Sunday, November 24, 2024

Sanjay dutt birthday special : जेल की सजा काटने के बाद भी नही खत्म हुआ था संजय का स्टारडम, कई अवॉर्ड्स कर चुके है अपने नाम

DIGITAL NEWS GURU ENTERTAINMENT DESK:

Sanjay datt birthday special : जेल की सजा काटने के बाद भी नही खत्म हुआ था संजय का स्टारडम, कई अवॉर्ड्स कर चुके है अपने नाम

संजय बलराज दत्त का जन्म 29 जुलाई साल 1959 को मुंबई मे हुआ था।वे एक भारतीय फिल्म निर्माता और अभिनेता हैं। हालाँकि दत्त ने मनोरंजन से लेकर रोमांस तक विभिन्न विधाओं में मुख्य अभिनेता के रूप में बहुत बड़ा प्रभाव डाला, लेकिन उन्हें पुलिस अधिकारियों और गैंगस्टर की भूमिकाओं से बहुत प्रसिद्धि मिली।

संजय दत्त के पिता प्रसिद्ध अभिनेता सुनील दत्त थे और संजय दत्त की माता नरगिस दत्त थी । जो की खुद एक काफी प्रसिद्ध अभिनेत्री रह चुकी थी । संजय दत्त की दो बहनें हैं जिनका नाम नम्रता और प्रिया दत्त है।

संजय दत्त ने करी है 3 शादी

संजय ने पहली शादी साल 1987 में ऋचा शर्मा से की थी, लेकिन साल 1996 में ब्रेन ट्यूमर से उनकी मृत्यु हो गई।इन दोनो को एक बच्चा हुआ, जिसका नाम त्रिशाला था। उसके बाद संजय ने साल 1998 में, उन्होंने मॉडल रिया पिल्लई से दूसरी शादी की लेकिन किसी कारणवश  ये शादी भी नही चली थी । इसके बाद 7 फरवरी साल 2008 को, मान्यता दत्त ने संजय दत्त से शादी की। 21 अक्टूबर  साल 2010 को, मान्यता दत्त के जुड़वाँ बच्चे इकरा दत्त और शाहरान दत्त पैदा हुए।

संजय दत्त का करियर

  • संजय दत्त ने 1981 में हिट रॉकी फिल्म से हिंदी फिल्म जगत में कदम रखा। दत्त की पहली बड़ी आलोचनात्मक सफलता 1986 की सुपरहिट फिल्म नाम थी, जो उनके करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई।
  • 1990 के दशक में, उन्होंने आतिश: फील द फायर और साजन जैसी कई हिट फ़िल्में बनाईं। 2003 में उन्होंने मुन्ना भाई एमबीबीएस में काम किया, जो राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फ़िल्म थी, जिसके लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले। इस फ़िल्म का सीक्वल लगे रहो मुन्ना भाई उनके करियर की सबसे बड़ी हिट फ़िल्मों में से एक थी।
  • 2012 में रिलीज़ हुई अग्निपथ में उन्होंने एक मनोरोगी खलनायक कांचा का किरदार निभाया, जिसे दर्शकों और समीक्षकों ने खूब सराहा। 2014 में उन्होंने लोकप्रिय पीके फिल्म में भी भूमिका निभाई।

उन्हें भूमि, साहेब बीवी और गैंगस्टर 3 और कलंक जैसी कई फिल्मों में देखा गया है। उनकी आने वाली फिल्में शमशेरा, सड़क 2 और केजीएफ पार्ट 2 हैं।

वह अपने करियर के दौरान कई विज्ञापनों में भी नज़र आ चुके हैं। उन्होंने बिग बॉस के 5वें सीज़न की मेज़बानी भी की है।

  • 2012 में उन्होंने और राज कुंद्रा ने भारत की पहली MMA लीग शुरू की, जिसका नाम बदलकर सुपर फाइट लीग कर दिया गया। उन्होंने कई संगठनों के साथ साझेदारी भी की।

जेल में काटी सजा फिर भी बने सुपरस्टार

संजय दत्त की लाइफ में एक वक्त ऐसा भी आया था, जब उन्हें जेल जाना पड़ा था। संजय दत्त को अबू सलेम और रियाज़ सिद्दीक़ी से अवैध बंदूकों की डिलीवरी लेने, रखने और उन्हें नष्ट करने के लिए दोषी पाया गया था। इस मामले में संजय दत्त 15 महीने तक जेल में रहे थे। इसके करीब 12 साल बाद साल 2007 में इस मामले की सुनवाई खत्म हुई। जिसमें संजय दत्त टाडा के आरोपों से बरी हुए लेकिन उन्हें आर्म्स एक्ट के तहत 6 साल की सजा सुनाई गई। संजय दत्त बेशक जेल की सजा काट चुके हैं, लेकिन उनका स्टारडम खत्म नहीं हुआ है।

संजय दत्त की प्रसिद्ध फिल्में

-विधाता (1982)
-नाम (1986)
-रॉकी(1991)
-सड़क(1991)
-खलनायक (1993)
-वास्तव (1999)
-मिशन कश्मीर (2000)
-कांटे (2002)
-मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस (2003)
-मुसाफिर (2004)
-जिंदा (2005)
-लगे रहो मुन्नाभाई (2006)
-एकलव्य: द रॉयल गार्ड (2007)
-नेहले पे देहला (2007)

जैसी बहुत सी फिल्में बहुत प्रसिद्ध रहीं।

अभिनेता संजय दत्त के अवॉर्ड्स

  • संजय दत्त को साल 2000 मे फिल्मफेयर पुरस्कार फ़िल्म वास्तव के लिए मिला हुआ था ।
  • संजय दत्त को स्टार स्क्रीन अवॉर्ड्स मे मिशन कश्मीर के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता साल 2001 मे मिला हुआ था।
  • मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस साल 2004 के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिल चुका है ।
  • संजय दत्त को सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन पुरस्कार मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस साल 2004 के लिए मिल चुका है ।
  • संजय दत्त को फिल्मलगे रहो मुन्ना भाई साल 2006 के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए “ग्लोबल इंडियन फिल्म पुरस्कार” इसके साथ ही “क्रिटिक्स चॉइस पुरस्कार” मिल चुका है। ज़ी सिने पुरस्कार – लगे रहो मुन्नाभाई साल 2007 मे संजय दत्त को मिल चुका है ।

यह भी पढे: JRD Tata Birth Anniversary: JRD टाटा थे एक लाइसेंसधारी पायलट अपने प्रयासों से टाटा ग्रुप को दी नई उन्होंने नई ऊंचाइयां!

आपका वोट

Sorry, there are no polls available at the moment.
Advertisements
Latest news
- Advertisement -

You cannot copy content of this page