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Mohd Hamid Ansari Birthday special: मोहम्मद हामिद अंसारी ने ऐसे तय किया था विदेश सेवा से लेकर उपराष्ट्रपति तक का अपना सफर
आज यानी की भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति और भारतीय अल्पसंख्यक आयोग के भूतपूर्व अध्यक्ष मोहम्मद हामिद अंसारी का आज जन्मदिन है आज यानी की 01 अप्रैल को वो अपना 87वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह भारत के 14वें उपराष्ट्रपति निर्वाचित भी हुए थे।
बता दें कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बाद हामिद अंसारी दूसरे ऐसे व्यक्ति बनें, जो लगातार दूसरी बार इस पद के लिए निर्वाचित किए गए थे। आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर मो. हामिद अंसारी के जीवन से जुड़े कुछ रोचक बातों के बारे मे
मोहम्मद हामिद अंसारी का जन्म और शिक्षा
आप को बता दें कि 01 अप्रैल साल 1937 को मो. हामिद अंसारी का जन्म हुआ था। मोहम्मद हामिद अंसारी ने अपनी शुरूआती शिक्षा पूरी करके यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में बीए और एमए की डिग्री पूरी करी थी । वहीं साल 1961 में मोहम्मद हामिद अंसारी ने भारतीय विदेश सेवा में प्रवेश ले लिया था और लगभग चार दशकों तक सेवा भी करी थी ।
मोहम्मद हामिद अंसारी का राजनीतिक करियर
मोहम्मद हामिद अंसारी काफी होशियार एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे। उसके साथ ही मोहम्मद हामिद अंसारी सेवानिवृत्त विदेश सेवा अधिकारी भी काफी समय तक रह चुके थे। वह साल 2007 से लेकर साल 2017 तक राज्यसभा के 12वें अध्यक्ष भी रहे थे और भारत के 12वें उपाध्यक्ष भी रहे चुके थे।
वही साल 1961 में मोहम्मद हामिद अंसारी IFS में शामिल हुए थे। करीब 38 साल लंबे राजनीतिक करियर में मो.अंसारी ने अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, ईरान और सऊदी अरब में भारतीय राजदूत के तौर पर कार्य किया था । इसके अलावा साल 1993 और साल 1995 के बीच उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर भी काम किया था।
मोहम्मद हामिद अंसारी को साल 2000 से 2002 तक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का कुलपति भी नियुक्त किया गया था। साल 2003 से 2005 तक जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में भी मोहम्मद हामिद अंसारी ने एक विजिटिंग प्रोफेसर के तौर पर भी जुड़े रहे थे। मोहम्मद हामिद अंसारी साल 2007 को देश के उपराष्ट्रपति बने और राज्यसभा के पदेन सभापति हुए थे । फिर साल 2012 को एक बार फिर वह उपराष्ट्रपति के तौर पर नियुक्त हुए। बता दें कि राज्यसभा के सभापति के रूप में मो.हामिद अंसारी ने कई बड़े बदलाव किए गए थे।
मोहम्मद हामिद अंसारी की उपलब्धियां और विवाद
भारत सरकार ने साल 1984 में हामिद अंसारी को पद्मश्री से भी सम्मानित किया था। इसके अलावा उन्हें विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा अलग-अलग उपाधियों से सम्मानित किया गया है। वहीं साल 2002 में हुए गुजरात दंगों के पीड़ितों को मुआवजा दिलाने और सदभावना के लिए अंसारी की भूमिका के लिए हमेशा सराहा जाता है। उनके द्वारा लिखी गई किताबें भी मार्केट में मौजूद हैं। हमेशा मुस्कुराते रहने वाले मोहम्मद हामिद अंसारी का विवादों से भी काफी पुराना नाता रहा है ।
हामिद अंसारी से क्या है मुख्तार अंसारी का कनेक्शन?
सुप्रीम कोर्ट में दायर हुए एक हलफनामे में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी ने पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के साथ अपने रिश्ते का खुल कर जिक्र किया था। मुख्तार ने बताया था कि वह अपराधी नहीं है बल्कि एक प्रतिष्ठित परिवार से तालुक रखता है ।उसके दादा स्वतंत्रता सेनानी थे तथा उनके नाना भारतीय सेना में ब्रिगेडियर, जबकि हामिद अंसारी जो है वो मुख्तार अंसारी के रिश्ते में चाचा लगते है ।
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