Saturday, September 21, 2024

Valentine day special: आज हम आप को बतायेंगे कुछ ऐसे राजनेताओं की प्रेम कहानी जो किसी फिल्म की कहानी से कम नही है

DIGITAL NEWS GURU POLITICAL  DESK :- 

वैलेंटाइन डे विशेष  (Valentine day special):

फरवरी का महीना हर कपल्स के लिए बेहद ही खास होता है. वैलेंटाइन डे (Valentine day) वाले इस महीने में लोग प्यार के रंग में पूरी तरह से रंगे होते हैं. आज हम आपको वैलेंटाइन डे (Valentine day) पर कुछ ऐसे राजनेताओ कि प्रेम कहानी के बारे मे बतायेंगे जी किसी भी फिल्म कि कहानी से कम नही होगी

भारतीय राजनेताओं की पर्सनल लाइफ प्रोफेशनल से बिल्कुल अलग होती है। क्योंकि कब किस का बतंगड़ बन जाए पता नहीं… इसलिए वह अपनी पर्सनल लाइफ की जानकारी प्राइवेट रखते हैं। कहते हैं कि जब भी कोई बात छुपाई जाती है तो उसके बारे में जानने की ललक अधिक बढ़ जाती है। यही वजह है कि हमारे राजनेताओं की प्रेम कहानी के बारे में ज्यादा लोगों को नहीं पता और वह इसे जानना चाहते हैं। वैलेंटाइन डे (Valentine day) के इस मौके पर हम आपको कुछ भारतीय राजनेताओं की प्रेम कहानी के बारे में बात रहे हैं, जो हमेशा लाइम लाइट में रही

1. राजीव गाँधी और सोनिया गाँधी:

सोनिया गाँधी और राजीव गांधी की पहली मुलाकात साल 1965 में हुई थी, सोनिया कैंब्रिज के एक रेस्टोरेंट में काम करती थीं। एक दिन राजीव अपने दोस्तों के साथ उसी रेस्टोरेंट आए हुए थे। मस्ती का दौर चल रहा था। तभी अचानक सोनिया की नजरें उनसे चार हो गईं और दोनों के दिल धड़क उठे थे।पहली मुलाकात प्यार में तब्दील हो गई। इसके बाद आए दिन दोनों मिलने लगे थे। मुलाकात के तीन साल बाद साल 1968 में राजीव ने सोनिया से लव मैरिज कर ली और वो परिवार का हिस्सा बन गईं।

2.शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर:

56 साल के शशि थरूर और 50 साल कि सुनंदा पुष्कर पहली बार साल 2008 में दिल्ली में इंपीरियल में अवार्ड के समारोह में ये दोनों मिले थे थे। सुनंदा एक संस्था से जुड़ी हुई थी और थरूर उसके संरक्षक थे। ऐसा नहीं कि पहली नजर में ही दोनों में प्यार हो गया। पहले दोनों दोस्त बने।

उनकी दूसरी मुलाकात दुबई में हुई थी यहां से दोनों के बीच करीबी बढ़नी शुरू हो गई। थरूर ने सबसे पहले सुनंदा को अपने सरकारी बंगले में प्रपोज किया था। इसके बाद ऑफिशियल प्रपोजल 2010 में कसौली में किया, जब दोनों ने सगाई की। आखिरकार, थरूर और सुनंदा के बीच दो साल से चला आ रहा संबंध 22 अगस्त 2010 को शादी में तब्दील हो गया था।शादी के कुछ सालों बाद ही सुनंदा की मौत हो गई थी जिसका इल्जाम शशि थरूर पर आया था।

3.सुशील मोदी और जेसिस जॉर्ज:

सुशील कुमार की शादी केरल की रहने वाली एक इसाई लड़की जेसिस जॉर्ज से हुई है। मगर इनकी यह प्रेम कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। दरअसल सुशील मोदी और जेसिस जॉर्ज की पहली मुलाकात एक चलती हुई ट्रेन में हुई थी। इस दौरान दोनों ने एकदूजे को देखा और अपना दिल दे बैठे।

फिर बात पसंद और मुलाकातों तक पहुँचीं और देखते-देखते प्यार तक पहुँच गई। इसके बाद दोनों ने साथ जीने और मरने की कसमें भी खाई। यहाँ से आगे जाना दोनों के लिए आसान नहीं था, लेकिन फिर भी दोनों ने कभी अपने क़दमों को पीछे नहीं हटाया। और फिर साल 1987 के दौरान दोनों शादी के बंधन में बंध गए। शादी के बाद सुशील कुमार राजनीति की तरफ बढ़ गए तो वहीं जेसिस जॉर्ज लेक्चरर बन गईं थी।

4.सचिन पायलट और सारा अब्दुल्ला:

विदेश में पढ़ाई के दौरान ही सचिन पायलट की मुलाकात सारा अब्दुल्ला से हुई और फिर धीरे-धीरे उनकी दोस्ती हुई और ये दोस्ती फिर धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दरअसल, सारा पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला की बेटी और उमर अब्दुल्ला की बहन हैं। दोनों ने कई साल तक एक-दूसरे से बात की और फिर उन्होंने अपने-अपने परिवार को इस बारे में बताने का फैसला किया। दोनों ने हिम्मत करके ये काम कर तो दिया, लेकिन उनके प्यार के बीच मजहब की दीवार आकर खड़ी हो गई।

दरअसल, सचिन हिंदू परिवार से थे, जबकि सारा मुस्लिम परिवार से थीं। सचिन और सारा दोनों के परिवार ने उनकी शादी के लिए इनकार कर दिया था, आखिरकार साल 2004 में सचिन और सारा ने एक दूसरे से शादी कर ही ली, जिसमें सिर्फ सचिन का परिवार ही शामिल हुआ था। उनकी शादी में अब्दुल्ला परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ था। हालांकि समय के साथ अब्दुल्ला परिवार ने भी दोनों के रिश्ते को स्वीकार कर लिया।

5.अखिलेश यादव और डिंपल:

डिंपल और अखिलेश की पहली मुलाकाम उनके एक दोस्त के घर पर हुयी थी। उस वक्त डिंपल 17 की थीं और अखिलेश 21 के। मुलाकात में जान पहचान हुयी और फिर दोस्ती और शुरू हो गयी प्रेम कहानी।अखिलेश डिंपल को गुलाबी खतों में प्रेम के पैगाम लिखते थे। खतों से ये प्रेम कहानी चार साल तक चलती रही।लेकिन जैसे हर लव स्टोरी में बाधा होती है तो दोनों के घरवाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं हुए।

मुलायम सिंह यादव और डिंपल के घरवाले इस रिश्ते का विरोध करने लगे थे। क्यों कि मुलायम सिंह अखिलेश की शादी लालू की बेटी से करवाना चाहते थे,लेकिन अखिलेश पीछे नहीं हटे और अखिलेश ने सबसे पहले अपनी दादी को राजी किया। इसके बाद उनकी जिद को पिता ने भी मान लिया। उधर डिंपल ने भी अपने घरवालों को राजी कर लिया। इस तरह परिवार की रजामंदी के साथ दोनों 24 नवंबर साल 1999 को शादी के बंधन मे बंध गए थे.

.6.शाहनवाज हुसैन और रेणु:

साल 1986 में अपनी ग्रेजुएशन के दौरान शाहनवाज हुसैन अक्सर बस से कॉलेज जाते थे. एक बार बस में सफर के दौरान उनकी नजर एक लड़की पर पड़ी थी.फिर क्या था तब से शाहनवाज हुसैन उस लड़की को अपना दिल दे बैठे थे . दोनों धीरे-धीरे करीब आने लगे थे इस बीच मे रेणु का जन्मदिन आ गया था तब शहनवाज ने एक ग्रीटिंग कार्ड के भेजकर अपने प्यार का इजहार रेणु से कर दिया था.

लेकिन पहली दफा में रेणु ने उनको मना कर दिया था.रेणु का मानना था कि शहनवाज मुस्लिम हैं और वो एक हिंदू हैं ऐसे में दोनों के परिवार वाले इस प्यार को अपनाने के लिए कभी भी तैयार नहीं होंगे. हालांकि रेणु के मना करने के बावजूद भी दोनों की दोस्ती में कोई दरार नहीं आयी थी. शहनवाज तकरीबन 9 सालों तक रेणु और उनके परिवार वालों को मनाते रहे थे. अंत मे उनकी ये कोशिश रंग लाई थी और दोनों के परिवार वालों ने साल 1994 में इन दोनों कि शादी करवा दी थी.

YOU MAY ALSO READ :- Sarojni naidu birthday special: पहली महिला राज्यपाल थीं सरोजिनी नायडू, और क्यों मनाया जाता इनके जन्मदिन पर महिला दिवस

आपका वोट

Sorry, there are no polls available at the moment.
Advertisements
Latest news
- Advertisement -

You cannot copy content of this page