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Sanjay Narvekar birthday special : संजय ने फिल्मों मे आने के लिए किया था कम से कम 10 साल तक संघर्ष, संजय दत्त के साथ आये थे फिल्म मे नज़र
जिस तरह से ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’ की सीरीज में मुन्ना भाई और सर्किट की जोड़ी बहुत पॉप्युलर है। ‘रांझणा’ में कुंदन और मुरारी की जोड़ी सुपरहिट है। उसी तरह 33 साल पहले एक फिल्म रिलीज हुई थी ‘वास्तव’, जिसमें रघुनाथ नामदेव शिवाल्कर (संजय दत्त) के साथी थे ‘डेढ़ फुटिया’ यानी संजय नार्वेकर।
संजय नार्वेकर (Sanjay Narvekar) ने डेढ़ फुटिया का ऐसा दमदार किरदार निभाया, जो आज तक लोगों के दिलों में रंगा-बसा है। एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं थी, न ही इसमें करियर बनाने का कोई प्लान था, लेकिन किस्मत उन्हें कैमरे से भरी चकाचौंध की दुनिया में ले आई। इसकी शुरुआत कैसे हुई और अब संजय क्या कर रहे हैं, आइये सेटरडे सुपरस्टार में जानते हैं इस स्टार के बारे में अनसुने किस्से।
कॉलेज के समय मे ही रख दिया था एक्टिंग की दुनिया मे कदम
संजय नार्वेकर (Sanjay Narvekar) का जन्म साल 1962 को मुंबई में हुआ था। वो पवई, मुंबई में वाइफ और बेटे आर्यन एस नार्वेकर के साथ रहते हैं। आर्यन ने मराठी मूवी Bokya Satbande से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा है, लेकिन इसकी शुरुआत हुई थी कॉलेज के दिनों में।बताया जाता है कि संजय नार्वेकर की पढ़ाई-लिखाई में कोई दिलचस्पी नहीं थी।
जैसे-तैसे वो पास होते-होते कॉलेज में पहुंच गए। उनका एक दोस्त था, जो कॉलेज में नाटक ग्रुप से जुड़ा था। वहां एक एक्टर की जरूरत थी, क्योंकि कुछ दिनों में एक प्रतियोगिता होने वाली थी। ऐसे में दोस्त ने उनसे एक्टिंग करने की गुजारिश की और वो एक्टिंग में दिलचस्पी न होते हुए भी दोस्त को मना नहीं कर पाए।
यहां से हुई थी संजय के एक्टिंग करियर की शुरुआत
एक बार संजय का एक दोस्त उन्हें एक नाटक के डायरेक्टर चंद्रकांत पाटिल के पास लेकर गया था। वहाँ पर डायरेक्टर चंद्रकांत पाटिल ने संजय से पूछा कि बिना प्रैक्टिस के आप डायलॉग बोल पाओगे? तभी संजय ने पूरे आत्मविश्वास के साथ हां बोल दिया था और संजय का यही कॉन्फिडेंस उनके नाटक में भी देखने को मिला था । बस यहीं से हो गई संजय की किस्मत पलटने की शुरुआत। इस नाटक के बाद संजय ने खूब सारे और नाटक किए थे। कहते हैं कि उन्होंने 100 से ज्यादा शोज किए थे। ऐसे-ऐसे दमदार किरदार निभाए कि वो फेमस होने लगे।
10 साल तक नहीं मिला था काम
नाटक के मंच पर एक्टिंग करते-करते संजय ने 80 के दशक में फिल्मों में भी काम करना शुरू कर डाला था। संजय की पहली फिल्म साल 1987 में आई हुई थी, जिसमें राज बब्बर और नाना पाटेकर भी इनके साथ थे। हालांकि, इस फिल्म के बाद संजय को लगभग 10 सालों तक फिल्मों में कोई काम नहीं मिला था।
ऐसे में उन्होंने टीवी सीरियल में काम करने का मन बनाया, लेकिन उनकी लाइफ में टर्निंग प्वॉइंट आना बाकी था। साल 1999 में फिल्म आई ‘वास्तव’। इस फिल्म में संजय ने डेढ़ फुटिया का किरदार निभाया था । और इस किरदार से संजय r रातोंरात छा गए थे। उनकी इस दमदार एक्टिंग के लिए उन्हें अवॉर्ड भी दिया गया था।
कैसे मिला था संजय को ये डेढ़ फुटिया का रोल?
ऐसा बताया जाता है कि फिल्म का एक शेड्यूल लगभग पूरा हो चुका था । लेकिन अब तक डेढ़ फुटिया के लिए किसी भी अभिनेता को फाइनल नहीं किया गया था। फिल्म की शूटिंग के दौरान ही डायरेक्टर महेश मांजरेकर को संजय का ख्याल आया था। फिर क्या महेश ने संजय को बुला लिया और ऑडिशन ले लिया संजय ऑडिशन मे सिलेक्ट हो गए थे।
इस वजह से संजय हो गए है बॉलीवुड से दूर!
इस फिल्म के बाद संजय ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा है। इस फिल्म के बाद संजय ने कई हिंदी फिल्में भी करी हुई थी । संजय को मराठी फिल्मों में लीड रोल्स ऑफर होने लगे थे। इसके साथ उन्होंने नाटक को भी कभी अलविदा नहीं कहा। उनका मानना है कि इससे एक्टिंग और निखर कर सामने आती है। वो टीवी भी करते हैं। मराठी फिल्मों की वजह से वो बॉलीवुड की फिल्मों से दूर हो गए है ।