रोलर कोस्टर से कम नहीं रहा राज्यवर्धन सिंह राठौर का राजनीतिक सफर, जन्मदिन पर जानिए दिलचस्प बातें
Digital News Guru Birthday Special: आज यानी की 29 जनवरी को राज्यवर्धन सिंह राठौड़ अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह खेल के मैदान से लेकर सियासत तक में खुद को साबित कर चुके हैं। राज्यवर्धन सिंह राठौर न सिर्फ खेल और राजनीति बल्कि इंडियन फोर्स तीनों क्षेत्रों में अपना अहम योगदान दिया है। उनकी गिनती राजस्थान के सर्वश्रेष्ठ राजनेताओं में की जाती है।
वहीं राजस्थान में उनकी गिनती एक जमीनी नेता के तौर पर होती है। एक ओलिंपिक मेडलिस्ट, सैनिक, नेता और सांसद हर रोल में उन्होंने अपनी काबिलियत को साबित किया है। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर राज्यवर्धन सिंह राठौर के जीवन से जुड़ी कुछ बातें…
जन्म और शिक्षा
राजस्थान के जैसलमेर में 29 जनवरी 1970 को राज्यवर्धन सिंह राठौर का जन्म हुआ था। वह एक सैनिक परिवार से ताल्लुक रखते थे। वहीं 12वीं के पास वह नेशनल डिफेंस अकेडमी और फिर इंडियन मिलिट्री अकेडमी गए। राज्यवर्धन सिंह राठौर बचपन में कई खेल खेलते थे। वहीं 28 साल की उम्र में उन्होंने प्रोफेशनल तौर पर शूटिंग करना शुरू किया।
कारगिल युद्ध
आपको बता दें कि साल 1999 में राज्यवर्धन सिंह राठौर कारगिल युद्ध में भी लड़े थे। इस दौरान वह 9वीं ग्रेनेडियर्स का हिस्सा थे और उनकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में थी। कारगिल युद्ध के दौरान वह कप्तान थे। वहीं बाद में उनका प्रमोशन हुआ और वह मेजर बना दिए गए।
खिलाड़ी के तौर पर पहचान
राजनीति में एंट्री लेने से पहले राज्यवर्धन सिंह राठौर की पहचान एक खिलाड़ी के रूप में थी। साल 2004 में उन्होंने एथेंस ओलंपिक में पुरुषों की डबल ट्रैप शूटिंग में देश के लिए रजत पदक जीता था। राज्यवर्धन सिंह राठौर ओलंपिक में व्यक्तिगत रजत पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी रहे हैं। वहीं राठौर को क्रिकेट में भी काफी दिलचस्पी रही है। इसके अलावा उन्होंने मध्यप्रदेश की रणजी ट्रॉफी टीम में भी जगह बना ली थी। हांलाकि एनडीए में सिलेक्शन होने के बाद उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
राजनीति में एंट्री
साल 2013 में कर्नल पद से रिटायरमेंट लेने के बाद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने राजनीति में कदम रखा था। इस दौरान वह बीजेपी में शामिल हो गए और साल 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा। इस दौरान वह जयपुर ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए। फिर उनको खेल मंत्री बनाया गया। आपको बता दें कि वह पहले ऐसे खेल मंत्री थे, जो खेल पृष्ठभूमि से जुड़े थे। खेल मंत्री पद पर रहते हुए उन्होंने ‘खेलो इंडिया गेम्स’ की शुरूआत की।
साल 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार में उनको सूचना और प्रसारण मंत्री बनाया गया। साल 2014 के चुनावों के दौरान बताया गया था कि राज्यवर्धन सिंह राठौर के पास 11 बंदूकें हैं। जिनमें से 0.12 बोर की गन भी शामिल थीं। इन गनों की कीमत करीब 1.48 लाख रुपए के आसपास थी।
राज्यवर्धन सिंह राठौर की उपलब्धियां
2005 में उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया गया और भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। वह अर्जुन पुरस्कार के प्राप्तकर्ता भी हैं। 2004 में उन्हें “खेल रत्न पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था। 2003, 2004, 2005, 2006 और 2011 की एशियाई क्ले टारगेट चैंपियनशिप में डबल ट्रैप व्यक्तिगत स्पर्धा में प्रत्येक में पांच स्वर्ण पदक।