कानपुर: आईआईटी के छात्र ने फांसी लगाकर दी जान, परीक्षा में फेल होने का था डर, बीते 1 महीने मे ये है दूसरी आत्महत्या की घटना
Digital News Guru kanpur Desk: आईआईटी में ऐरोस्पेस इंजीनियरिंग से एमटेक कर रहे 30 वर्षी छात्र विकास कुमार मीना ने देर रात हॉस्टल में फांसी लगा ली।
छात्र विकास मीना एयरोस्पेस से एमटेक कर रहा था। उसका सेकेंड ईयर था। बुधवार रात हॉस्टल के कमरे से वह काफी देर तक बाहर नहीं आया तो आसपास के छात्रों को शक हुआ। उन्होंने दरवाजा नॉक किया, लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला।
इसके बाद छात्रों ने आईआईटी प्रबंधन को इसकी सूचना दी। अधिकारी मौके पर पहुंचे और पुलिस को बुलाया गया। दरवाजा खुलवाया तो अंदर छात्र का शव फंदे से लटका हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। छात्र मेरठ का रहने वाला था।
लगातार 3 बैक, टर्मिनेशन…तनाव
साथी छात्रों ने बताया कि इस साल विकास का एमटेक सेकेंड ईयर था। लेकिन लगातार 3 बार बैक आ गई थी। 3 बैक आने के चलते आईआईटी ने छात्र को टर्मिनेट कर दिया था। इसके चलते छात्र तनाव में था। आशंका है कि इसी वजह से छात्र ने सुसाइड किया।
कल्याणपुर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि शुरुआती जांच में छात्र के तनाव में आने की बात पता चली है। उसे संस्थान से टर्मिनेट किया गया था। पूछताछ में छात्र मानसिक तनाव के चलते सुसाइड की बात कह रहे हैं।
मोबाइल कब्जे में, कमरे में सुसाइड नोट नहीं मिला कल्याणपुर थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि फॉरेंसिक टीम से जांच कराई गई है। फिलहाल, किसी तरह के सुसाइड नोट की जानकारी नहीं मिली है। जांच के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। परिवार के लोगों के गुरुवार को आने के बाद पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। अभी तक किसी ने कोई आरोप नहीं लगाया है। फोरेंसिक जांच में भी कुछ संदिग्ध नहीं मिला है।
धनंजय पांडेय ने यह भी बताया कि IIT प्रशासन ने स्टूडेंट्स पर शिकंसा कसा हुआ है। ऐसे में सुसाइड को लेकर कोई भी छात्र खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। क्योंकि, अगर किसी ने कुछ बोला तो उसके खिलाफ IIT प्रशासन कार्रवाई कर देगा। पूछताछ में छात्रों के सहयोग नहीं करने के चलते अंदर की बात सामने नहीं आ पा रही है। फिर भी पुलिस मामले में छानबीन कर रही है।
आईआईटी कैंपस मे 12 दिसंबर 2023 को जैविक विज्ञान और बायो-इंजीनियरिंग विभाग में रिसर्च स्टाफ सदस्य डॉ. पल्लवी ने फंदा लगाकर की थी आत्महत्या…
IIT कानपुर में प्रोजेक्ट एक्जीक्यूटिव ऑफिसर के पद पर कार्यरत युवती ने हॉस्टल में संदिग्ध परिस्थितियों में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया था। कल्याणपुर पुलिस और फोरेंसिक टीम ने दरवाजा तोड़कर शव को अपने कब्जे में लिया था । प्रोजेक्ट एक्जीक्यूटिव ऑफिसर मूलरूप से ओडिशा की रहने वाली थीं।
IIT की ओर से घटना पर दुख जताया गया था। IIT की तरफ से कहा गया था कि डॉ. पल्लवी चिल्का के निधन से संस्थान ने एक प्रतिभाशाली और होनहार युवा शोधकर्ता खो दिया है।
आईआईटी में 7 साल में 7 सुसाइड
आईआईटी जैसे उच्च शिक्षण और शोध संस्थान में भी छात्र और फैकल्टी अवसाद से जूझ रही है। यही वजह है कि सात सालों के भीतर फैकल्टी और छात्रों को मिलाकर 7 लोगों ने सुसाइड कर लिया। पिछले 6 वर्षों से यह क्रम लगातार चल रहा है। कभी प्रोफेसर तो कभी असिस्टेंट रजिस्ट्रार तो कभी छात्र । वहीं, आईआईटी प्रशासन ने छात्र विकास मीना की मौत पर शोक व्यक्त किया है।