मिर्जापुर: 3 दिन से भूखा 7 साल का बच्चा पहुंचा पुलिस चौकी, दारोगा से लिपट कर रोने लगा, बोला- “मां भी भूखी है पहला समोसा मां को खिलाया”।
Digital News Guru Mirzapur Desk: मिर्जापुर में एक 7 साल का बच्चा 3 दिन से भूखा था। जब भूख बर्दाश्त नहीं कर पाया, तो पुलिस चौकी पहुंच गया। वह दरोगा के सामने दहाड़े मारकर रोने लगा। जब पुलिस वालों ने उससे वजह पूछी, तो उसने पूरी बात बताई। बच्चे ने बताया कि घर में मां बीमार है। वह तीन दिन से भूखा है।
इसके बाद पुलिस अफसर उसके घर पहुंचे और मदद की। बच्चा ने पढ़-लिख कर साहब बनने का सपना देख रहा है। इसका वीडियो सामने आने के बाद बच्चे की मदद के लिए लोगों ने हाथ बढ़ाया है।
7 साल का सुदामा पटिहटा गांव का रहने वाला है। करीब 3 साल पहले उसके पिता नारायण की मौत हो गई थी। इसके बाद उसका पुश्तैनी कच्चा मकान भी गिर गया। लिहाजा मां-बेटे ने गांव के काली मंदिर में रहने लगे। वह इन दिनों दोनों मंदिर में ही रह रहे हैं। सुदामा की मां किरण मानसिक रूप से बीमार रहती है।
भूख बर्दाश्त नहीं होने पर पहुंचा पुलिस चौकी
बच्चा आसपास के लोगों से मदद मांगकर अपनी मां का इलाज करवाता है। साथ ही इसी तरह से खाने-पीने का भी इंतजाम करता है। मगर पिछले 3 दिन से मां-बेटे के खाने का इंतजाम नहीं हो सका। इस वजह से दोनों 3 तीन दिन भूखे रहे। जब बच्चा भूख बर्दाश्त नहीं कर सका, तो वह इमलिया चट्टी पुलिस चौकी पुलिस चौकी पहुंचकर रोने लगा। चौकी में मौजूद प्रभारी दिलीप गुप्ता ने बच्चे को अपने पास बुलाया और वजह पूछी।
पहले मां को समोसा खिलाया.. फिर खुद खाया सुदामा ने बताया, “तीन दिनों से मेरी मां भूख से तड़प रही है। मैंने भी तीन दिन से कुछ नहीं खाया है। मगर, मां की हालत मुझसे देखी नहीं गई। इसीलिए मैं पुलिस चौकी आ गया। मुझे एक सिपाही अंकल ने चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार से मिलवाया। उन्होंने मेरी मां को भी चौकी बुलवा लिया और समोसा दिलाया।”
मां के आने पर सुदामा ने पहले अपनी मां को समोसा दिया। उसके पहला निवाला खाने के बाद भूखे सुदामा ने खुद समोसा खाया।
इमियाचट्टी के चौकी प्रभारी दिलीप गुप्ता ने बताया, “मैं चौकी में बैठा था, तभी बच्चा आया और रोने लगा। जब उससे पूछा तो उसने बताया कि भूख लगी है, 3 दिन से खाना नहीं खाया है। इसके बाद उसे समोसा मंगाकर दिया। तब तक उसकी मां भी आ गई, बच्चे ने समोसा अपनी मां को भी दिया।
इसके बाद हम लोग उसको लेकर उसी मंदिर गए, जहां वह रहता है। वहां पर खाने की व्यवस्था की। बच्चे के पास अपना घर भी नहीं है। बच्चे की एक रिश्तेदार महिला ने कहा कि उसके पिता गुजर गए हैं। पिछले 9 साल से ये लोग गांव में बने इसी मंदिर में रहते हैं।
जानकारी मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी जमालपुर अरुण सिंह बच्चे को लेकर उसके आशियाना मंदिर में पहुंचे। सुदामा को जरूरी सामान, खाद्य सामग्री, कंबल और कपड़ा दिलाया। उन्होंने बेघर सुदामा की जानकारी ग्राम विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी को दी। इसके बाद जल्द से जल्द घर दिलाने का भरोसा दिया गया।
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