक का इस्तेमाल किया जाए। बिहार में कई चेंजेज भी किए गए है। परीक्षा से पहले सेंटर पर परीक्षा से ढाई घंटे पहले एंट्री दी जाती है।
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