Saturday, November 23, 2024

Iftekhar Khan : बॉलीवुड के सबसे प्रसिद्ध ‘कमिश्‍नर साहब’ इफ्तेखार खान ही थे, अशोक कुमार ने दिलाया था मुंबई पहला काम

DIGITAL NEWS GURU ENTERTAINMENT DESK :- 

इफ्तेखार खान जन्मदिन विशेष  (Iftekhar Khan birthday special) :

इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में खूब सारी फिल्मों में काम किया है। वो बड़े – बड़े अभिनेता राजेश खन्ना से लेकर अमिताभ बच्चन तक संग स्क्रीन शेयर करते हुए नजर आ चुके थे, लेकिन उन्हें ‘द रियल पुलिस ऑफ बॉलीवुड’ कहा गया जाता था। क्योंकि उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में पुलिस ऑफिसर का दमदार किरदार निभाया और उस किरदार मे जान फूंक दी थी।

क्या आप जानते हैं कि वो अच्छे अभिनेता के साथ पेंटर और सिंगर भी थे। एक तरफ वो अपना करियर बना रहे थे तो दूसरी तरफ उनकी जिंदगी में तब तूफान आ गया, जब देश का विभाजन हुआ। उनका पूरा परिवार पाकिस्तान चला गया था, लेकिन उन्होंने भारत में ही रहने का फैसला कर लिया था।

इस दौरान वो आर्थिक तंगी से भी गुजरे, लेकिन हार नहीं मानी। फिर उनकी किस्मत चमकी और बॉलीवुड में छा गए, लेकिन उनकी मौत बहुत ही दर्दनाक हुई थी।उनकी बर्थ एनिवर्सिरी पर जानिए उनके बारे में सबकुछ।

गाने का शौक भी रखते थे अभिनेता इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan):

अभिनेता इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) का जन्म 22 फरवरी साल 1924 को जालंधर में हुआ था। मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने लखनऊ कॉलेज ऑफ आर्ट्स से पेंटिंग में डिप्लोमा कोर्स भी किया। यानी इफ्तेखार एक्टर होने के साथ-साथ पेटिंग की कला में भी काफी माहिर थ।

क्या आप जानते हैं कि उन्हें गाने का भी काफी शौक था और वो फेमस सिंगर कुंदनलाल सहगल से प्रभावित थे, यही वजह थी कि वो 20 साल की उम्र में संगीतकार कमल दासगुप्ता के ऑडिशन के लिए वो कोलकाता चले गए।

जब पाई-पाई के मोहताज हो गए थे इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan):

इफ्तेखार ने साल 1944 में फिल्म ‘तकरार’ से अपने करियर की शुरुआत करी थी। ये मूवी आर्ट फिल्म्स-कोलकाता के बैनर तले बनी थी। दूसरी तरफ उनकी पर्सनल जिंदगी में उथल-पुथल मची हुई थी। देश के विभाजन के दौरान उनके माता-पिता, भाई-बहन और कई करीबी रिश्तेदार सारे लोग पाकिस्तान चले गए थे। लेकिन इफ्तेखार को भारत में रहना ही पसंद था, लेकिन दंगों ने उन्हें कोलकाता छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया था। वो बीवी और बेटियों संग मुंबई चले आये थे।

अशोक कुमार ने  इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) को मुंबई में दिलाया काम:

इफ्तेखार को कोलकाता में उनके समय के दौरान एक्टर अशोक कुमार से मिलवाया गया था। यही वजह रही कि मुंबई में बॉम्बे टॉकीज फिल्म मुकद्दर साल 1950 में एक किरदार के लिए उनसे संपर्क किया गया था। इसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा था। उन्हें ज्यादातर पुलिस के किरदार में ही देखा गया है और काफी पसंद किया गया है। उन्होंने 1940 से 1990 के दशक की शुरुआत तक अपने करियर में 400 से ज्यादा फिल्मों में एक्टिंग करी है। उनके भाई इम्तियाज अहमद PTV (पाकिस्तान) के एक फेमस टीवी एक्टर रह चुके है।

पुलिस के किरदार में  इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) ने खूब बटोरा प्यार:

इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) ने बतौर लीड एक्टर भी कई फिल्मो मे काम किया है लेकिन उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में पिता, अंकल, ग्रेट-अंकल, दादाजी और पुलिस ऑफिसर, कमिश्नर, कोर्टरूम जज और डॉक्टर के किरदार ही निभाए है और उन्हें इन किरदार के लिए काफी पसंद भी किया गया था।इफ्तेखार ने ‘बंदिनी’, ‘सावन भादो’, ‘खेल खेल में’ और ‘एजेंट विनोद जैसी फिल्मो’ में निगेटिव रोल भी प्ले किया था।

इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) जो भी एक्टिंग करते थे वो सीधे दिल में उतरती थी। चाहे कड़क पुलिस का किरदार निभाना हो या फिर भावुक पिता का। वो यश चोपड़ा की क्लासिक मूवी दीवार (1975) में अमिताभ बच्चन के करप्ट बिजनेस मेंटर का किरदार निभाया। उन्होंने ‘जंजीर’ में पुलिस इंस्पेक्टर का दमदार किरदार निभाया। भले ही उनका सीन ज्यादा नहीं था, लेकिन जिस तरह से उन्होंने एक्टिंग की, वो बहुत प्रभावशाली थी। 1978 की हिट फिल्म ‘डॉन’ के लिए भी उन्हें याद किया जाता है। उन्होंने राजेश खन्ना संग भी भी खूब काम किया।

 

इफ्तेखार खान (Iftekhar Khan) को लगा था बेटी की मौत का सदमा:

इनकी पर्सनल लाइफ की बात करें तो इफ्तेखार ने कोलकाता की एक यहूदी महिला हन्ना जोसेफ से शादी करी थी। हन्ना ने अपना धर्म बदलकर अपना नाम रेहाना अहमद रख लिया था। उनकी दो बेटियां भी थी जिनका नाम सलमा और सईदा था। सईदा की 7 फरवरी साल 1995 को कैंसर से मौत हो गई थी।

बेटी की मौत ने इफ्तेखार को झकझोर दिया था। अपने सामने अपनी बच्ची को मरता देख, उन पर क्या बीती होगी, ये अहसास करना भी दर्दनाक है। बेटी के गुजरने के बाद वो बुरी तरह बीमार पड़ गए। वो अंदर ही अंदर इतने घुट रहे थे कि बेटी की मौत के एक महीने के अंदर ही 4 मार्च को इफ्तेखार ने भी 71 साल की उम्र में दम तोड़ दिया था।

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