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क्यूकी शौक बड़ी चीज है : नोएडा के साहिल ने अपनी Fortuner कार के अनोखे नंबर की चाह मे खर्च कीये लाखों रुपये , मिला Vintage नंबर !
अक्सर हम सभी ने किसी न किसी को ये कहते हुए तो जरूर सुना होगा की “शौक बड़ी चीज है” । आमतौर पर हम सभी को भी कोई न कोई शौक जरूर होता है ।लेकिन ” क्यूकी शौक बड़ी चीज है ” इस कहावत का इस्तेमाल अक्सर हम बड़े या अनोखे शौक वाले लोगों के लिए करते है ,और इसका जीता जागता उदाहरण पेश किया है नोएडा के साहिल चौहान ने , जिन्होंने अपनी fortuner कार के महज नंबर के लिए लाखों रुपये खर्च कर दिए ।
Vintage नंबर की चाह मे साहिल ने खर्च कीये 11 लाख :
नोएडा के सेक्टर 167 निवासी साहिल चौहान पेशे से एक बिजनस मैन है । साहिल ने बताया की उनको मुख्यता ऐसे ही महंगे ओर अनोखे शौक रखने की आदत है , जिसके तहत वो अपनी fortuner कार के लिए vintage नंबर लेना चाहते थे । जब उनको विन्टिज नंबर के बारे मे जानकारी प्राप्त हुई उसके बाद उन्होंने जरूरी कागजी कार्यवाही करके लाखों रुपये की धनराशि खर्च करनी पड़ी । अंत मे साहिल के काफी प्रयासों के बाद उनको एक vintage नंबर प्राप्त हुआ , जिसको देख कर उनको अपने पैसे व्यर्थ नहीं लगे । नंबर था ही इतना अनोखा , जी हा साहिल को जो अंत मे vintage नंबर प्राप्त हुआ वो था UMG 8000 ।
आखिर क्या होता है vintage नंबर ओर कैसे मिलता है ?:

आमतौर पर विंटेज नंबर एक विशेष प्रकार की नंबर प्लेट होती है ,जो 50 साल से अधिक पुराने और अपनी मूल स्थिति में बनाए रखे गए वाहनों के लिए भारत मे जारी की जाती है। इस विंटेज नंबर प्लेट का फॉर्मैट “XX VA YY AAAA” होता है, जहाँ XX स्टेट कोड है, VA “विंटेज व्हीकल” को दर्शाता है, YY दो अक्षरों की एक श्रृंखला है, और AAAA 0001 से 9999 के बीच की संख्या होती है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत में ऑटोमोबाइल विरासत को संरक्षित करना और बढ़ावा देना है।
आखिर VIP (पसंदीदा) नंबर कैसे पाएं ?:
1. रजिस्ट्रेशन करें (Register on Portal)
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वेबसाइट: https://parivahan.gov.in/parivahan/
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“Public User” के तौर पर रजिस्टर करें।
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जानकारी भरें: नाम, पता, मोबाइल नंबर, ईमेल।
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मोबाइल OTP से वेरिफाई करें।
2. राज्य और वाहन की जानकारी दें
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वह राज्य चुनें जहां गाड़ी रजिस्टर होनी है।
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वाहन का प्रकार चुनें:
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दोपहिया / चारपहिया
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प्राइवेट / कमर्शियल
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3. वीआईपी नंबर चुनें (Choose Your VIP Number)
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नंबर की लिस्ट देखें या “Search by Number” ऑप्शन से अपना मनपसंद नंबर खोजें।
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उपलब्धता (Availability) जांचें।
4. प्रारंभिक फीस जमा करें (Pay Initial Fee)
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नंबर चुनने के बाद, तय रजिस्ट्रेशन फीस का भुगतान करें।
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यह फीस नंबर की लोकप्रियता पर निर्भर करती है।
5. ऑनलाइन नीलामी में भाग लें (Participate in Online Auction)
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नीलामी कुछ दिनों तक चलती है।
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यदि आपके चुने हुए नंबर के लिए एक से अधिक बोली लगती है, तो अधिकतम बोली लगाने वाला जीतता है।
6. नंबर अलॉटमेंट (Number Allotment)
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नीलामी जीतने के बाद आपको शेष राशि जमा करनी होगी।
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फिर आपको एक Allotment Letter मिलता है।
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इसे लेकर आप अपनी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
💡 कुछ खास बातें:
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VIP नंबरों की श्रेणियां अलग-अलग होती हैं (जैसे: 0001, 0007, 0786, 1111, 9999 आदि)। जितना यूनिक और डिमांड में नंबर होगा, उतनी ज्यादा बोली लग सकती है।
कई राज्यों में RTO स्तर पर भी यह प्रक्रिया होती है, लेकिन ज़्यादातर अब सेंट्रलाइज्ड ऑनलाइन हो गई है।विंटेज (Vintage) नंबर और वीआईपी (VIP) नंबर के बीच क्या फर्क है?
ये दोनों नंबर खास होते हैं, लेकिन इनका मतलब और मकसद अलग है। आइए साफ-साफ अंतर समझते हैं:
🟩 1. वीआईपी नंबर (VIP Number)
🔹 क्या है?
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VIP नंबर वो होते हैं जो दिखने में खास, यूनिक या “अलग पहचान” वाले होते हैं।
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इन्हें आमतौर पर लोग स्टाइल, शो ऑफ, या पहचान बनाने के लिए चुनते हैं।
🔹 उदाहरण:
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0001, 0007, 0786, 1111, 9999, 1234, 1000
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आसानी से याद रखे जा सकें, ऐसे नंबर।
🔹 कैसे मिलता है?
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Parivahan.gov.in पर रजिस्ट्रेशन करके, ऑनलाइन नीलामी के जरिए बोली लगाकर।
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सबसे ज़्यादा बोली लगाने वाले को नंबर मिलता है।
🔹 उद्देश्य:
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पर्सनल ब्रांडिंग, शो ऑफ, खास पहचान।
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महंगे नंबर स्टेटस सिंबल माने जाते हैं।
🟦 2. विंटेज नंबर (Vintage Number)
🔹 क्या है?
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विंटेज नंबर वो पुराने जमाने के नंबर होते हैं जो आज के नए सीरियल पैटर्न से बहुत अलग होते हैं।
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इन नंबरों का इस्तेमाल बहुत पुरानी गाड़ियों में होता था, या पुराने फॉर्मेट में बना होता है।
🔹 उदाहरण:
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DLI 123, MH 01 AB 007, RJY 500
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अक्सर 80s, 90s या उससे पहले के रजिस्ट्रेशन फॉर्मेट में।
🔹 कैसे मिलता है?
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सीधे नहीं मिलते।
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आमतौर पर पुराने वाहन मालिकों के पास होते हैं, या पुराने नंबर को नई गाड़ी पर ट्रांसफर कराना होता है (कानूनी प्रक्रिया से)।
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कई लोग पुराने स्कूटर या कार को विंटेज व्हीकल के तौर पर रिस्टोर कराते हैं और पुराने नंबर को बनाए रखते हैं।
🔹 उद्देश्य:
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क्लासिक लुक, कलेक्टर आइटम, शौकिया इस्तेमाल।
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कई बार “Antique Vehicle” रजिस्ट्रेशन के तहत आता है।
🔻 मुख्य अंतर (VIP vs Vintage):
विशेषता | VIP नंबर | विंटेज नंबर |
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मकसद | स्टाइल, पहचान | इतिहास, क्लासिक लुक |
कैसे मिलता है | ऑनलाइन नीलामी से | पुरानी गाड़ी से/ ट्रांसफर से |
नंबर फॉर्मेट | आसान, दोहराव, यूनिक जैसे 0001 | पुराने फॉर्मेट वाले जैसे DLI 500 |
मूल्य | महंगे (नीलामी में) | वैल्यू गाड़ी की उम्र और इतिहास से |
कानूनी प्रोसेस | पूरी तरह ऑनलाइन और तयशुदा | कभी-कभी पेचीदा (Transfer Process) |
📌 निष्कर्ष:
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अगर आप नया और यूनिक नंबर चाहते हैं तो VIP नंबर लें।
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अगर आप पुरानी क्लासिक गाड़ी के शौकीन हैं और उसकी असली पहचान रखना चाहते हैं, तो विंटेज नंबर बनता है।
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