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महादेव के सावन की शिवरात्रि का शुभ पर्व आज , जानिए शुभ मुहूर्त !
सावन के महीने की शिवरात्रि बहुत ही खास होती है, इस शिवरात्रि का एक अलग ही महत्व है और इस दिन शिवलिंग का जल अर्पित करने के साथ साथ दान करने का भी विशेष महत्व माना गया है।
कुछ लोग पवित्र जल में गंगा जल मिलाकर शंकर भगवान का जलाभिषेक करते हैं तो वही दूसरी तरफ कुछ लोग अपनी कावड़ यात्रा पूरी करने के पश्चात कावड़ में लाए गए जल को भगवान शिव की शिवलिंग पर जल अर्पित करते हैं। वैदिक पंचांग के अनुसार ,आज शुक्रवार 2 अगस्त को सावन शिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। आज शिवरात्रि के ऊपर के अवसर पर भक्त भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए व्रत रखते हैं और उनका विधि-विधान से पूजन करते हैं।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन की शिवरात्रि के दिन अगर भगवान शिव प्रसन्न हो जाएं तो उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है और उनके सभी भक्तों और जाट को की कष्ट में स्वयं हर लेते हैं ज्योतिष शास्त्र में भी सावन शिवरात्रि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है और इस दिन पूजा-पाठ के साथ यदि दान किया जाए तो शुभ फल की प्राप्ति होती है. आइए जानते हैं सावन शिवरात्रि के किन चीजों का दान करना शुभ होता है?
सावन माह की शिवरात्रि में करें इन चीजों का दान :
यदि आप भी देवों के देव महादेव को अपने श्रद्धा भक्ति से प्रसन्नचित करना चाहते हैं और उनकी अनुपम कृपा पाना चाहते हैं तो आज सावन शिवरात्रि के अवसर पर उन्हें दूध और जल अवश्य ही अर्पित करें। बेलपत्र और धतूरे के साथ-साथ जल और दूध भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है ।आज के दिन दूध और जल का दान करना आपके लिए बहुत शुभ हो सकता हैं।इससे भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं और अपनी असीम कृपा बरसाते हैं। साथ ही दूध का दान करने से मनुष्य को मानसिक शांति की भी प्राप्ति होती है।
आज इस सावन शिवरात्रि के अवसर पर अन्न और वस्त्र का भी दान करना चाहिए तथा जरूरतमंद लोगों व किसी गरीब को अपनी क्षमता और श्रद्धा के अनुसार अन्न व वस्त्र दान करें। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि निवास करते हैं और धन संपत्ति की समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है।
भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा बहुत ही प्रिय है। इन दोनों चीजों के बिना उनकी पूजा अधूरी मानी जाती है। लेकिन कई बार कुछ लोग बेलपत्र और धतूर नहीं खरीद पाते या उन्हें मिलता ही नहीं है। ऐसे में यदि सावन शिवरात्रि के दिन किसी को बेलपत्र और धतूरा दान किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न होते हैं।साथ ही ऐसा करने से व्यक्ति को रोगों से मुक्ति मिलती है और परिवार में प्रेम बढ़ता है।
सावन शिवरात्रि के दिन तिल और गुड़ का दान करना भी शुभ व फलदायी माना गया है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। इतना ही नहीं बल्कि, कुंडली में अशुभ और परेशान कर रहे ग्रह भी शांत हो जाते हैं।
भगवान शिव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं तो इस सावन की शिवरात्रि के अवसर पर गरीब लोगों व जरूरतमंद , कन्याओं को फल तथा मिठाई का दान करें। इस प्रकार से भगवान का नाम लेते हुए दान पुण्य करे भगवान शिव की कृपा से पारिवारिक जीवन में मिठास बनी रहेगी और सभी सुखों की प्राप्ति होगी।
जानिए सावन शिवरात्रि पूजन शुभ मुहूर्त
- पहले पहर की पूजा का समय- आज शाम 7 बजकर 11 मिनट से लेकर रात 9 बजकर 49 मिनट तक
- दूसरे पहर की पूजा का समय -रात 9 बजकर 49 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 27 मिनट तक (3 अगस्त)
- तीसरे पहर की पूजाका समय- रात्रि 12 बजकर 27 मिनट से लेकर रात 3 बजकर 06 मिनट तक (3 अगस्त)
- चौथे पहर की पूजाका समय-3 अगस्त रात्रि 3 बजकर 06 मिनट से सुबह 5 बजकर 44 मिनट तक ।