Saturday, November 23, 2024

Air Pollution in INDIA :दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 42 शहर भारत के, 2018 से लगातार दिल्ली रही है सबसे प्रदूषित राजधानी!

DIGITAL NEWS GURU ENVIRONMENT DESK :- 

 Air Pollution in INDIA :दुनिया के 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 42 शहर भारत के, 2018 से लगातार दिल्ली रही है सबसे प्रदूषित राजधानी!

भारत दुनियाभर में तीसरा सबसे प्रदूषित देश है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बाद 2023 में भारत तीसरा सबसे प्रदूषित देश था। स्विस एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग संस्था IQAir के अनुसार, दुनियाभर के टॉप 50 सबसे प्रदूषित शहरों में से 42 शहर भारत के थे, जिसमें बेगुसराय टॉप पर था।

IQAir ने दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों और देश की राजधानियों की एक सूची जारी की है। और एक बार फिर भारत की राजधानी दिल्ली दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन गयी है। और बिहार का बेगुसराय दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरो की लिस्ट में है। वहीं दिल्ली सबसे खराब वायु गुणवत्ता (Air Quality) वाली राजधानी भी बन गई है। टॉप 5 प्रदूषित शहरों में बेगुसराय के अलावा, भारत का गुवाहाटी (नंबर 2), दिल्ली (नंबर 3), मल्लांपुर (नंबर 4) और पाकिस्तान का लाहौर (5) शामिल हैं। इस क्रम में भारत मे नई दिल्ली और बिहार सीवान और और कटिहार जैसे टॉप 10 सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो चुके हैं।

 

दुनिया के सबसे प्रदूषित देश:

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रदूषण PM2.5 की कंसंट्रेशन विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देश से 10 गुना अधिक थी। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के सबसे प्रदूषित देश बांग्लादेश में PM2.5 WHO की गाइडलाइन से 15 गुना ज्यादा हो गयी था और पाकिस्तान में ये 14 गुना ज्यादा हो गया था।

दिल्ली साल 2018 से लगातार दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी:

अगर साल 2022 कि बात करे तो भारत आठवें सबसे प्रदूषित देश के रूप में टॉप 10 में शामिल हो गया था। और दिल्ली साल 2018 से लगातार चार बार दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी बन रही है। साल 2023 में 134 देशो और 7,812 स्थानों का डाटा भी शामिल किया गया है। इस लिस्ट में आश्चर्यजनक रूप से बिहार के शहर बेगुसराय का नाम भी है, जो वैश्विक स्तर पर सबसे प्रदूषित महानगरीय क्षेत्र माना जाता है।

 

क्या है PM2.5?:

PM2.5 को ‘फाइन पार्टिकुलेट मैटर’ कहा जाता है। ये कण 2.5 माइक्रोन या छोटे आकार के होते हैं और ये सांस लेने के दौरान निचले श्वसन तंत्र तक पहुंच जाते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा अनुमान है कि भारत में 1.36 अरब लोगों को डब्ल्यूएचओ की अनुशंसित पांच माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर से अधिक की PM2.5 सांद्रता का सामना करना पड़ रहा है। WHO के मुताबिक, दुनियाभर में हर साल तकरीबन 70 लाख लोगों की वायु प्रदूषण के कारण समय से पहले ही उनकी मौत हो जाती है। पीएम2.5 वायु प्रदूषण के कारण अस्थमा, कैंसर,स्ट्रोक और फेफड़ों की बीमारी समेत अनेक बीमारियां हो रही है।

 

वायु प्रदूषण से होती हैं ये बीमारियां:

दुनिया भर में हर नौ में से एक मौत कि वजह ये प्रदूषण हो रहा है। जो मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा पर्यावरणीय खतरा बनता चला जा रहा है। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक, वायु प्रदूषण हर साल दुनिया भर में सात मिलियन
से ज्यादा असामयिक मौतों के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है। पीएम 2.5 के संपर्क में आने से आम लोगों कई तरह की बीमारियां पकड़ रही है। जिनमें अस्थमा, कैंसर, स्ट्रोक और फेफड़ों की बीमारी आदि शामिल है।

इन अंगों को कर सकता है प्रभावित:

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पीएम 2.5 के बढ़े हुए स्तर के संपर्क में आने के कारण आंख, नाक, गले, फेफड़े और हृदय को गंभीर खतरा सभी लोगों को हो सकता है। आंखों में जलन होना आंखों से बार बार पानी आना, सांस लेने में दिक्कत, खांसी और त्वचा से संबंधित समस्याओं का खतरा इसमे सबसे अधिक होता है। पीएम 2.5 से सुरक्षित रहने के लिए सभी लोगों को बाहर जाते समय अच्छे और कसे हुए मास्क पहनने के साथ आंखों पर चश्मा लगाकर रखना चाहिए। समय-समय पर चेहरे को अच्छी तरह से पानी से धोते रहें

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