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ग्रेजुएशन के साथ साथ यदि है आपके पास है ये NCC सर्टिफिकेट, तो भारतीय सेना में आप बन सकते हैं सीधे ऑफिसर !
अगर आपको अपनी देश की सेवा करनी तो आप को तीनों सेनाओं में से किसी में भी अफसर या सिपाही बनना पड़ेगा तो उसके लिए आप लोगों के पास NCC का सर्टिफिकेट होना बहुत जरूरी होता है। अगर आप के पास NCC का सर्टिफिकेट है तो आप बिना किसी परीक्षा को दिये या एंट्रेंस एग्जाम को दिए बिना भी भारतीय सेनाओं मे शामिल हो सकते हैं। जो कि काफी काफी कठिन पड़ाव होता है किसी भी लोगों के लिए।
NCC सर्टिफिकेट के फायदे :
NCC कंडीडेट के लिए सशस्त्र बल में कुछ अलग से सीटें रिज़र्व रहती है। इससे आपको डायरेक्ट एंट्री भी मिल जाती है। आपको अपना सिर्फ इंटरव्यू और मेडिकल ही निकालना जरूरी होता है।NCC सर्टिफिकेट से आपको आगे की पढाई करने के लिए बहुत सी स्कॉलरशिप भी मिलती हैं।इसके साथ ही बहुत से कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एडमिशन के समय NCC सर्टिफिकेट कैंडिडेट को वरियत्ता और छूट मिल जाती है।
भारत व राज्य सरकार में सरकारी नौकरी खासकर के पुलिस की नौकरी पाने में NCC सर्टिफिकेट आपको बहुत ज्यादा सहायता करता है।अन्य अभ्यर्थियों के मुकाबले NCC कैडेट्स को ज्यादा महत्व दिया जाता है।
NCC के उद्देश्य:
NCC का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं में चरित्र, साहचर्य, अनुशासन, निस्वार्थ सेवा भाव आदि गुणों का संचार करना होता है। एनसीसी का उद्देश्य ससस्त्र सेना में जीविका बनाने के लिए युवाओं को प्रेरित कर उचित वातावरण प्रदान करना है। एनसीसी के सर्टिफिकेट । एनसीसी करने के बाद कई तरह के सर्टिफेकेट प्रदान किए जाते हैं , ये सर्टिफिकेट ए, बी और सी होते हैं। इन सर्टिफिकेट के माध्यम से कई सरकारी नौकरियों में छूट प्रदान की जाती है।
ट्रेनिंग ऑफ एनसीसी (NCC):
NCC प्रशिक्षण हेतु तीन डिवीजन में बांट दिया गया है:
सीनियर डिवीज़न –
इसमें कॉलेज विश्वविद्यालय के 15 से 26 वर्ष की आयु वाले छात्र प्रशिक्षण लेते हैं। यह प्रशिक्षण 3 साल का होता है। इस डिवीजन को तीन खंडों में बांटा गया है- सेना स्कंध, नौसेना स्कंध,वायु सेना स्कंध एनसीसी
जूनियर डिवीज़न-
इसमें 13-17 वर्ष के माध्यमिक स्कूल के छात्रों को भर्ती किया जाता है। इसका प्रशिक्षण भी 2 वर्ष का होता है इस डिवीजन में भी थल सेना स्कंध, नौसेना और वायुसेना स्कंध होते हैं।
गर्ल्स डिवीज़न-
इसमें सीनियर व जूनियर स्कंध होते हैं इसमें कॉलेजों व स्कूलों की 15 से 26 वर्ष की छात्राएं प्रशिक्षण प्राप्त करती है। सीनियर डिवीजन में सिग्नल कंपनी,मेडिकल कंपनी सम्मिलित होती है। इसका प्रशिक्षण भी 3 वर्ष का होता है। एनसीसी परीक्षाएं :
एनसीसी की ‘ए’,’बी’,’सी’ कि परीक्षा फरवरी और मार्च में प्रतिवर्ष आयोजित करी जाती है हैं जिसमे पात्रता शर्ते निम्न प्रकार होती है
‘ए’ प्रमाण पत्र की परीक्षा- इस परीक्षा में वही कैडिट्स बैठेंगे जिन कैडिट्स ने डिवीजन NCC में 2 साल का प्रशिक्षण प्राप्त किया है और उसके साथ साथ 75℅ उपस्थिति और एक वार्षिक शिविर में भाग भी लिया होगा।
‘बी’ प्रमाण पत्र की परीक्षा-इस परीक्षा में वही कैडिट्स बैठने के मान्य होगे जिन कैडिट्स ने NCC में 2 साल का प्रशिक्षण प्राप्त करने के साथ साथ 75℅ उपस्थिति और एक वार्षिक शिविर में भाग भी लिया है।
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सी’ प्रमाण पत्र की परीक्षा- इस परीक्षा के लिए सभी कैडेट ने ‘b’ सर्टिफिकेट की परीक्षा पास करना जरूरी है उसके साथ ही, सीनियर डिवीजन मे 3 साल की ट्रेनिंग भी पूरी करी हो।
A,B,C परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए कैडेट्स को प्रति विषय 45% अंक और कुल 50% अंक लाना भी अनिवार्य होगा।एनसीसी परीक्षा में कैडेट्स को डिवीजन न देकर ग्रेडिंग दी जाती है जो कि निम्न प्रकार है-
•‘A’ ग्रेडिंग- 80% या अधिक अंक प्राप्त करने पर
•‘B’ ग्रेडिंग- 65% से 79% तक अंक प्राप्त करने पर
• ‘C’ ग्रेडिंग- 50 या 50 से अधिक तथा 64% अंक प्राप्त करने पर।
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