DIGITAL NEWS GURU ENTERTAINMENT DESK:
Horror TV Show: ऐसे हॉरर टीवी शो को अकेले नहीं देख पाएंगे लोग, आज भी कांप जाती है रूह
जहां डर का एहसास होता है वहां से डरावनी बातें सुनने को मिलती हैं। बचपन के दिनों में कई ऐसे टीवी शो देखते होंगे जो खतरनाक फिल्मों के मंज़र पेश करते थे, इन डरावने टीवी सीरियल को देखने के शौकीन साथ जाते थे। ऐसे में हम आपको बताएंगे उस समुद्री तट के कुछ क्लासिक हॉरर टीवी शो के बारे में जिसे आप आज भी अकेले नहीं देख सकते।
शनिवार को रात साढ़े नौ बजे ही दूरदर्शन चैनल पर दर्शन का कार्यक्रम शुरू हो गया। काली अंधेरी रात, सुसान जंगल और डरावने कैन्सस म्यूजिक के साथ शुरू होने वाले इस शो के प्रमोशन में दर्शकों से ही लोग जुड़ते थे और एक दोस्त को तो ऐसा लग रहा था कि मानो सब कुछ याद आ रहा है।
जहां एक तरफ डीडी नेशनल पर रामायण और महाभारत जैसे धार्मिक शो को लोग पसंद कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ इस तरह के हॉरर शो में फैंस की नींद की विचारधारा का समर्थन उठाया गया था। जिसका नाम था आप भूतों का खजाना, इस टीवी सीरियल में रियल डर क्या होता है, उसकी आजादी-जागती मिसाइल की नकल कर दी गई थी। लेकिन सिर्फ आप चैट शो ही नहीं बल्कि पहले और बाद में टीवी पर कई ऐसे हॉरर शो आए थे, जो कहते-कहते ही करते हैं, आपके जहां बचपन में रूह कंपाने वाली यादें ताजा होने की दोस्ती।
जी टीवी का पहला हॉरर शो द जी हॉरर शो (द जी हॉरर शो-1993)
मनोरंजन की दुनिया में हॉरर शो की विविधता आपके लिए काफी खास रही है। 90 के दशक में लोगों में डर फेल का काम जी टीवी के मशहूर हॉरर शो द जी हॉरर शो ने किया था। सबसे ज्यादा डरावनी भूतों की कहानी वाले इश टीवी धारावाहिक के दर्शकों की तरफ से जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला था। इस शो में कई सीन आए थे, जिनमें से कोई भी अकेला नहीं दिख पाया था।
आहट (आहट-1995)
जी हॉरर की तरह एंथोलॉजी सीरीज के मामले में आहट का नाम भी लिस्ट में टॉप पर रहता है। इसका नाम लेते ही डर के पुराने मंजर की तस्वीर जिंदा हो जाती है। हर शनिवार सोनी टीवी पर रात 11 बजे आने वाले इस शो का ऐड साल 1995 में आया था और पहले सीज़न में 287 एपिसोड के साथ इसने सफलता का स्वाद चखा। इसके अलावा कुल 6 सीजन में आहट ने घर बैठे दर्शकों को देखने का पूरा काम किया। इस शो की राॅडी ट्यून्स आज भी वैल्युएटर डर का सांता बनी है।
आपकी खरीदारी (आपकी बिक्री-2001)
दूरदर्शन पर हर ब्रॉडकास्टिंग होने वाला हॉरर शो में आप अपनी किस्मत बर्बाद कर रहे हैं। 2001 में बी आर चोपड़ा के निर्देशन की शुरुआत हुई और लंबे अर्से की ये रिलीज हुई। इस शो में कई ऐसी भूतिया कहानियों के एपिसोड थे, जिनमें ज़िक्र भर से डर पैदा हुआ था
श्श्शश…कोई है (श्श्शश…कोई है-2001)
भूत, प्रेत और सुपरनैचुरल पिक्चर्स को स्टार रिव्यू पर टेलीकास्ट होने वाले हॉरर शो शशश… में से किसी को भी चित्रित नहीं किया गया है। एंथोलॉजी आश्रम के आधार पर करीब 9 साल तक इस हॉरर शो के लोगों को कैथोलिक आश्रम में रखा गया। इस शो के एपिसोड में कई-कई कहानियां ऐसी भी थीं, जिनमें देख रंगते हुए हो गए थे।
फ़ियर फ़ाइलें (फ़ियर फ़ाइलें-2012)
समय बेशक बदल गया है लेकिन छोटे सिनेमाघर पर डर का कारवां रिलीज हो रही है। साल 2012 में जी टीवी पर फेयर्स नाम का एक हॉरर शो शुरू हुआ था। रात साढ़े नौ बजे से लेकर रात 10:30 बजे तक प्रसारित होने वाले इस शो में भूत-प्रेत और चमत्कारों की डरावनी कहानियाँ दर्शकों के सामने आती हैं।