Saturday, September 21, 2024

Pran birthday special:विलेन बनने के लिए हीरो से भी ज्यादा पैसे चार्ज करते थे प्राण, आईए जानते है इनके बारे मे कुछ दिलचस्प बातें

DIGITAL NEWS GURU ENTERTAINMENT DESK :-

अभिनेता प्राण  जन्मदिन विशेष (Actor Pran birthday special):

गंभीर आवाज में ‘बरखुरदार’ कहने का वो खास अंदाज भला कौन नहीं जानता है.वो कोई और नही बल्कि अभिनेता प्राण (Pran) हैं, जो अपने बेमिसाल अभिनय से हर किरदार में ही प्राण डाल देते थे.

प्राण (Pran) का पूरा नाम प्राण कृष्ण सिकंद था.उन्होंने अपने अभिनय के व्यवसाय की शुरुआत साल 1940 से की थी। उन्होंने अपनी पहचान एक हीरो के रूप में नहीं बल्कि एक विलन के रूप में बनाई हैं। प्राण को उनके नकारात्मक किरदारों को दर्शाने की वजह से कई ज़्यादा मात्रा में लोकप्रियता मिलती रही थी।

प्राण (Pran)ने अपने अभिनय की वजह से तो कई सारे अवार्ड्स को अपने नाम किया ही था, लेकिन उन्हें हिंदी सिनेमा में दिए गए योगदान की वजह से भी कई सारे सम्मानों से सम्मानित किया गया था। प्राण हिंदी सिनेमा में कई सालो तक राज करते हुए दिखे थे।

 

प्राण (Pran) का प्रारंभिक जीवन:

प्राण कृष्ण सिकंद का जन्म 12 फरवरी 1920 को दिल्ली, ब्रिटिश भारत में हुआ था। उन्हें ज़्यादातर लोग मात्र ‘प्राण’ नाम से जानते हैं। प्राण ने एक पंजाबी परिवार में जन्म लिया था। उनके पिता का नाम ‘केवल कृष्ण सिकंद’ था जो पेशे से एक सिविल इंजीनियर थे। उनकी माँ का नाम ‘रामेश्वरी’ था। प्राण के कुल 6 भाई और बहन थे जिनमे से चार भाई थे और तीन बहने थीं।

प्राण (Pran) को पढाई करना काफी पसंद था, उनका सबसे पसंदीदा विषय भी गणित ही था। प्राण के पिता का अक्सर तबादला कई शहरों मे होता रहता था, जिसकी वजह से प्राण ने देहरादून, कपूरथला, मेरठ और उन्नाओ के स्कूलो में अपनी पढाई पूरी कि थी।

आखिर कर प्राण (Pran) ने ‘हामिद स्कूल’, रामपुर से अपनी पढाई पूरी की थी। इसके बाद प्राण ने ‘ए. दास और को.’, दिल्ली में फोटोग्राफर बनने के लिए दाखिला लिया था। इस दौरान प्राण ने शिमला ने सीता के किरदार का अभिनय भी किया था।

लेखक सद्दत हुसैन मंटो की मदद से मिली थी पहली फिल्म:

लेखक सद्दत हुसैन मंटो की मदद से प्राण को साल 1948 में बॉम्बे टॉकीज़ की फिल्म ज़िद्दी मिली। जिसके बाद उन्हें फिल्मों में नेगेटिव रोल मिलने लगे और ये राज कपूर, देव आनंद और दिलीप कुमार जैसे हीरो के साथ फिल्मों में नज़र आने लगे। उस समय हीरो तो कई हुए लेकिन खलनायक सिर्फ एक ही रहा प्राण (Pran)।

1956 में आई फिल्म हलाकू में उनके द्वारा निभाया गया हलाकू डाकू का किरदार बहुत सफल रहा और इतना ही सफल उनके द्वारा राम तेरी गंगा मैली में निभाया गया राका डाकू का किरदार रहा। उनकी कुछ प्रमुख फिल्में हैं पत्थर के सनम, तुम सा नहीं देखा, बड़ी बहन, मुनीम जी, गंवार, गोपी, हमजोली, दस नंबरी, अमर अकबर एंथनी, दोस्ताना, कर्ज, अंधा क़ानून, पाप की दुनिया, मृत्युदाता आदि।

 

हीरो से ज्यादा मेहनताना विलेन को:

प्राण (Pran) को साल 1948 में बॉम्बे टॉकीज की एक फिल्म में काम मिला था. लेकिन प्रोडक्शन मैनेजर के पास जाने के लिए प्राण (Pran) ने तड़के लोकल ट्रेन पकड़ी, ताकि बिना टिकट ही यात्रा की जा सके. और उनको जिद्दी फिल्म में काम मिला और पांच सौ रुपये मेहनताना भी तय हुआ था.सौ रुपये एडवांस लेकर प्राण ने फिर से अपनी यात्रा शुरू कर दी थी. जिद्दी फिल्म के हीरो देवानंद साहब थे और हिरोइन के रूप मे कामिनी कौशल को लिया गया था.

दूसरी फिल्म अपराधी में प्राण (Pran) को मामा साहेब ने कास्ट कर लिया था. इस फिल्म के लिए प्राण को पांच सौ रुपये मे पुरे महीने काम करने का ऑफर दिया गया. था.लेकिन प्राण ने मना कर दिया. बात छह सौ रुपये पर बनी. हालांकि इस फिल्म के हीरो राम सिंह को पांच सौ रुपये ही मिल रहे थे.

निर्माता मामा साहेब ने मना किया था कि ये बात राम सिंह को न पता चले. फिल्म की समीक्षा में फिल्म के कई पक्षों की आलोचना करते हुए उस दौर की एक बड़ी पत्रिका ने प्राण के काम की खुल कर प्रशंसा की. जिद्दी के बाद तुरंत बाद ही प्राण को फिल्म अपराधी, पुतली और गृहस्थी में काम मिल गया था. सारी फिल्में हिट हुईं. प्राण के काम की खूब तारीफ होती थी ,डॉन’ फिल्म के लिए जहां अमिताभ बच्चन को 2.5 लाख रुपये फीस मिली थी वहीं प्राण को 5 लाख रुपये फीस के तौर  पर दिए गए थे.

 

असल जीवन में बहुत ही दयालु थे प्राण (Pran):

पर्दे पर नकारात्मक किरदार निभाने वाले प्राण असल जीवन में बहुत ही दयालु थे। वे कई समाजसेवी संस्थाओं से जुड़े हुए थे और संकट की स्थिति में लोगों की मदद भी करते नज़र आते थे। प्राण साहब को खेलों से बहुत लगाव था। पचास के दशक में उन्होंने अपनी फुटबॉल टीम डायनामोस फुटबॉल क्लब में पैसा लगा रखा था। और कई बार वे वहां मैचों का लुत्फ़ उठाते भी देखे जाते थे। उनकी जीवनी प्राण एंड प्राण के नाम से लिखी गई है।

हर मूवी में प्राण (Pran) का होता था अलग-अलग लुक:

अपने फिल्मी करियर के दौरान प्राण ने 400 से भी अधिक फिल्मों में काम किया था। आपको यह जानकर ताज्जुब हो सकता है कि प्राण ने जितनी भी फिल्में कीं, उन सभी में प्राण का लुक अलग-अलग देखने को मिला, जहां उन्होंने हमेशा ही अपने लुक के साथ एक्सपेरिमेंट किया और किसी भी फिल्म में उनका लुक रिपीट नहीं हुआ था। इस तरह से ऐसा करने वाले वे बॉलीवुड के एकमात्र अभिनेता भी बन गए थे।

प्राण (Pran) की पर्सनल लाइफ:

प्राण की पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने 18 अप्रैल 1945 को शुक्ला सिकंद से शादी की थी। उनके तीन बच्चे हैं। अरविंद और सुनील और एक बेटी पिंकी। 1998 में प्राण में दिल का दौरा पड़ा था। साल 2013 में 93 साल की उम्र में प्राण ने अंतिम सांस ली थी। प्राण जब तक जिए दूसरों की मदद को हमेशा आगे रहे। अमिताभ बच्चन के अलावा प्राण ने एक बार राज कपूर की भी मदद की थी।

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