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Sidhu Moose Wala birth anniversary: लोगो के दिलो में राज करने वाले भारतीय रैपर सिद्धू मूसेवाला की आज 11 जून को याद कर मनाई जा रही बर्थ एनिवर्सरी
Sidhu Moose Wala: 29 मई 2022, सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) अपनी ब्लैक कलर की थार से उतरे ही थे, तभी अचानक गोल्डी बराड़ के गुर्गों ने उन पर गोलियों की बौछार करना शुरू कर दी और सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) को मौत के घाट उतार दिया। इसी के साथ एक जगमगाता सितारा इस दुनिया से हमेशा-हमेशा के लिए चला गया। सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) ने अपने छोटे से करियर में ऐसे हिट गाने दिए, जो आज भी लोगों की जुबान पर हैं। यदि वो जिंदा होते ,तो आज वह अपना 32वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे होते।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) ने 2021 में कांग्रेस पार्टी जॉइन किया था। इस पर उनका कहना था कि सिस्टम को बदलने के लिए सिस्टम का हिस्सा बनना पड़ता है। उन्होंने पावर के लिए पॉलिटिक्स जॉइन की थी। सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) के पिता ने हाल ही में राहुल गांधी के साथ बातचीत की। उन्होंने बताया कि सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) मुझसे हमेशा कहा करता था कि अभी आपको बहुत कुछ देखना है। वो जानता था कि ये लोग उसे नहीं छोड़ेंगे।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) 3 दिसंबर 2021 को कांग्रेस में शामिल हुए थे। सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) द्धू से पहले भी उनका परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा था। हालांकि, सिद्धू को आम आदमी पार्टी ने भी अप्रोच किया था। सिद्धू के गाने हमेशा ही युवाओं के दिलों पर राज करते रहे हैं,उनके गाने के बोल हमेशा सिस्टम बदलने की बात करते हैं।
इस पर सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) का कहना था कि मेरे गाने युवाओं को अट्रैक्ट करते हैं। इसका कारण ये है कि मैं हमेशा से बहुत ही बेबाक रहा हूं। मेरे गानों में या मेरी बातों में किसी भी प्रकार का टाट छांट नहीं होता है। मैं अपने गानों के माध्यम से अपने मन की बात कहता हूं। शायद वही लोगों को पसंद आता है।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala)- गन कल्चर को बढ़ावा देने में कोई फैसला गलत नहीं है
सिद्धू कहते थे, कि गन कल्चर को प्रमोट करने में कोई खराबी नहीं है। बशर्ते हमें ये पता होना चाहिए कि इसके नुकसान क्या हैं? इसके फायदे क्या हैं? इसका उपयोग किस प्रकार से करना सही है। अगर गन इतनी ही बुरी है, तो गवर्नमेंट लाइसेंस क्यों देती है। हमारे धर्म में इसे हमारे शरीर का हिस्सा माना जाता है। आर्मी को हथियार दिए गए हैं, अगर वो हथियार वो आम लोगों पर जोकि बेकसूर होते हैं उन पर इस्तेमाल करे, तो वो गलत है, क्योंकि उन्हें हथियार हमारी सेफ्टी के लिए दी गई है।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) का गन रखने का एक रीजन है ‘पर्सनल सेफ्टी।’.
• सिद्धू ने एक मिसाल कायम की थी,उसने बताया ,कि अपने माता-पिता के साथ अटैचमेंट को कैसे गहरा करें। उसके जाने के बाद मुझे ये बात बहुत अच्छे से समझ में आ रही है, कि वो मुझे बार-बार कहता था, कि ‘पापा आपको अभी बहुत कुछ देखना है।’ वह जानता था, कि वो लोग उसे नहीं छोड़ेगे।
सिद्धू ने राजनीतिक इसलिए जॉइन की थी क्योंकि उसे थोड़ी पावर चाहिए थी। उसका मानना था कि मुझे थोड़ी पावर मिलेगी, तो ये लोग मेरा पीछा छोड़ देंगे। ये लोग चाहते थे कि कार्य करना है तो हमारे नीचे रहकर करो, लेकिन मेरा सिद्धू झुकना नहीं जानता था। इन लोगों ने उसके ऊपर बहुत प्रेशर बनाया। मेरे बेटे की मौत का फरमान पहले ही जारी हो चुका था।
•जब आपके सामने आपके बच्चे की मौत हो जाती है, तो आपका कमाया पैसा भी आपकी मौत बन जाता है। उसके जाने के बाद मैं टूट गया था, मगर हार न मानकर मैंने अपनी पूरी ताकत इकठ्ठा की। मैं जब तक भी जिंदा हूं अपना फर्ज निभाता रहूंगा। भगवान ने मुझे एक दूसरा सिद्धू दिया है। जो हूबहू पुराने वाले सिद्धू की तरह है।
सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) का जन्म
सिद्धू मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू था। सिद्धू का जन्म 11 जून सन् 1993 को पंजाब के मानसा जिले के मूसा गांव में हुआ था, उनके पिता बलकौर सिंह और मां चरण कौर थी। वो एक जाट परिवार से ताल्लुक रखते थे। साल 2016 में उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था।
मानसा के गांव में की गई थी सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) की हत्या
मानसा गांव मूसा के रहने वाले शुभदीप सिंह (सिद्धू मूसेवाला )का कत्ल 29 मई 2022 को जवाहरके गांव में कर दिया गया था। 2 दोस्तों के साथ बिना सिक्योरिटी थार जीप में जाते समय पंजाब-हरियाणा के 6 शूटरों ने उन्हें गोलियां मार दी थीं। कत्ल की पूरी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ ने ली थी। पुलिस इस केस में लॉरेंस-गोल्डी समेत 30 से अधिक गैंगस्टरों को नामजद कर कईयों के खिलाफ चालान पेश कर चुकी है।