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अंतिम चरण में चल रहा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड का काम;जल्द ही ट्रैफिक शुरू होने की उम्मीद
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण का कार्य पूरा होने में अभी शेष समय बाकी है। डीएनडी (DND) से जैतपुर के बीच चार जगहों पर मेट्रो लाइन के ऊपर फ्लाईओवर के निर्माण होने में अभी काफी समय बाकी है, जबकि जैतपुर से सोहना तक इसे दिसंबर के लास्ट तक शुरू किए जाने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है ।
इस एक्सप्रेस-वे के शुरू होने से दिल्ली से फरीदाबाद जाने वालों को ट्रैफिक से मुक्ति मिलेगी। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड का निर्माण फरीदाबाद में अंतिम चरण में है। रोड पर जल्द ही ट्रैफिक शुरू होने की उम्मीद है। ऐसे में एनएचएआई यहां पर सभी जरूरी सुविधाएं विकसित करने का काम कर रहा है। रोड पर चलने वाली गाड़ियों की स्पीड को ट्रैक करने के लिए स्पीड ट्रैकर भी लगाए जा रहे हैं। इसके लिए इस एक्सप्रेसवे पर स्क्रीन लगाने की भी सुविधा की जा रही है।
ये है स्पीड लिमिट
आपको बताते चले कि फरीदाबाद के बाईपास रोड को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक रोड के रूप में बदलकर पूर्ण रूप से निर्मित किया जा रहा है। फरीदाबाद की सीमा में रोड का कार्य अंतिम स्टेप में चल रहा है। इस सड़क पर चलने वाली वाहनों के लिए उनकी स्पीड भी निर्धारित की जा चुकी है। एनएचएआई ( NHAI)की ओर से रोड पर स्पीड लिमिट को दर्शाने वाले बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। रोड पर कार आदि के लिए 100 किलोमीटर प्रति घंटा और ट्रक आदि के लिए 80 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड लिमिट निर्धारित की गई है।
लगाए जा रहे स्पीड ट्रैकर
एक्सप्रेसवे पर चलने वालों की स्पीड की मॉनिटरिंग करने के लिए स्पीड ट्रैकर भी लगाए जा रहे हैं। इसके लिए सेक्टर दो के पास तथा सेक्टर-17 के पास मुख्य सड़क पर स्क्रीन भी लगाई जा चुकी है। वहीं, कैमरा भी इंस्टॉल किए जा रहे हैं। एक्सप्रेसवे स्टार्ट होने के पश्चात इन्हें एक्टिव कर दिया जाएगा और इनके नीचे से गुजरने वाले गाड़ियों की स्पीड स्क्रीन पर दिखाई देगी। एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट निर्धारित की जा चुकी है।
उसे नियमित रूप से मॉनिटर किया जाए, इसकी भी व्यवस्था की जा रही है। दिल्ली से मुंबई तक सड़क और रेलमार्ग से करीब 12 घंटे में ट्रैवल पूरा करने की ख्वाहिश पूरी होने में ज्यादा टाइम नहीं बचा है। आठ लेन दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे और दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग को सेमी हाई स्पीड में बदलने का कार्य तेजी से चल रहा है।
एक्सप्रेस-वे का काम दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है, लेकिन दो सुरंगों का कार्य अक्टूबर 2025 तक पूरा होगा। लगभग 1386 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे के 53 में से 26 पैकेज का कार्य पूरा होने साथ ही कुल 82 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। लगभग 1136 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे तैयार हो गया है। एक्सप्रेस-वे पर यात्रा समय में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। इस पर 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से वाहन चल सकेंगे। दिल्ली से जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह की डिस्टेंस 180 किमी कम हो जाएगी।