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Ram Nath Kovind birthday special : भारत के 14वें राष्ट्रपति थे राम नाथ कोविंद, एक वकील के रूप में करी थी अपने करियर की शुरुआत
भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को साल 2017 में भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में चुना गया था। क्या आप जानते हैं कि वह पेशे से एक वकील और सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने से पहले बिहार राज्य के राज्यपाल रह चुके हैं।
इसके साथ ही रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश राज्य से चुने जाने वाले दूसरे राष्ट्रपति हैं। इस वर्ष 1 अक्टूबर, 2024 को रामनाथ कोविंद की 80वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।
शुरूआती जीवन
भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर साल 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के छोटे से गाँव परौख में हुआ था। कोविंद के पिता का नाम ‘मैकूलाल’ था, इनके पिता गाँव मे ही एक परचून की दुकान चलाते थे ।और माता का नाम ‘कलावती’ था जो एक गृहिणी थीं। वह पांच भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटे थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सीमित संसाधनों के साथ कानुपर में ही पूरी की थी। इसके बाद उन्होंने ‘कानपुर विश्वविद्यालय’ से बी.कॉम में अपनी ग्रेजुएशन की और फिर एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। 30 मई 1974 को रामनाथ कोविंद का विवाह ‘सविता कोविंद’ से हुआ। उनके एक पुत्र ‘प्रशांत’ और एक पुत्री ‘स्वाति’ है।
एक अधिवक्ता के रूप में रामनाथ कोविंद का कैसा रहा था करियर
रामनाथ कोविंद ने साल 1971 में दिल्ली बार कॉउंसिल में एक वकील के रूप में अपने करियर की शुरुआत करी हुई थी। कोविंद ने साल 1977 से लेकर साल 1979 दिल्ली उच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के वकील के रूप में कार्य भी किया हुआ था । इसी बीच उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री ‘मोरारजी देसाई’ के निजी सहायक के रूप में कार्य किया। इसके बाद वह साल 1978 में सर्वोच्च न्यायालय में ‘एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड’ बन गए। फिर उन्होंने साल 1980 से 1993 तक भारत के सर्वोच्च न्यायालय में केंद्र सरकार के लिए स्थायी वकील के रूप में कार्य किया हुआ था ।
रामनाथ कोविंद का राजनितिक सफर
साल 1991 रामनाथ कोविंद को भारतीय जनता पार्टी’ (बीजेपी) शामिल कर लिया गया था । इसके बाद कोविंद ने साल 1998 से लेकर साल 2002 के बीच मे ‘भाजपा राष्ट्रीय अनुसूचित जाति मोर्चा’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया हुआ था । फिर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के ‘राष्ट्रीय प्रवक्ता’ के रूप में भी कार्य किया। इसके बाद रामनाथ कोविंद ने साल 2007 में भोगनीपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा लेकिन वह हार गए थे ।
अपने पूरे राजनीतिक कार्यकाल के दौरान रामनाथ कोविंद ने पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, होम अफ़ेयर, सामाजिक न्याय, क़ानून न्याय व्यवस्था की संसदीय समिति में कार्य किया। इसके अलावा वह राज्यसभा हाउस कमेटी के भी चेयरमैन रह चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने साल 2002 में ‘संयुक्त राष्ट्र महासभा’ (United Nations- UN) में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था।
बिहार के राज्यपाल
कोविंद को 8 अगस्त साल 2015 को बिहार का राज्यपाल नियुक्त कर दिया गया था । बिहार के राज्यपाल के रूप में कार्य करते हुए कोविंद ने राज्य विश्वविद्यालयों के कामकाज में कई सुधार और आधुनिक तकनीक पेश की और कुलपतियों की नियुक्ति में पारदर्शिता लाई। इसके साथ ही उन्होंने अयोग्य शिक्षकों की पदोन्नति और धन के कुप्रबंधन और विश्वविद्यालयों में अयोग्य उम्मीदवारों की नियुक्ति में अनियमितताओं की जांच के लिए भी एक ‘न्यायिक आयोग’ का गठन कर दिया था।
भारत के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
रामनाथ कोविंद को भाजपा सरकार ने भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में नामांकित कर दिया था । इसके बाद कोविंद ने 20 जुलाई साल 2017 को राष्ट्रपति चुनाव जीत कर 65.5% वोट भी प्राप्त कर लिए थे । बता दें कि इस चुनाव में रामनाथ कोविंद ने लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीना कुमार को भारी मतों से हराया था। इसके बाद उन्होंने 25 जुलाई 2017 को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। उन्हें उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ‘जगदीश सिंह खेहर’ ने भारत के राष्ट्रपति पद की शपथ दिलायी थीं।