Thursday, November 28, 2024

Harivansh Rai Bachchan birth anniversary : 20वीं सदी के सबसे महान कवियो मे सर्वोपरि श्री हरिवंश राय बच्चन जी ने चार खंडों में लिखी है अपनी पूरी आत्मकथा !

DIGITAL NEWS GURU NATIONAL DESK :

Harivansh Rai Bachchan birth anniversary : 20वीं सदी के सबसे महान कवियो मे सर्वोपरि श्री हरिवंश राय बच्चन जी ने चार खंडों में लिखी है अपनी पूरी आत्मकथा !

आज के समय मे भी हम सभी लोग हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) की कविताएं पढ़ते और सुनते रहते हैं। । हरिवंश राय बच्चन की सारी कविताएं सच्चाई का आइने की तरह साफ होती हैं। आइए जानते हैं आज हरिवंश राय बच्चन की बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर हरिवंश राय बच्चन के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे मे…

 

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan)का जन्म और प्रारम्भिक शिक्षा:

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) का जन्म 27 नवबंर साल 1907 को इलाहाबाद के प्रतापगढ़ जिले के एक छोटे से गांव बापूपट्टी में हुआ था । हरिवंश राय बच्चन के पिता का नाम प्रताप नारायण श्रीवास्तव और मां सरस्वती देवी था।

बचपन में हरिवंश राय (Harivansh Rai) को बच्चन कहा जाता था। बच्चन का अर्थ होता है बच्चा या फिर संतान। लेकिन बाद में उन्होंने अपने नाम के आगे से श्रीवास्तव हटाकर बच्चन ही लगा दिया और वह हरिवंश राय बच्चन के नाम से फेमस हो गए थे। उन्होंने शुरूआती शिक्षा म्यूनिसिपल स्कूल, कायस्थ पाठशाला और गवर्नमेंट स्कूल पूरी की।

फिर इलाहाबाद विश्वविद्यालय से साल 1936 में अंग्रेजी साहित्य में एम.ए किया। इसके बाद साल 1939 में काशी विश्वविद्यालय से बी.टी.सी. की डिग्री प्राप्त की। काशी विश्वविद्यालय में वह साल 1942 से 1952 तक प्रवक्ता रहे। फिर बाद में वह इंग्लैंड चले गए।

जहां पर कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से इंग्लिश लिटरेचर में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की। वहीं भारत वापस लौटने के बाद वह फिर काशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाने लगे। इस दौरान वह ऑल इंडिया रेडियो इलाहाबाद में भी काम करते रहे।

 

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) का विवाह:

वहीं साल 1926 में महज 19 साल की उम्र में उन्होंने श्यामा बच्चन (Shyama Bachchan) से प्रम विवाह किया। उस दौरान श्यामा बच्चन की आयु 4 साल थी। लेकिन साल 1936 में बीमारी के चलते श्यामा बच्चन का निधन हो गया था। वहीं हरिवंश राय बच्चन ने साल 1942 में तेजी सूरी से दूसरा विवाह किया। हरिवंश राय बच्चन और तेजी सूरी से उनके दो बेटे अमिताभ बच्चन और अजिताभ बच्चन हैं।

 

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) को प्राप्त सम्मान :

साल 1976 में साहित्य में योगदान के लिए हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) को पद्म भूषण से नवाजा गया। इसके साथ ही उनको नेहरु अवॉर्ड, सरस्वती सम्मान और लोटस अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया। बता दें कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi ) की मौत के बाद साल 1984 में हरिवंश राय बच्चन ने ‘1 नवम्बर 1984’ लिखी थी। यह हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) की आखिरी रचना थी।

 

20वीं सदी के सबसे महान  कवि:

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) की शैली अन्य कवियों से काफी अलग थी। इसी कारण इनको नई सदी का जनक भी कहा जाता है। वहीं बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के पिता के तौर पर भी हरिवंश राय बच्चन की ख्याति है।

बॉलीवुड के एंग्री मैन अमिताभ बच्चन (Amitabh Bacchan) भी अपने पिता के सामने नजरें नीचे रखते थे। अपने पिता की कई कविताओं को अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी हुई है।

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) ने चार खंड में अपनी पूरी आत्मकथा लिख डाली है । जिसमें क्या भूलूं क्या याद करूं और नीड़ का निर्माण फिर और बसेरे से दूर और दसद्वार से सोपान तक शामिल है

 

हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) की मृत्यु:

आप सभी को बता दें कि 18 जनवरी साल 2003 को हरिवंश राय बच्चन (Harivansh Rai Bachchan) ने 95 साल की उम्र में अपनी आखिरी सांस ली हुई थी। हांलाकि भले ही आज के समय मे हरिवंश राय बच्चन आज हम सभी के बीच मे नहीं हैं, लेकिन वो अपनी सभी कविताओं के जरिए हमेशा ही हम सभी के दिलो याद किए जाते रहते है।

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