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Asaduddin Owaisi birthday special : असदुद्दीन ओवैसी देश के कुछ कद्दावर नेताओं में से एक माने जाते हैं , जानिए ओवैसी के कुछ चर्चित बयान !
देश के कद्दावर नेता असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) को आज के समय मे शायद ही कोई ऐसा होगा जो नहीं जानता होगा । असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष भी हैं । वह तीन बार संसद सदस्य (सांसद) हैं, जो भारतीय संसद के निचले सदन लोकसभा में हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद के हैदराबाद पब्लिक स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने हैदराबाद के सेंट मैरी जूनियर कॉलेज में दाखिला लिया। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय के प्रसिद्ध निज़ाम कॉलेज से कला में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। आगे की शिक्षा के लिए, वह लंदन चले गए और उन्होंने इंग्लैंड में एलएलबी और बैरिस्टर-एट-लॉ (लिंकन इन) की पढ़ाई की।
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की कुछ प्रमुख बातें:
- 1990 के दशक की शुरुआत में उन्होंने अपने परिवार के स्थापित राजनीतिक मोर्चे AIMIM (ऑल-इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) पार्टी में शामिल होने के बाद राजनीति में कदम रखा।
- उनके पिता सुल्तान सलाहुद्दीन ओवैसी भी हैदराबाद के एक राजनेता थे, जिन्होंने लगातार छह बार हैदराबाद से लोकसभा सीट जीती थी।
- मुख्य रूप से मुसलमानों जैसे अल्पसंख्यकों पर केंद्रित अपनी राजनीति के कारण ओवैसी विवादों और खबरों में रहे हैं।
- असदुद्दीन के भाई अकबरुद्दीन ओवैसी हमेशा दूसरे धर्मों के प्रति नफरत दिखाते हैं. इसके लिए उन्हें कई बार हिरासत में भी लिया जा चुका है।
- 2008 के मुंबई हमलों के बाद, ओवैसी ने निर्दोष लोगों की हत्या के लिए जकीउर रहमान लखवी और हाफिज सईद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि देश के दुश्मन मुसलमानों के दुश्मन हैं।
- असदुद्दीन ओवेसी हैदराबाद स्थित ओवेसी अस्पताल और अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष हैं, जिनकी उत्पत्ति स्वर्गीय अल्हाज मौलाना अब्दुल वहीद ओवेसी से हुई है। अस्पताल अत्याधुनिक अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित है और चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और चिकित्सा देखभाल के क्षेत्र में उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करता है।
- अस्पतालों में अनुसंधान कार्यक्रम प्रतिष्ठित राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान एजेंसियों के सहयोग से चलाए जा रहे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) के द्वारा दिये गये कुछ सशक्त बयान:
- ”70 साल बाद भी मुझे पाकिस्तानी कहा जाता है। क्यों? हमने जिन्ना का निमंत्रण ठुकरा दिया. अब मैं अपनी मर्जी से तिरंगा भी नहीं पकड़ सकता? एससी/एसटी के लिए वैसा ही कानून क्यों नहीं बन सकता?”
- “मैं 2006 से कह रहा हूं कि हज सब्सिडी का पैसा मुस्लिम बच्चों की शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। इस तरह का प्रचार करने की कोई जरूरत नहीं है।”
- “मैंने लोकसभा में जो देखा, मुझे लगा कि 6 दिसंबर (बाबरी मस्जिद) मेरी आंखों के सामने हो रहा है। मुझे उस दिन भी वही दर्द महसूस हुआ।”.
- संसद में गृहमंत्री से हुई थी तीखी बहस
“15 जुलाई 2019 को एनआईए संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह और ओवैसी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली थी। बिल तो पारित हो गया था लेकिन दोनों के बीच बहस ने सभी का ध्यान खींचा था। ओवैसी ने कहा था कि आप गृह मंत्री हैं तो डराइए मत, जिस पर शाह ने कहा कि वह डरा नहीं रहे हैं, लेकिन अगर डर जेहन में है तो क्या किया जा सकता है। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी अपने स्थान पर खड़े हो गए और कहा कि बीजेपी सदस्य जिस निजी वार्तालाप का उल्लेख कर रहे हैं और जिनकी बात कर रहे हैं वो यहां मौजूद नहीं हैं। क्या बीजेपी सदस्य इसके सबूत सदन के पटल पर रख सकते हैं?”
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