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58 डेड बॉडीज से कानपुर का पोस्टमार्टम हो गया हाउसफुल , नौतपा की तपती गर्मी से हुई है अधितकर मौते ; डीप फ्रीजर खराब होने से 500 मीटर तक फैली शवो की दुर्गंध
Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर (Kanpur) में 58 शवों से पोस्टमॉर्टम हाउसफुल हो गया है। शव रखने की स्थान नहीं बची। लगातार आ रही लाशों के चलते कुछ अन्य रैन बसेरों और डॉक्टरों की डिमांड की गई है।
पोस्टमॉर्टम हाउस के 500 मीटर की रेंज में भयंकर दुर्गंध फैल गई है। ज्यादातर मौतों का कारण भीषण गर्मी बताया जा रहा है, हालांकि आधिकारिक तौर पर मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। वैसे भी मौत गर्मी से हुई या नहीं, यह पोस्टमॉर्टम से पता भी नहीं चलता।
पोस्टमॉर्टम करते-करते हो गए बेहोश
पोस्टमॉर्टम करते-करते पतारा सीएचसी के डॉ.अश्विनी बाघमरे गश खाकर जमीन पर गिर पड़े। साथी डॉक्टर और पोस्टमॉर्टम हाउस के स्टाफ ने ठंडा पानी डाला, तब उन्हें होश आया। पोस्टमॉर्टम हाउस प्रभारी डॉ. नवनीत चौधरी की भी हालत बिगड़ गई।
पोस्टमॉर्टम हाउस में हालात कंट्रोल करने और अव्यवस्थाओं को ठीक करने के लिए डीएम ने सीएमओ और एडीएम को भेजा है। पांच डॉक्टरों की टीम पोस्टमॉर्टम करने में जुटी है। इसमें डॉ. विपुल, डॉ. आंबेडकर, विनीत सोनकर, डॉ. मुन्ना लाल, डॉ. आशीष मिश्रा और डॉ. नवनीत चौधरी शामिल हैं।
शहर भर में मिल रहीं लावारिस लाशें
पोस्टमॉर्टम हाउस के हालात ये हैं कि यहां 4 डीप फ्रीजर हैं, लेकिन इनमें से 3 खराब पड़े हैं। सिर्फ 1 डीप फ्रीजर काम कर रहा है। इसमें एक बार में केवल 4 शव रखे जा सकते हैं। एक के ऊपर एक शव रखने पड़ रहे हैं। शवों से उठ रही दुर्गन्ध कम करने के लिए एक NGO से 2 टन का AC मंगाया गया है।
शुक्रवार को सुबह से देर शाम तक 38 शवों का पोस्टमॉर्टम हुआ। इनमें 7 लावारिस शव शामिल हैं। शनिवार को पोस्टमॉर्टम हाउस में 58 शव रखे हैं, इनमें से 45 लावारिस हैं।
शव रखने के लिए अतिरिक्त स्थान की गई मांग
उधर, लावारिस शवों को देखते हुए पोस्टमॉर्टम हाउस ने जिला प्रशासन से शवों को रखने के लिए अतिरिक्त जगह की मांग की है। साथ ही CMO से पोस्टमॉर्टम के काम में अतिरिक्त डॉक्टर लगाने की भी मांग की, ताकि हालात कंट्रोल किए जा सकें। कानपुर में भीषण गर्मी पड़ रही है। यहां का तापमान 44°C पार कर गया है। माना जा रहा है कि फुटपाथ पर, पार्क में और अलग-अलग जगह लोगों की भीषण गर्मी से मौत हुई।
इनमें से ज्यादातर बुजुर्ग, भिखारी और सड़क किनारे घूमने वाले लोग हैं। अज्ञात शवों का 72 घंटे बाद होता है पोस्टमॉर्टम लावारिस लाश मिलने के बाद 72 घंटे तक उसका पोस्टमॉर्टम नहीं किया जा सकता। उसकी शिनाख्त के लिए इंतजार किया जाता है। अगर 72 घंटे तक उसकी शिनाख्त नहीं होती है, तो पोस्टमॉर्टम के
अप्रैल के पूरे महीने में 52 लावारिस शव, मई के 8 दिनों में इससे ज्यादा पहुंचे
कानपुर के पोस्टमॉर्टम हाउस में अप्रैल में 52 लावारिस शव पहुंचे थे। लेकिन नौतपा शुरू होने के बाद एक सप्ताह में (शुक्रवार रात तक) पोस्टमॉर्टम हाउस में 72 लावारिस लाशें पहुंच चुकी हैं। अगर शहर के सबसे प्रमुख भैरव घाट की बात करें, तो यहां सामान्य दिनों में औसतन 20 से 25 शवों का अंतिम संस्कार होता है। लेकिन अब यह आंकड़ा 50 के पार पहुंच चुका है। यहां पर 29 मई को 54 शवों का अंतिम संस्कार हुआ था।
30 मई को 40 तथा 31 मई को 45 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार हुआ।
इस घाट के अलावा कानपुर (Kanpur) में 10 प्रमुख श्मशान घाट हैं। इसमें( खेरेश्वर घाट, बिठूर घाट, गंगाघाट, भगवतदास घाट, ड्योढ़ी घाट समेत अन्य मुख्य घाट ) हैं। यहां पर होने वाले अंतिम संस्कार की संख्या अभी जोड़ी नहीं गई है।
35 साल बाद मई में लगातार एक सप्ताह दिन का तापमान 45 डिग्री से ऊपर रहा
मौसम विभाग के मुताबिक, 35 वर्ष बाद मई महीने में लगातार एक सप्ताह तक दिन का तापमान 45 डिग्री से पार रिकॉर्ड किया गया। इसके पहले सन् 1988 में 26 मई से लेकर 31 मई तक दिन का पारा 45 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया था।
1988 से 2024 के बीच मई महीने में पारा किसी दिन 46 डिग्री और किसी दिन 47 डिग्री तक गया, लेकिन एक सप्ताह तक लगातार 45 डिग्री से ऊपर तापमान नहीं रहा। मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को अधिकतम पारा 48.2 और न्यूनतम 30.4 डिग्री रहा। धूल भरी आंधी और बूंदाबांदी भी हो सकती
सीएसए के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया, 2 जून तक मौसम इसी तरह रहने की संभावना है। बीच-बीच में बादल आ सकते हैं। साथ ही तेज हवाएं भी चल सकती हैं। 2 जून को दोपहर बाद से 5 जून के बीच कहीं पर तेज हवा, कहीं धूल भरी आंधी और बूंदाबांदी हो सकती है।
सुबह 7 बजे ही 33 डिग्री पार हुआ पारा :
तपती गर्मी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शनिवार सुबह 7 बजे ही तापमान 33 डिग्री पहुंच गया। इसी तरह दो घंटे बाद 9 बजे पारा 35.5 डिग्री हो गया। अगले दो घंटे में 11 बजे 39.6 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। दोपहर में एक बजे 43.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
पानी पीकर ही निकले बाहर :
सुबह शाम तेज गर्मी होने के कारण मार्निंग और इवनिंग वॉक करने वालों की संख्या घट गई है। IMD ने चेतावनी जारी की है, कि किसान फसलों की सिंचाई सुबह-शाम न करे इसकी जगह देर रात को अपना काम करें। दिन में बाहर निकलने से पहले सिर जरूर ढंके। पानी पीकर ही बाहर निकलें।