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Kumar Vishwas birthday special : महज 19 वर्ष की आयु मे कुमार विश्वास ने सन 1987 को पटना मे पढ़ी थी अपनी पहली कविता , आज है भारत के सबसे महंगे कवियों मे से एक !
कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) भारतीय कविता जगत के एक प्रमुख नाम हैं। उनकी कविता में गहराई, देशभक्ति और प्रेम की भावनाएं हमेशा सशक्त रूप में व्यक्त होती हैं। उनका जन्म 10 फरवरी 1970 को पिलखुआ, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
आज, कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) केवल एक कवि ही नहीं, बल्कि एक प्रभावशाली राजनेता और समाजसेवी के रूप में भी जाने जाते हैं। उनका जीवन एक प्रेरणा है, जो साहित्य और राजनीति के बीच की सीमाओं को पार करता है।
कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) का काव्य की दुनिया में कदम :
कुमार विश्वास (Kumar Vishwas) ने अपने करियर की शुरुआत कवि सम्मेलन से की थी। उनकी कविताओं में युवा वर्ग को आकर्षित करने की विशेष क्षमता थी। उनकी कविताएं आम जीवन की सच्चाईयों को बयां करती थीं, और उन्होंने हमेशा अपनी कविता के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव की कोशिश की। उनके लोकप्रिय कविता संग्रहों में “कोई दीवाना कहता है” और “हिंदी की कवि परंपरा” जैसी किताबें शामिल हैं, जो पाठकों के बीच काफी सराही गईं।
कुमार विश्वास की कविता में सबसे खास बात यह है कि उन्होंने हमेशा अपने शब्दों में आम जनता की आवाज को जगह दी। उनके कवि सम्मेलन और मंच पर उनकी उपस्थिति से वह हर बार नया संदेश देते रहे हैं, जो भारतीय संस्कृति, प्रेम, एकता, और समाजिक मुद्दों से संबंधित होता है।
उनका जन्म 10 फरवरी 1970 को उत्तर प्रदेश के पिलखुवा में हुआ था। उन्होंने लाला गंगा सहायता स्कूल से अपनी नामांकन शिक्षा प्राप्त की। उनके पिता चंद्र पाल शर्मा और उनकी मां रमा शर्मा थीं। उनके पिता पिलखुवा के आरएसएस डिग्री कॉलेज में लेक्चरर थे और उनकी माँ एक गृहिणी थीं।
उनके चार भाई और एक बहन हैं। वे सबसे छोटी हैं। उन्होंने राजपूताना रेजिमेंट इंटर कॉलेज से पढ़ाई की और बाद में मोतीलाल नेहरू क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया। उन्होंने इंजीनियरिंग छोड़ दी क्योंकि उन्हें इसमें शामिल नहीं किया गया था और फिर हिंदी साहित्य को चुना गया, जिसमें उन्होंने किताब की डिग्री प्राप्त की।
ऐसा कहा जाता है कि जब वे मान्यता प्राप्त कर रहे थे, तब उन्होंने जाति से अलग पहचान कायम रखने के लिए अपना नाम कुमार विश्वास शर्मा से अपना विश्वास कुमार विश्वास रख लिया था। वे 1994 में राजस्थान के स्मारकबंगा में स्थित इंद्रा गांधी पीजी कॉलेज में लेक्चरर बने और लाला लाजपत राय कॉलेज में हिंदी साहित्य की शिक्षा भी दी।
वे 2012 में कार्यकर्ता कार्यकर्ता के रूप में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। उनकी शादी सालगिरह शर्मा और उनके दो बच्चों के साथ हुई है।
कुमार विश्वास टेलीविजन व्यक्तित्व
- इन्हें आजतक चैनल के कॉमेडी प्रोग्राम केवी कॉन्फ्रेंस के लिए भी जाना जाता है। इस कार्यक्रम का प्रीमियर 29 सितंबर 2018 को हुआ था।
- उन्हें हिंदी, संस्कृत और अरबी की व्यापक समझ है और वे सामाजिक समारोहों में उपस्थित होने के लिए जाते हैं।
- उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन, दुबई, ओमान, सिंगापुर और जापान जैसे देशों में कविता पाठ और समारोहों में भी भाग लिया।
- वह इंडियन आइडल टेलीविजन शो में गेस्ट जज भी थे और ज़ी टीवी केसीबी हंट शो सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स में भी गेस्ट थे।
- कुमार विश्वास ने 2018 की हिंदी फिल्म परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण और वीर भगत सिंह के लिए भी गाना लिखा।
- 1 जुलाई साल 2017 को कुमार विश्वास और राहत भरी दोस्ती और शबीनाजी के साथ द कपिल शर्मा शो के एपिसोड में गेस्ट के रूप में नजर आए थे।
- 21 सितंबर साल 2019 को कुमार विश्वास और एक्टर मनोज बाजपेयी और पंकज के साथ द कपिल शर्मा शो के एपिसोड में गेस्ट के रूप में नजर आए थे।
- उन्होंने एक संगीतमय काव्य श्रृंखला भी प्रस्तुत की, जिसमें उन्होंने पृष्ठभूमि संगीत के साथ-साथ प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्मारकों का पाठ भी शामिल किया।
कुमार विश्वास का विरोधी आंदोलन और राजनीति :
वर्ष 2005 से वे अरविंद केजरीवाल को जानते हैं। वे अन्ना हज़ारे के नेतृत्व में इंडिया अगेनस्ट करप्शन आंदोलन में शामिल हुए। 2012 में भारतीय राजनीतिक संगठन आम आदमी पार्टी (आप) के स्वयंसेवक बने। वे संगठन की राष्ट्रीय कार्यकारी समिति के सदस्य भी थे।
वे वर्ष 2014 के असमचुनाव चुनाव में आप के उम्मीदवार के रूप में लड़े थे, लेकिन वे नेता राहुल गांधी हार गये और उन्हें मात्र 25000 वोट मिले। वे सोशल मीडिया पर अपने विचारोत्तेजक “ट्विट्स” के लिए भी मशहूर हैं।
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