राजधानी दिल्ली में कानून तोड़कर भागना हुआ मुश्किल, हाईटेक कैमरा करेगा आपकी निगरानी
Digital News Guru Delhi Desk: सड़क पर कानून तोड़कर बच निकलना अब मुश्किल होगा। दिल्ली, भोपाल सहित कई शहरों में ऐसी व्यवस्था की कवायद चल रही है जिससे ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाने वाले को पकड़ा जा सके और दंडित किया जा सके।
- महानगरों में नई व्यवस्था आने के बाद बिना हेलमेट लगाए बाइक चलाना और बाइक पर तीन लोगों का बैठना तथा बिना सीट बेल्ट के कर ड्राइव करना सभी एक्टिविटीज का उल्लंघन करना मुश्किल होगा।
- भोपाल और दिल्ली जैसे अन्य शहरों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस ऐसे कैमरे लगाए जा रहे हैं, जोकि ड्राइविंग और सड़क परिवहन रूल संबंधित 19 हरकतों को कैद कर लेगा।
- मुख्य स्थानों पर इन शहरों में एआई बेस्ड कैमरे लगाए जाएंगे। यह कैमरे फेस को पहचानने वाले ऐप से जुड़कर काम करेंगे।
- दिल्ली ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनिशन (एएनपीआर) पहचान सिस्टम के लिए टेंडर जारी किया है।
- अभी ट्रैफिक पुलिसकर्मी ज्यादातर तेज रफ्तार में कार-बाइक चलाने, ज़ेबरा क्रॉसिंग उल्लंघन और हेलमेट न पहनने के लिए मामला दर्ज करते हैं।
- पुलिस की नजरों से ऐसी हरकत करने वाले बच नहीं सकेंगे। इस प्रोजेक्ट से ट्रैफिक उल्लंघन के मामलों में बढ़ोतरी होने वाली, लेकिन इसका नतीजा आने वाले दिनों यह दिखेगा कि लोग सावधानी के साथ ड्राइविंग करेंगे।
आप कैमरे की निगरानी में हैं
- CCTV पूरी फीड को मेन सर्वर तक पहुंचाता है।
- AI सर्वर में पहले से अपलोड तस्वीरों से अपने आप मिलान करता है।
- जो भी व्यक्ति कैमरे में दिखाई दिया वो रिकॉर्ड के मुताबिक अपराधी है या नहीं, AI इसकी पहचान करेगा।
- अपराधी मॉनिटर पर दिखाई देने लगता है। सीसीटीवी के सामने आने वाले व्यक्ति की उम्र, जेंडर की जानकारी भी AI सिस्टम बताएगा।
- अगर रिकॉर्ड के मुताबिक वह अपराधी नहीं है तब सिग्नल हरा दिखता है।
एनपीआर कैमरे ट्रांसपोर्ट डेटाबेस से जांच करेंगे ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि कोई गाड़ी अधिक पुरानी तो नहीं या उसका पॉल्यूशन सर्टिफिकेट लंबे समय से अपडेट हुआ या नहीं। ये कैमरे एल्गोरिदम से ऑपरेट होते हैं और इसलिए यह भी बता सकते हैं कि कोई वाहन कब ओवरलोडेड है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये कैमरे आदतन नियम तोड़ने वालों पर लगाम लगाएंगे। स्कूल ऑफ प्लानिंग आर्किटेक्चर के ट्रांसपोर्ट प्लानिंग के पूर्व प्रमुख प्रोफेसर पीके सरकार का कहना है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी दिल्ली में ट्रैफिक मैनेजमेंट के लिए उपयोगी साबित होगी क्योंकि पुलिस प्रशासन को बैक एंड पर जांच करने का मौका मिलेगा। इससे 99% उल्लंघन की सही पहचान की जा सकेगी।
इन गड़बड़ियों पर भी रहेगी नजर
गाड़ी की चोरी, गाड़ी की लाइफ, ट्रैफिक रूल तोड़ना, एक्सीडेंट या अन्य कई दुर्घटनाओं पर नजर रहेगी।
ये हाईटेक कैमरे पेडेस्ट्रियन ब्रिज, ट्रैफिक जंक्शन, और शहरों के एंट्री पॉइंट पर लगाए जाएंगे। इसकी निगरानी विभिन्न एजेंसियों करेंगी। लेकिन सभी चालान सरकारी पोर्टल के माध्यम से जारी किए जाएंगे। उदाहरण के लिए, इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस), वीडियो की निगरानी करेगा।
वाहन की बीएस स्टेज चेक करें
वाहन के मानक पर लागू चालान से बचने के लिए अपने वाहन की भारत स्टेज चेक करें। इसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आरसी देखनी होगी। कार की आरसी पर वहां से संबंधित सभी जानकारी मौजूद होती हैं यदि आपके पास डीजल वाहन है तो आपके वाहन की आरसी पर उपस्थित जानकारी के अनुसार आपका बीएस 5 या इसके ऊपर के मानक है।
तो आपका चालान नहीं कटेगा यदि वही आपके पास पेट्रोल वाहन है और आपके वाहन पर मौजूद जानकारी के अनुसार बस-4 या इससे ऊपर का है फिर आपका चालान नहीं कटेगा, डीजल वाहन का बीएस 4 या इससे नीचे और पेट्रोल वहां का बीएस 3 तथा इससे नीचे का मानक होने पर फिलहाल अभी शुक्रवार तक लागू इस नियम के दौरान दिल्ली में चलाते हुए पकड़े जाने पर आपको एक बड़ा जुर्माना देना पड़ेगा।
इन वाहनों पर है पहले से रोक
दिल्ली में हर समय अब वायु प्रदूषण देखने को मिल रहा है हालांकि दिल्ली सबसे ज्यादा एयर पॉल्यूटेड शहर है लेकिन सर्दियों के दिनों में कोहरे के कारण इसमें और भी ज्यादा बढ़ोतरी होती जा रही है इसमें कुछ कमी लाने के लिए दिल्ली सरकार ने पहले ही 10 साल पुराने डीजल वाहन और 15 साल से ज्यादा पुराने पेट्रोल वाहनों पर रोक लगा चुकी है, साथ ही नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के ऊपर ट्रैफिक नियमों के तहत 20000 तक का जुर्माना भी लगता हैं।