Saturday, September 21, 2024

जाने कैसे लगातार 7वीं बार इंदौर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर, सूरत ने भी की इंदौर की बराबरी!

DIGITAL NEWS GURU NEW DELHI DESK :- 

इंदौर लगातार 7वीं बार इंदौर बना देश का सबसे स्वच्छ शहर :

केंद्र सरकार के वार्षिक स्वच्छता सर्वेक्षण में सूरत और इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में चुना गया है। सर्वेक्षण में इंदौर के साथ पहली बार सूरत भी पहले स्थान पर संयुक्त तौर पर सबसे स्वच्छ शहर बन गया है। वहीं एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में नवी मुंबई तीसरे स्थान पर रहा। गुरुवार को घोषित सर्वेक्षण के जारी नतीजों में यह जानकारी दी गई।

ये है इंदौर मे सफाई का फार्मूला:

देश भर में स्वच्छता के मामले में इंदौर शहर के नंबर एक बनने के पीछे कई सारे अभियान हैं, जिसकी वजह से इंदौर पिछले कई सालों से देश का सबसे स्वच्छ शहर बना हुआ है.

इंदौर स्वच्छता के मामले में अब सातवें आसमान पर है। सूरत को भी पहली बार संयुक्त तौर पर सबसे स्वच्छ शहर का दर्जा दिया गया है , स्वछता हमारे संस्कार में है इसलिए नंबर वन पर हम हैं। दिल्ली में गुरुवार को भारत मंडप में समारोह में राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के हाथों से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने पुरस्कार लिया ।

इस दौरान इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव,नगरी प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और निगम युक्त हर्षिका सिंह भी उपस्थित थे। तीसरे स्थान पर नवी मुंबई को प्राप्त हुआ।

राज्यों में स्वच्छता रैंकिंग मे  महाराष्ट्र  बना नंबर वन :

राज्यों के स्वच्छता रैंकिंग में मध्य प्रदेश को दूसरे सबसे स्वच्छ राज्य का दर्जा मिला है। महाराष्ट्र इस मामले में पहले नंबर पर आया है। प्रदेश भर में आम लोगों से मिली प्रतिक्रिया (फीडबैक), स्वच्छता को लेकर प्रदेश भर में चलाई गई परियोजनाएं, बजट आवंटन आदि के आधार पर प्रदेशों की स्वच्छ रैकिंग तय की जाती है।

स्वच्छ राज्यों में छत्तीसगढ़ तीसरे नंबर पर रहा। पिछले साल मप्र को देश का सबसे स्वच्छ राज्य चुना गया था, वहीं छत्तीसगढ़ दूसरे नंबर पर था। इस तरह दोनों राज्यों की रैंकिंग एक-एक पायदान गिरी है। भोपाल को देश की स्वच्छतम राज्य राजधानी का खिताब मिला है। भोपाल ने पिछले साल भी यह तमगा हासिल किया था।

भोपाल पांचवां सबसे स्वच्छ शहर :

देश के 10 लाख से अधिक आबादी वाले महानगरों की श्रेणी में भोपाल को देश का पांचवां सबसे स्वच्छ शहर चुना गया। महापौर मालती राय के साथ नगर निगम कमिश्नर फ्रेंक नोबल ए ने राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया। पिछले साल भोपाल देश के सबसे स्वच्छ शहरों में छठवें नंबर पर रहा था।

जबकि वर्ष 2017 और 18 में निरंतर 2 साल देश में दूसरी श्रेणी हासिल की थी।अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में प्रदेश के नौरोजाबाद को फास्ट मूविंग सिटी का पहला व अमरकंटक को दूसरे पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छता मिशन को लेकर क्या कहा?:

हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2019 तक भारत को स्वच्छ बनाने की मांग की थी और खुले में शौच जाने को खत्म करने का बिड़ा उठाया था। उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी को स्वच्छ भारत से बेहतर तोहफा कैसे होगा। यह मिशन एक आंदोलन बन गया। इसमें सभी ने श्रमदान किया। यह अब अभिन्न अंग बन गया है। सख्त प्रक्रिया है।

2016 में यह सर्वेक्षण शुरू हुआ जो अब सबसे बड़ा सर्वेक्षण बन गया है।लगभग सभी शहरों और गांवों में बड़ी संख्या में सार्वजनिक शौचालय बनाए गए हैं। 2014 में 14 से 15 प्रतिशत कचरे की प्रोसेसिंग होती थी, लेकिन अब 75 से 76 प्रतिशत तक कचरा प्रोसेस होता है। स्वच्छता केवल आदत नहीं है, यह एक आंदोलन। एक अगली पीढ़ी भी इस आंदोलन में भाग ले रही है।

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