Saturday, November 23, 2024

Amitabh Bachchan birthday special : फिल्मों मे आने के लिए किया था अमिताभ बच्चन ने काफी संघर्ष, राजनीति मे भी रह चुके है सक्रिय

Amitabh Bachchan birthday special : फिल्मों मे आने के लिए किया था अमिताभ बच्चन ने काफी संघर्ष, राजनीति मे भी रह चुके है सक्रिय

बॉलीवुड के शहंशाह और बिग बी के नाम से मशहूर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की पूरी कहानी। अमिताभ बच्चन को भारतीय फिल्म जगत का सबसे बड़ा अभिनेता माना जाता है।

आज अमिताभ बच्चन की सफलता के बारे में तो सभी लोग जानते हैं, लेकिन सफलता के पीछे उनके संघर्ष की कहानी बहुत कम लोग ही जानते होंगे। आज अमिताभ के जन्मदिन पर जानते है उनसे जुड़ी कुछ बातें

शुरूआती जीवन


अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहबाद में हुआ था, । उनके पिता का नाम डॉ. हरिवंश राय बच्चन थे, जो एक बहुत बड़े जाने-माने कवि थे, और उनकी माँ का नाम तेजी से बच्चन था था जो एक समाज सेविका थीं।

अमिताभ बच्चन की शिक्षा

अमिताभ बच्चन ने शुरूआती शिक्षा इलाहाबाद के सेंट-मैरी स्कूल से करी थी । अमिताभ बच्चन ने दो बार एमए की डिग्री ली है। इलिनोइस के ज्ञान प्रबोधनी और बॉयज़ इंक्वायरी से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री ली और इसके अलावा इन्होने शेरवुड कॉलेज की डिग्री ली से भी मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री ली।

जब अमिताभ बच्चन शेरवुड कॉलेज से अपनी स्नातक की पढ़ाई कर रहे थे तो उन दिनों वे कॉलेज के साथ-साथ नाटकों का भी हिस्सा लेते थे। डिप्लोमा से पढ़ाई खत्म करने के बाद वे दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज चले गए। यहां उन्होंने विज्ञान से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

फिल्मों में आने से पहले


अपनी पढ़ाई छूटने के बाद अमिताभ ने दिल्ली में नौकरी करने लगे। फिर अमिताभ ने अपने एक दोस्त के साथ ऑल इंडिया रेडियो में वॉयस नेशन की नौकरी के लिए अप्लाई किया, था जहां उनकी आवाज मोटी होने के कारण उन्होंने उन्हें वहां से बाहर कर दिया गया था ।

दिल्ली के बाद वो अपने दोस्तों के साथ कोलकाता चले गए। कोलकाता में वह एक इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी ब्रेड एंड कंपनी में इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रोकर की नौकरी करती थी। अपने जीवन के 5 साल कोलकाता में रहने के बाद अमिताभ ने फिल्मों मे आने का निर्णय लिया था ।

फिल्मों में आने के बाद


जब अमिताभ बच्चन 1968 में फिल्म जगत में अपना करियर बनाने मुंबई आये। उन्होंने शुरुआत में वॉइस एन रिटेलर के रूप में काम किया। जहां उन्होंने भुवन शोम मूवी के लिए अपनी आवाज दी थी। राजीव गांधी के साथ दोस्ती के कारण उन्हें फिल्मों में जल्दी काम मिल गया।

1969 में उन्होंने सात हिंदुस्तानी नाम की फिल्म से अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत की। लेकिन यह फिल्म बिल्कुल फ्लॉप रही। इसके बाद साल 1970 में उनकी बॉम्बे टॉकीज़ और 1971 में परवाना फिल्म आई। यह दोनों फिल्में भी फ्लॉप साबित हुई थी ।

1971 में उन्हें आनंद फिल्म में राजेश खन्ना के साथ काम करने का मौका मिला। इस फिल्म के लिए बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाले और अमिताभ बच्चन को बेस्ट एक्टर असिस्टेंट का अवॉर्ड मिल गया था।

ऐसे सुपरस्टार बने


लगभग 12 फ्लॉप फिल्में रिलीज होने के बाद पुरानी रियल रॉकेट्स जंजीर मूवी में मिलीं। 1973 में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत हिट हुई। इस फिल्म के बाद अमिताभ बच्चन सुपरस्टार बन गए, इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मों की फिल्में दीं। जिसमें अमर अकबर एंथनी और कोर्ट जैसी फिल्में शामिल थीं।

कुली फिल्म के दौरान लगी गंभीर चोट


26 जुलाई साल 1982 को कुली फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन को पेट में गंभीर चोट लग गई, जिसके बाद उनकी हालत लगभग खराब हो गई। अमिताभ बच्चन अस्पताल में रह रहे हैं। इस दौरान वे मौत के मुंह में चले गए थे । इसके बाद जब अमिताभ ठीक हो गए तो 2 दिसंबर साल 1983 को जब यह फिल्म रिलीज हुई तो यह बॉक्स ऑफिस पर बेहद हिट साबित हुई।

राजनीति में प्रवेश


फिल्म कुली में चोट लगने के बाद अमिताभ बच्चन ने कुछ समय के लिए फिल्मों से ब्रेक ले लिया और अपने दोस्त राजीव गांधी के सहयोग से राजनीति में आ गए।

सक्रिय राजनीति में भाग लेते हुए इन्होनें इलाहबाद सीट से उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदा बहुगुणा को बड़े अंतरों से हराया। लेकिन अमिताभ का राजनीतिक करियर ज्यादा दिनों तक नही चल सका था । और लगभग 3 साल (1984-87) बाद अमिताभ बच्चन ने फिल्मों में वापसी कर ली थी ।


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