संदेशखाली का मुख्य आरोपी शाहजहां शेख गिरफ्तार : टीएमसी ने किया निलंबित
Digital News Guru West Bengal Desl: पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं का यौन उत्पीड़न और जमीन हड़पने के आरोपी तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख को 55 दिनों की फरारी के बाद गुरुवार सुबह गिरफ्तार कर लिया गया है | 5 जनवरी को शाहजहां और उसके गुर्गों ने कथित तौर पर प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों पर हमला कर दिया था |
राशन घोटाला और संदेशखाली मामले का आरोपी टीएमसी नेता शाहजहां शेख कई दिनों तक गायब रहने के बाद आखिरकार बंगाल पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। शाहजहां 55 दिनों से फरार चल रहा था और उसपर संदेशखाली में महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने तक के आरोप लगे हैं।टीएमसी नेता Shahjahan Sheikh पर जमीन गबन तक के आरोप लगे हैं। शाहजहां बांग्लादेश से संदेशखाली आया था और यहां आकर मजदूरी करने लगा था। देखते ही देखते उसने अपार संपत्ति जुटा ली और Sandeshkhali में खौफ का दूसरा नाम बन गया।
कौन है यह शाहजहां शेख
शाहजहां शेख की उम्र अभी करीब 42 साल होगी | शेख शाहजहां अपने इलाके में ‘रॉबिनहुड’की इमेज रखता है | उसकी दबंगई का आलम ऐसा है कि स्थानीय लोग उसे शाहजहां ‘भाई’ अथवा संदेशखाली का भाई के नाम से बुलाते हैं | शाहजहां शेख टीएमसी का नेता है और मौजूदा वक्त में जिला परिषद सदस्य है | उसके रुतबे का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संदेशखाली में उसके नाम से बाजार और खेल के मैदान भी हैं |
शाहजहां शेख पहले एक छोटा मछुआरा था, मगर आज वह संदेशखाली का बेताज बादशाह बन चुका है | Shandeshkhali में मछली पालन और ईंट भट्टों में एक वर्कर के रूप में शुरुआत करने वाले शाहजहां शेख चार भाई-बहनों में सबसे बड़े हैं |मत्स्य पालन और ईंट भट्टों के कारोबार के बढ़ने के साथ वह 2004 यूनियन नेता बन गये और राजनीतिक जान पहचान बढ़ने के साथ ताकत भी बढ़ गई | शाहजहां मौजूदा समय में संदेशखली से जिला परिषद सदस्य भी हैं |
शाहजहां शेख पर क्या आरोप
महिलाओं के प्रदर्शन को दो सप्ताह से अधिक का वक्त हो गया है, मगर अब तक शाहजहां शेख की कोई जानकारी नहीं है | दरअसल, शाहजहां शेख संदेशखाली के भाई के रूप में भी मशहूर है | ईडी उसके खिलाफ चार समन जारी कर चुकी है, मगर वह अब भी पुलिस और एजेंसी की गिरफ्त से काफी दूर है | शाहजहां शेख और उसके समर्थकों पर आरोप है कि महिलाओं की सुंदरता को देखकर उनका उत्पीड़न करता था | उसने अपने गुर्गों के दम पर अपना साम्राज्य कायम कर रखा था |
पहली बार कब नाम आया सामने?
शाहजहां का नाम पहली बार तब मीडिया के सामने आया, जब बंगाल के राशन घोटाले के सिलसिले में ईडी ने उसके घर पर रेड डाली | इस दौरान भीड़ ने ईडी अधिकारियों पर हमला कर दिया | इस हमले में 3 अधिकारी जख्मी हुए और शाहजहां फरार हो गया | बंगाल पुलिस महिलाओं के साथ उत्पीड़न और जमीन कब्जा करने के आरोप में शिबू हाजरा और उत्तम सरदार समेत 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है | और अब आखिर में शाहजहां शेख को भी गिरफ्तार कर लिया है।
आखिर कैसे पकड़ा गया रॉबिन हुड शाह जहां शेख
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि शेख का पता उसके मोबाइल फोन की ‘‘लोकेशन’’ से चला। उन्होंने कहा, ‘‘शेख समय-समय पर अपना स्थान बदल रहा था। उसके मोबाइल फोन के टावर की ‘लोकेशन’ से उसका पता लगाया गया।’’ इस मामले में पुलिस ने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोलकाता से लगभग 65 किलोमीटर दूर बशीरहाट अदालत में भारी पुलिस बल तैनाती किया गया है। हालात को नियंत्रित करने के लिए संदेशखालि के कुछ हिस्सों में अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है।
असल में मुख्य न्यायाधीश टी.एस. शिवगणनम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने बुधवार को कहा था कि यह देखते हुए कि शेख काफी समय से फरार है ऐसे में पश्चिम बंगाल पुलिस के अलावा सीबीआई और ईडी भी गिरफ्तार कर सकती है’’। हाईकोर्ट ने सोमवार को राज्य पुलिस को उसे गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था।
CID करेगी जांच
मामले में पुलिस के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि फिलहाल शाहजहां शेख को कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा दिया है। ताजा जानकारी के अनुसार, सीआईडी मामले की जांच करेगी।
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